नागपुर के शांतीनगर थाना क्षेत्र में हैंड सैनिटाइजर को शराब बताकर बेचने का धंधा चल रहा था, जिसकी सूना पर पुलिस ने छापा मारकर विक्रेता सहित 4 ग्राहकों की भी गिरफ्तार कर लिया।
देश में कोरोना वायरस से पीड़ित मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ता जा रहा है। इन दिनों हाथों को धोने के लिए साबुन और हैंड सैनिटाइजर का उपयोग अधिक किया जा रहा है। आइए जानते हैं कोरोनावायरस से लड़ने में साबुन या सैनेटाइजर क्या है बेहतर?
सरकार ने 55 कंपनियों को लाइसेंस दिया है, जिसमें 22 चीनी मिलें, नौ (शराब कारखाने) डिस्टलरीज, 22 सैनेटाइजर कंपनियां एवं दो अन्य कंपनियां हैं।
उप्र सरकार ने 48 डिस्टलरीज और सैनेटाइजर बनाने वाली कंपनियों को लाइसेंस दिया है, जिसमें 29 डिस्टलरीज और 19 सैनेटाइजर कंपनिया हैं।
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