खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर मामले में कनाडा ने फिर पलटी मार ली है। कनाडा के प्रधानमंत्री की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि उसके पास भारतीय नेताओं अधिकारियों के खिलाफ हरदीप निज्जर की हत्या मामले में कोई सुबूत नहीं हैं।
भारत ने कनाडा से लॉरेंस बिश्नोई समेत अन्य गिरोहों के खिलाफ कार्रवाई का अनुरोध किया था, लेकिन ओटावा ने कोई कार्रवाई नहीं की। भारत ने कनाडा की पूरी दुनिया के सामने पोल खोल दी है।
कनाडा ने भले ही भारत पर आरोपों का पिटारा खोल दिया हो लेकिन ऐसा लगता है कि आने वाले वक्त में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो का रुख उनके मुल्क को काफी भारी पड़ने वाला है।
भारत ने कनाडा के डिप्टी हाई कमिश्नर को तलब किया है। कनाडा ने निज्जर हत्याकांड की जांच में भारतीय हाई कमिश्नर और डिप्लोमेट्स को 'पर्सन ऑफ इंटरेस्ट' के रूप में लिंक किया है, जिसका भारत ने विरोध किया है।
भारत की ओर से घोषित खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की मौत की बरसी पर कनाडा की संसद में मौन रखकर उसे सम्मान दिए जाने पर विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है। भारत ने कहा है कि हम इस तरह की हिंसा की वकालत करने वालों और चरमपंथियों को बढ़ावा देने वालों का कड़ा विरोध करते हैं।
कनाडा की संसद ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की वार्षिकी पर 2 मिनट का मौन रखा तो वैंकूवर स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कनाडा का नाम लिए बिन उसे करारा जवाब दे दिया। खालिस्तानियों की ओर से 1985 में उड़ाए गए भारतीय विमान में मारे गए लोगों की याद करते कहा कि भारत आतंकियों से निपटना जानता है।
इटली के जी7 शिखर सम्मेलन के दौरान पीएम मोदी और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के बीच मुलाकात के दौरान क्या बातचीत हुई थी। इस बारे में कोई नहीं जानता। मगर अब ट्रूडो ने बताया कि उन्होंने पीएम मोदी को तीसरी बार निर्वाचित होने की बधाई दी। साथ ही भारत के साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जाहिर की।
आरोपी की पहचान हो गई है और उसकी उम्र महज 22 साल है। उसका नाम अमनदीप सिंह है, जो भारत का नागरिक है। इससे पहले कनाडा पुलिस इस मामले में तीन भारतीय नागरिकों करण बराड़, कमलप्रीत सिंह और करणप्रीत सिंह को गिरफ्तार कर चुकी है।
भारत ने कनाडा को एक बार फिर जमकर खरी-खोटी सुनाई है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा कि कनाडा भारत विरोधी अपराधियों को अपने यहां पनाह देता है। भारत के कई प्रत्यर्पण अनुरोध कनाडा के पास लंबित हैं, जिस पर उसने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है।
खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या के आरोपियों को कोर्ट में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये पेश कराया गया। इस दौरान आरोपियों को अपने वकीलों से भी बात करने का मौका दिया गया। अब इन पर मुकदमा चलाया जाएगा। सुनवाई के दौरान आरोपियों ने हरदीप निज्जर की हत्या से जुड़ी कुछ अहम बातें भी बताई।
खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में तीन भारतीय नागरिकों की गिरफ्तारी के बाद कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो फिर अक्रामक हो गए हैं। ट्रूडो ने दोहराया कि कनाडा कानून के शासन वाला देश है। विदेश मंत्री जयशंकर ने कनाडा को करारा जवाब दिया है।
कनाडा पुलिस ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में गिरफ्तार तीन आरोपियों के नाम और तस्वीरों को मीडिया में जारी कर दिया है। कनाडा पुलिस ने इस मामले को बेहद गंभीर बताते हुए अभी और अधिक जानकारी देने से इन्कार किया है।
भारत-कनाडा के बीच रिश्तों में तनाव बढ़ाने की वजह बने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से जुड़े आरोपियों को कनाडा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि आरोपियों के बारे में अभी खुलासा नहीं किया गया है। रॉयटर्स के अनुसार संदिग्धों की पहचान पहले ही हो गई थी, जिन्हें कड़ी निगरानी में रखे जाने के बाद अब धरा गया।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने एक बार फिर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले का जिक्र किया है। वह संसद द्वारा चुनाव में विदेशी हस्तक्षेप मामले में गठित समिति के सामने गवाही दे रहे थे। जांच में इसमें चीन का नाम सामने आ रहा है।
भारत द्वारा नामित आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। निज्जर की कनाडा में हुई हत्या का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें कुछ लोग उस पर गोलियां बरसाते हुए दिख रहे हैं।
मारे जा चुके खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के सहयोगी के घर भी अज्ञात हमलावरों ने बृहस्पतिवार को गोलियों की बौछार कर दी। इससे कनाडा में एक बार फिर हड़कंप मच गया है। घटना के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने उच्च स्तरीय जांच का आदेश दिया है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अमेरिका की ओर से भी भारत पर ऐसे ही आरोप लगाए जाने के बाद फिर अपने कथन को दोहराया है। उन्होंने कहा कि अब उन्हें बात समझ आने लगी है। पहले से भारत का रुख नरम पड़ा है। जबकि पहले ऐसा नहीं था। ट्रूडो ने कहा कि हम हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में मामले में भारत से जांच में सहयोग चाहते हैं।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप बिना जांच के भारत पर लगा दिया था। यह आरोप उन्होंने बिना सोचे समझे क्यों लगा दिया था। इस बारे में ट्रूडो ने अब जाकर खुलासा किया है।
भारत ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत पर कनाडा की ओर से लगाए आरोपों को फिर खारिज किया है। भारतीय राजदूत संजय वर्मा ने कहा कि हम कहते हैं कि अगर आपके पास अपने आरोपों के संबंध में कुछ विशिष्ट और प्रासंगिक है तो दीजिये...उस पर गौर करेंगे। मगर कोई सुबूत अब तक नहीं दिया है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मुद्दे पर कनाडा के आरोपों पर जवाब देते हुए कहा है कि भारत ने कभी इस मामले की जांच से इनकार नहीं किया है।
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