राजस्थान में उठे सियासी बवंडर के बीच राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के राष्ट्रीय संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे पर निशाना साधते हुए चौंकाने वाले ट्वीट किए हैं।
राजस्थान में विधायकों की खरीद-फरोख्त के मामले में हर दिन सियासी घटनाक्रम बदल रहा है। लेकिन, इस मामले में नागौर से सासंद हनुमान बेनिवाल के एक बयान ने सियासत में भूचाल ला दिया है।
नागौर से सांसद हनुमान बेनीवाल ने रविवार को मुख्यमंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बुलाई गई सर्वदलीय बैठक का यह कहते हुए बहिष्कार किया कि यह केवल औपचारिकता मात्र है।
राजस्थान के बाड़मेर जिले में केंद्रीय राज्यमंत्री कैलाश चौधरी और नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल के काफिले पर पथराव होने की जानकारी सामने आई है।
इंडिया टीवी से बातचीत करते है हनुमान बेनिवाल ने कहा है की देश से वीआईपी कल्चर को खत्म किया जाए।
हनुमान बेनीवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुछ दिन पहले बातचीत की और मंत्री पद का ऑफर दिया, इतना ही नहीं राहुल गांधी ने तो टेलीफोन करके यहां तक कह दिया कि मंत्री बनने का आनंद लीजिए कांग्रेस को सहयोग करिए
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2008 में वह भाजपा की टिकट से विधायक बने लेकिन 2013 में निर्दलीय के रूप में विधानसभा पहुंचे। पिछले दिसंबर में विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने अपनी पार्टी राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी बनायी जिसने तीन सीटों पर जीत दर्ज की।
राजस्थान विधानसभा में बृहस्पतिवार को विधायक हनुमान बेनीवाल द्वारा राज्यपाल कल्याण सिंह के अभिभाषण के दौरान सिंह के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर हंगामा हुआ।
गौरतलब है कि वर्ष 2008 में भाजपा के टिकट पर खींवसर से विधायक चुने गए बेनीवाल की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से कभी नहीं बनी और वह अलग हो गए। साल 2013 में वह निर्दलीय जीते।
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