कैप्टन के मीडिया अडवाइजर रवीन ठुकराल ने पंजाब के पूर्व सीएम के हवाले से एक के बाद एक कई ट्वीट्स किए।
हरीश रावत ने ट्वीट कर कहा, "कल उत्तराखंड में बेमौसम बारिश ने जो कहर ढाया है, वह हृदयविदारक है। मैं कुछ स्थानों पर ही जा पाया, लेकिन पीड़ितों के आंसू पोंछने के लिए मैं सब जगह जाना चाहता था। मगर कर्तव्य पुकार, मुझसे कुछ और अपेक्षाएं लेकर खड़ी हुई।"
सिद्धू ने कहा कि वह उन्हें दिए गए ''सम्मान'' के लिए हमेशा कांग्रेस आलाकमान के आभारी रहेंगे। साथ ही उन्होंने जोर दिया कि वह ''कभी भी समझौता नहीं कर सकते।''
वर्ष 2016 में पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा की अगुवाई में कांग्रेस के 10 विधायकों ने तत्कालीन हरीश रावत सरकार से बगावत कर दी थी जिसके कारण सरकार अल्पमत मे आ गयी थी।
रावत ने कहा, मैं बीजेपी की केंद्र सरकार को चेतावनी देता हूं कि पंजाब की बहुमत की सरकार को गिराने की कोशिश न करें।
कैप्टन अमरिंदर सिंह पर अब कांग्रेस हमलावर हो गई है। पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने कहा कि अमरिंदर सिंह के किसी दबाव में हैं और बीजेपी उनको मुखौटे के रूप में इस्तेमाल करना चाहती है।
कांग्रेस की पंजाब इकाई के अध्यक्ष के पद से अचानक इस्तीफा देने के एक दिन बाद चुप्पी तोड़ते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने बुधवार को पुलिस महानिदेशक, राज्य के महाधिवक्ता और दागी नेताओं की नियुक्तियों पर बुधवार को सवाल उठाए।
रावत ने हाल में एक ट्वीट में बाजवा को 'प्रा' कहते हुए इस्लामाबाद में इमरान के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान सिद्धू के उन्हें गले लगाने को उचित ठहराया था।
पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने विधायक दल की बैठक के बाद बताया कि पंजाब कांग्रेस में सभी ने कहा है कि हम अपनी पुरानी परंपरा का पालन करते हुए चाहते हैं कि पहले की तरह कांग्रेस अध्यक्ष सीएलपी(कांग्रेस विधायक दल) के नेता का चयन करें।
पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की है। सूत्रों ने कहा कि उन्हें पार्टी के भीतर चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए कहा गया है क्योंकि विधायकों ने एक बार फिर आवाज उठानी शुरू कर दी है...
कांग्रेस के पंजाब प्रभारी रावत ने ट्विटर पर यह जानकारी साझा करते हुए कहा कि उन्होंने नानकमत्ता गुरुद्वारा साहब में प्रायश्चित स्वरूप कुछ देर झाड़ू लगाकर सफाई की और जूते साफ किए। उन्होंने कहा कि आदर सूचक शब्द समझकर प्रयोग किये गये अपने शब्दों के लिये वह सबसे क्षमा चाहते हैं।
नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच चल रहे घमासान को लेकर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत ने कहा है कि पार्टी में सबकुछ All is Well नहीं है।
नवजोत सिंह सिद्धू ने दिल्ली आकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व यानि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी से मिलने का समय मांगा था लेकिन तीनों ने सिद्धू को मिलने का समय नहीं दिया और इस वजह से सिद्धू को खाली हाथ पंजाब वापस लौटना पड़ा है।
सिख धर्म के सबसे पवित्र निशानियों में एक पंच प्यारे पर विवादित बयान के बाद हरीश रावत ने सफाई दी है। हरीश रावत ने कहा कि अगर उनके बयान से किसी को दुख हुआ तो वो माफी मांगते हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष से मुलाकात के बाद पार्टी के पंजाब प्रभारी रावत ने कहा कि मैंने राहुल जी से संक्षिप्त मुलाकात की और उन्हें पंजाब की स्थिति के बारे में बताया।
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि रावत ने सोनिया से मुलाकात के दौरान पंजाब कांग्रेस से संबंधित विषयों पर चर्चा करने के साथ ही प्रभारी की जिम्मेदारी से मुक्त किए जाने का आग्रह किया।
हरीश रावत का कहना है कि वे अपना पूरा ध्यान उत्तराखंड के चुनाव पर फोकस करना चाहते है। हालांकि इस पर अंतिम फैसला कांग्रेस हाई कमान को करना है।
पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत ने साफ कर दिया है कि अगले साल होने वाला पंजाब विधानसभा का चुनाव अमरिंदर सिंह के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।
अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के महासचिव और उत्तराखंड के लिए पार्टी की प्रचार समिति के प्रमुख हरीश रावत ने कहा, 'हिंदू होने के नाते हम वसुधैव कुटुंबकम, सर्वधर्म समभाव में विश्वास करते हैं लेकिन भाजपा सर्व धर्म झगड़ा भाव में विश्वास करती है।'
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