कनाडा में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद से भारत और अमेरिका के रिश्ते लगातार नाजुक चल रहे हैं। इस बीच कनाडा के एडमॉन्टन में एक और अपराधी को अज्ञात हमलावरों ने मौत के घाट उतार दिया है। मारा गया अपराधी हरप्रीत सिंह है, जो कनाडा में सगंठित आपराधिक गिरोह में शामिल था।
कनाडा में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह सिंह निज्जर की हत्या का सुबूत मांगा है। मगर कनाडा अभी तक इसे मुहैया कराने में नाकाम रहा है। बता दें कि कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने भारत पर खालिस्तानी आतंकी की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया है।
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का निराधार आरोप लगाने के बाद भारत के सख्त रुख से कनाडा की हवा खराब हो गई है। कनाडा अब भारत की ताकत को देखते हुए दोबारा अपने संबंध बहाल करना चाहता है। पीएम जस्टिन ट्रूडो ने इसके लिए अपनी विदेश मंत्री मेलानी जॉली को मोर्चे पर लगाया है। जॉली ने कहा-वह जयशंकर के संपर्क में हैं।
भारत और कनाडा के बीच राजनयिक विवाद को लेकर अमेरिका और ब्रिटेन ने चिंता जाहिर की है। इस मामले में दोनों देशों ने भारत और कनाडा को संतुलन बनाए रखने किए लिए कहा है। साथ ही खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में भारत से सहयोग करने के लिए कहा है।
भारत द्वारा कनाडा के 41 राजनयिकों का निष्कासन किए जाने से कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो को तगड़ा झटका लगा है। ट्रूडो ने कहा कि भारत की इस कार्रवाई ने जीवन को कठिन कर दिया है। उन्होंने कहा कि मुझे उन 20 लाख कनाडाई लोगों की विशेष चिंता है, जो अब भारत की विरासत हो चुके हैं।
भारत-कनाडा के बीच चल रहे कूटनीतिक तनाव को कम करने को लेकर ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने जस्टिन ट्रूडो से फोन पर बातचीत की। उन्होंने ट्रूडो को ओटावा और नई दिल्ली के बीच तनाव कम करने की सलाह दी। साथ ही उम्मीद जताई कि दोनों देश इस मसले में कानून के शासन का सम्मान करते हुए शांति स्थापित करेंगे।
भारत-अमेरिका स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम ने कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोपों को आधारहीन बताया है। USISPF के अध्यक्ष मुकेश अघी ने कहा कि ट्रूडो ने बिना ठोस सुबूतों के भारत के खिलाफ आरोप लगाए। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्हें पर्याप्त और प्रमाणिक सुबूत होने के बाद ही ऐसे आरोप लगाने थे।
भारत के कड़े तेवर के आगे ट्रूडो की हेकड़ी दम तोड़ने लगी है। खालिस्तानियों हिमायती कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो अब भारी अंतरराष्ट्रीय दबावों का सामना कर रहे हैं। भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ट्रूडो के मित्र देशों के सामने ही कनाडा की पोल खोलकर उसे शर्मिंदा होने पर मजबूर कर दिया है।
भारत-कनाडा विवाद को लेकर वाशिंगटन में विदेशमंत्री जयशंकर ने खुलकर बात की है। उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो के आरोपों और उनकी धरती पर भारत के खिलाफ रचे जा रहे आतंकी और हिंसा के षडयंत्र का खुलासा करके कनाडा को बेनकाब कर दिया है।
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से बौखलाए कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो का रुख अचानक भारत के प्रति नरम पड़ने की वजह सिर्फ यूं ही नहीं है, बल्कि इसके पीछे पीएम मोदी की कूटनीति का ब्रह्म फांस है। भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले ट्रूडो खुद जाल में फंस गए और अब उन्हें झुकना पड़ गया।
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत का हाथ होने का आरोप लगाने वाला कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पीएम मोदी द्वारा उठाए गए सख्त कदमों के बाद नरम पड़ गए हैं। ट्रूडो ने भारत को दुनिया की उभरती ताकत और महाशक्ति बताया है। साथ ही भारत से अच्छे रिश्ते बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताई है।
खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा भले ही भारत पर आरोप लगा रहा है, मगर खुफिया सूत्रों से खबर मिली है कि निज्जर की हत्या पाकिस्तान की आईएसआई ने कराई है। हत्या की वजह पंजाब में ड्रग और तस्करी के पैसे का आईएसआई तक पहुंचने से ब्रेक लगना था। निज्जर इस रकम को खुद रख लिया करता था।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो द्वारा भारत पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाए जाने के बाद एस जयशंकर और एंटनी ब्लिंकन की पहली मुलाकात होने जा रही है। भारत और अमेरिका के विदेशमंत्रियों की मुलाकात में कनाडा के साथ विवाद का मुद्दा उठ सकता है।
खालिस्तानी अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर को लेकर ने इंडिया टीवी से बातचीत में पंजाब के रिटायर्ड DGP एपी पांडेय ने कई बड़े खुलासे किए हैं। निज्जर की हत्या के बाद खासा बवाल मचा हुआ है। भारत और कनाडा के रिश्तों में खटास आई है।
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कनडा के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र महासभा में बेहद आक्रामक रुख का प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि कनाडा राजनीतिक हितों के लिए भारत के खिलाफ गतिविधियों को अंजाम देने वाले खालिस्तानियों को बढ़ावा दे रहा है और उसे सहन कर रहा है। भारत ने अन्य देशों के लिए एजेंडा तय करने वालों को भी कोसा।
अमेरिका का मित्र देश होने के नाते कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो लगातार उस पर भारत के खिलाफ बोलने का दबाव बनाते आ रहे हैं। मगर अब तक अमेरिका ने इस बेहद संवेदनशील मामले में फूंक-फूंक कर कदम रखा है। भारत भी अमेरिका का स्ट्रैटेजिक पार्टनर है। ऐसे में वह दोनों ही देशों से रिश्ते बचाकर चल रहा है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो भारत के आक्रामक हमले से लगातार तिलमिलाए हुए हैं। संयुक्त राष्ट्र महासभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने जब कनाडा पर बरसना शुरू किया तो दुनिया देखती रह गई। जयशंकर ने कनाडा को खुली चुनौती देते कहा कि सुबूत है तो सामने रखो।
कनाडा और भारत में राजनयिक विवाद के बीच आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कैमरे में कैद होने का दावा किया गया है। अमेरिकी अखबार 'द वॉशिंगटन पोस्ट' के दावे के अनुसार हमलावार गाड़ियों से निज्जर के ट्रक का पीछा कर रहे थे। पोस्ट के अनुसार 50 गोलियां बरसाई गई थीं।
भारत और कनाडा के बीच खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के आरोपों को लेकर चल रहे कूटनीतिक विवाद के बीच न्यूयॉर्क टाइम्स ने बड़ा दावा किया है। वॉशिंगटन के प्रमुख अखबार का कहना है कि अमेरिका ने ही निज्जर की हत्या के संबंध में कनाडा को भारत के खिलाफ खुफिया जानकारी मुहैया कराई थी।
न्यूयॉर्क में UNGA के दौरान भारत ने कनाडा का समर्थन करने वाले देशों को उनका नाम लिए बगैर इस कदर फटकार लगाई है कि जिसकी उन्होंने कल्पना भी नहीं की रही होगी। एस जयशंकर ने कहा कि दुनिया अब भी दोहरे मानकों वाली है। हालांकि यह संदेश देते भारत ने कनाडा और खालिस्तानियों का कोई जिक्र नहीं किया।
संपादक की पसंद