यूपी के फर्रुखाबाद से विवाह की एक अनोखी घटना सामने आई है। पुलिस ने प्रेमी युगल को बरामद किया और दोनों पक्षों की सहमति से उनकी मंदिर में शादी करवाई।
मंगलवार के दिन बजरंगबली की पूजा-अर्चना की जाती है। यह दिन विशेष रूप से हनुमान जी की कृपा प्राप्त करने के लिए होता है। हनुमान जी को आखिर सिंदूर क्यों चढ़ाया जाता है आज हम आपको इससे जुड़ा एक अद्भुत किस्सा बताने जा रहे हैं।
हनुमान जी की महिमा तो आप सब जानते हैं। मगंलवार का दिन उनकी पूजा के लिए विशेष माना जाता है। उनके कई सारे मंदिर हैं जहां भक्तजन उनके दर्शन के लिए जाते हैं। लेकिन आज हम आपको उनके 5 प्रसिद्ध सिद्धपीठ मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां दर्शन मात्र से हनुमान जी की असीम कृपा प्राप्त होती है।
प्रतिमा बिजली से क्षतिग्रस्त नहीं होने पर लोग उसे हनुमान जी का चमत्कार मान रहे हैं। बिजली गिरने से प्रतिमा पर कोई आंच नहीं आना गांव में चर्चा का विषय बना हुआ है।
हनुमान जी को भोग लगाने के बाद इस रोट का चूरमा बनाकर बतौर प्रसाद भक्तजनों को वितरित किया गया है। देवीपुरा बालाजी मंदिर में रोट बनाने की इस प्रक्रिया की शुरुआत शुक्रवार की सुबह ही शुरू कर दी गई थी।
Tuesday Remedies: आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए हस्त नक्षत्र और मंगलवार के संयोग में किए जाने वाले विशेष उपायों के बारे में, जिसे करके आप अपना बैंक बैलेंस मजबूत कर सकते हैं। साथ ही घर की सुख-समृद्धि और अपने व्यापर को एक नई गति दे सकते हैं।
Patna Mahavir Mandir: आज हम आपको कराने जा रहे हैं देश के प्राचीन मंदिरों में से एक हनुमान जी के एक प्रसिद्ध मंदिर के दर्शन। ऐसा कहा जाता है कि यह मंदिर हनुमानगढ़ी के बाद दूसरा ऐसा हनुमान जी का मंदिर है जहां भक्तों की सबसे अधिक भीड़ देखने को मिलती है।
Hanuman Chalisa : कई बार लोग परेशान हो जाते हैं कि नियमित हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ने के बाद भी क्यों उन्हें उसका रिजल्ट नहीं मिल रहा है। ऐसे में इस लेख के जरिए आज हम आपको बताएंगे उन गलतियों के बारे में जिसे करने से आपको बचना चाहिए।
कर्नाटक में अगली सरकार किस पार्टी की बनेगी ये अगले कुछ घंटे में पता चल जाएगा। वोटों की गिनती शुरू होती ही बोम्मई बजरंगबली के दर्शन करने पहुंचे। मुख्यमंत्री बोम्मई ने मंदिर के गर्भगृह की 'प्रदक्षिणा' की और प्रार्थना में डूबे नजर आए।
Kastbhanjan Hanuman Mandir: गुजरात के सारंगपुर में स्थित श्री हनुमान मंदिर, कष्टभंजन के रूप में भगवान हनुमान को समर्पित है। इम मंदिर में पूजा अर्चना करने से भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी होती हैं।
बिहार और बंगाल में उपद्रव और हिंसा के बाद अब झारखंड में भी सांप्रदायिक तनाव जारी है। साहिबगंज जिले में उपद्रवियों ने हनुमान मंदिर में तोड़फोड़ की है।
Bulldozer Action on Hanuman Mandir : दिल्ली के राजेंद्र नगर में बुलडोजर पर बवाल मच गया है. राजेंद्र नगर में डीडीए ने हनुमान मंदिर पर बुलडोजर चलाया गया. #bulldozeractionindelhi #hanumanmandirdelhi #arvindkejriwal
राजेंद्र नगर में डीडीए (DDA) ने हनुमान मंदिर पर बुलडोजर चलाया गया. मंदिर पर बुलडोज़र एक्शन के बाद सियासत शुरू हो गई है. तरीके से मंदिर तोड़ने का आरोप लगाया...#BulldozerActionOnHanumanMandir #BulldozerActionInDelhi #ArvindKejriwal
दिल्ली के राजेंद्र नगर में डीडीए (DDA) ने हनुमान मंदिर (Hanuman Temple) पर बुलडोजर चलाया. डीडीए का दावा है कि ये मंदिर सरकारी जमीन पर बना है..#BulldozerActionOnHanumanMandir #BulldozerActionInDelhi #ArvindKejriwal
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले का जामसावली का प्रसिद्ध हनुमान मंदिर हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। यहां पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, कमलनाथ सहित अन्य बड़े-बड़े दिग्गज नेता हाजिरी लगाते हैं।
नोटिस में कहा गया है कि अगर 7 दिन के अंदर हनुमानजी का मंदिर वहां से नहीं हटता है तो प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की जाएगी। इसका पूरा खर्चा बजरंगबली से वसूलने की बात भी कही गई है।
Keshav Maharaj uses om named bat during melbourne test, photo viral know about south african hindu cricketer | दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर केशव महाराज एक बार फिर से चर्चा में हैं। वह मेलबर्न में ओम नाम का बल्ला इस्तेमाल करने के बाद से लगातार सुर्खियां बटोर रहे हैं।
12 राशियों में कुछ ऐसी राशियां हैं जिन पर बजरंगबली अपनी विशेष कृपा रखते हैं। यहां जानिए हनुमान जी की सबसे प्रिय राशि कौन सी है।
कमलनाथ ने जो केक काटा वो मंदिर के आकार में था। उस पर हनुमान जी की आकृति भी बनी थी बस इसी बात से विवाद शुरू हो गया। बीजेपी ने इसे मुद्दा बना दिया और हिंदूओं की आस्था के साथ खिलवाड़ बता दिया।
Shahjahanpur News: हनुमान मंदिर निर्माण के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया की जमीन कम होने के कारण पहले अस्मत उल्ला खां की जमीन को खरीदने की योजना बनाई गई थी। लेकिन बाद में पूर्व केंद्रीय गृहराज्य मंत्री स्वामी चिन्मयानंद के दखल पर मुख्यमंत्री के माध्यम से अस्मत उल्ला से बात की गई।
संपादक की पसंद