रंजीत रावत ने सीधे तौर पर हरीश रावत पर निशाना साधते हुए कहा कि नए नेताओं को हरीश रावत ऐसे अफीम चटा देते हैं। उन्होंने कहा कि हरीश रावत कांग्रेस की हार के सबसे बड़े जिम्मेदार हैं।
उत्तराखंड कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष भुवनचंद्र कापड़ी ने निवर्तमान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को 6579 वोटों के अंतर से शिकस्त दी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खटीमा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के भुवन चंद कापड़ी से चुनाव हारे हैं। धामी वर्तमान में उत्तराखंड के सीएम हैं वह अपनी मौजूदा सीट खटीमा से चुनाव लड़ रहे थे।
2017 में लालकुआं सीट पर नवीन चंद्र दुमका को 44 हजार 293 वोट हासिल हुए थे और उनकी एकतरफा जीत भी हुई थी। कांग्रेस के हरीश चंद्र दुर्गापाल को 17 हजार 185 वोट मिले थे। इस बार इस सीट पर हरीश रावत चुनाव मैदान में हैं।
उत्तराखंड में कांग्रेस महासचिव और प्रदेश चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष हरीश रावत लालकुआं सीट पर भाजपा के मोहन सिंह बिष्ट से 7,085 मतों से पीछे चल रहे हैं। चुनाव से पहले भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए यशपाल आर्य बाजपुर से भाजपा प्रत्याशी राजेश कुमार से 18587 मतों से पीछे चल रहे हैं ।
कांग्रेस ने शुक्रवार को इस संबंध में निर्वाचन आयोग से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की थी। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि उत्तराखंड बीजेपी ने तीन फरवरी को रात 9 बजकर 34 मिनट पर रावत की एक विकृत तस्वीर ट्वीट की थी, जिसमें उन्हें एक विशेष समुदाय के व्यक्ति के रूप में चित्रित किया गया था।
अमित शाह ने कहा, आपने कांग्रेस की सरकार देखी, (हरीश) रावत जी की सरकार देखी, कितने घपले, घोटाले, भ्रष्टाचार और स्टिंग ऑपरेशन थे।
पहले कांग्रेस ने हरीश रावत को रामनगर से मैदान में उतारा था। अब रामनगर से कांग्रेस ने महेंद्र पाल सिंह को टिकट दिया है। नई लिस्ट में कांग्रेस ने कुल पांच उम्मीदवारों के सीटों की अदला-बदली की है।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए 14 फरवरी को होने वाले मतदान से पहले बीजेपी से निकाले गए हरक सिंह रावत का प्रदेश कांग्रेस में वापसी को लेकर काफी विरोध हो रहा था।
हरक सिंह रावत ने सोमवार को बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि अब वह कांग्रेस के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोगों ने मन बना लिया है कि अब राज्य में कांग्रेस की सरकार लानी है।
हरक सिंह रावत ने कहा, 'बीजेपी ने मनगढ़ंत खबरों के आधार पर निर्णय ले लिया। अब ये लोग क्या बोलेंगे- हमने महंगाई कर दी, हमने रोजगार नहीं दिया। जिनके घर शीशे के होते हैं उन्हें पत्थर नहीं मारना चाहिए।'
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने बुधवार को उत्तराखंड में कांग्रेस के प्रचार प्रमुख हरीश रावत पर निशाना साधा था।
इंडिया टीवी से बात करते हुए उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा, पार्टी के शीर्ष नेता राहुल गांधी के सामने सारी बातें रखी गईं।
बीते बुधवार को हरीश रावत द्वारा हाथ-पैर बांधे जाने जैसे ट्वीट ने उत्तराखंड में सियासी भूचाल ला दिया। हरीश रावत ने इशारों-इशारों में उत्तराखंड कांग्रेस समेत दिल्ली में बैठे उनके शीर्ष नेतृत्व पर सोशल मीडिया के जरिए नाराजगी जाहिर की। जिसके बाद से उत्तराखंड की राजनीति में कयासों का दौर शुरू हो गया।
बीते बुधवार को हरीश रावत द्वारा हाथ-पैर बांधे जाने जैसे ट्वीट ने उत्तराखंड में सियासी भूचाल ला दिया। हरीश रावत ने इशारों-इशारों में उत्तराखंड कांग्रेस समेत दिल्ली में बैठे उनके शीर्ष नेतृत्व पर सोशल मीडिया के जरिए नाराजगी जाहिर की।
शशि थरूर ने कहा कि उनकी पार्टी उनके इस विचार से वाकिफ है कि हमें व्यवधान पैदा नहीं करना चाहिए बल्कि संसद का उपयोग बहस के मंच के तौर पर करना चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के तल्खी भरे शब्द उत्तराखंड में कांग्रेस के लिए परेशानी पैदा करेंगे क्योंकि उसके पास रावत के अलावा कोई चेहरा नहीं है, जिसकी पूरे राज्य में उपस्थिति है। रावत के वफादारों का दावा है कि वह पार्टी से नाराज हैं क्योंकि प्रदेश प्रभारी उनके सुझावों को नहीं सुन रहे हैं।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हरीश रावत को लेकर तंज कसते हुए कहा कि जैसी फसल बोते हैं वैसी ही काटनी पड़ती है। हरीश रावत का भविष्य बचा हो तो उसके लिए शुभकामनाएं।
रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, "सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं। जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं। मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश रावत अब बहुत हो गया है, बहुत तैर लिए, अब विश्राम का समय है।"
कांग्रेस महासचिव रावत ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि वर्तमान में राज्य में नौ लाख बेरोजगार युवा हैं जबकि राज्य सरकार बेरोजगारी से निपटने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में कई प्रकार के दावे कर रही है।
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