दक्षिणी रूसी के दागेस्तान क्षेत्र के माखचकाला शहर में एयपोर्ट पर सैकड़ों की संख्या में लोगों ने अचानक लैंडिंग क्षेत्र पर धावा बोल दिया। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गाजा में इजरायली कार्रवाई की निंदा करने के लिए ये लोग इकट्ठा हुए थे।
केरल के मलप्पुरम में फिलिस्तीन के समर्थन में हुई रैली में हमास नेता खालिद मशाल ने वर्चुअल रूप से भाग लिया था और स्पीच दी थी। इस मुद्दे को लेकर बीजेपी ने विपक्षी गठबंधन समेत केरल पुलिस पर सवाल उठाए हैं।
केरल के कोच्चि में एक कन्वेंशन सेंटर में एक के बाद एक कई बम ब्लास्ट हुए हैं। यह धमाके रविवार सुबह लगभग 9 बजे हुए हैं। जिस समय यह धमाके हुए, उस समय सेंटर में 2500 से ज्यादा लोग मौजूद थे।
इजराइल-हमास के बीच जारी भीषण संघर्ष को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सिसी ने फोन पर बात की। मिस्र कू ओर से जारी बयान में बताया गया कि दोनों नेताओं ने गाजा पट्टी में इजराइली सेना के मौजूदा अभियानों के बारे में विस्तार से चर्चा की।
अस्पताल को हमास के आतंकवादियों ने अपना हेडक्वार्टर बना लिया है। इजरायली डिफेंस फोर्सेज का कहना है कि हमास के आतंकी गाजावासियों के जरूरत के पानी, बिजली, ऑक्सीजन और ईंधन को अपने आतंकी मनसूबों को पूरा करने में इस्तेमाल कर रहे हैं।
यमन के हूती विद्राहियों ने एक बार फिर इजराइल को टारगेट करके मिसाइल छोड़ी, लेकिन इजराइल की बजाय सीमा के पास ही मिस्र के ताबा शहर में गिर गई। इससे मिस्र के 6 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। इजराइल ने मिस्र के सुरक्षाबलों के हताहत होने पर इस हमले की निंदा की है।
इजराइल ने दो दिन में दूसरी बार गाजा पर जमीनी हमला किया। इस हमले के तहत गाजा सिटी के बाहरी इलाकों में इजराइल की सेना ने हमले किए। इजराइल को ईरान ने गाजा पर जमीनी हमले करने पर अंजाम भुगतने की चेतावनी दी थी।
7 अक्टूबर को इजरायल पर हमला कर आतंक की भयावह तस्वीर पेश करनेवाले आतंकी संगठन हमास ने दावा किया है कि इजरायल के हवाई हमलों में अब तक 50 बंधकों की मौत हो चुकी है।
भारत के रुख संतुलित भी हैं और व्यावहारिक भी। मैंने पहले ही कहा कि इज़रायल अगर गाज़ा पर कब्जे करता है तो उसे बरकरार रखना मुश्किल होगा। इसीलिए अब अमेरिका भी इज़रायल को सलाह दे रहा है कि वो गाजा पर ग्राउंड अटैक न करे, सरहद पार न करे।
इजराइल के पलटवार हमलों से गाजा में मौत का तांडव मच गया है। हमास आम फिलिस्तीन नागरिकों को ढाल बनाकर जंग लड़ रहा है। ऐसे में बड़ी संख्या में लोगों के शवों को सामूहिक रूप से दफनाना पड़ रहा है। लोग अपने परिजन के क्षत विक्षत शव को पहचान सकें, इसके लिए हाथों में ब्रेसलेट पहना रहे हैं। पढ़िए पूरा मामला।
गाजा पर लगातार हवाई हमलों के बीच इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि जल्द ही गाजा पर जमीनी हमला कर हमास की कमर तोड़ी जाएगी। उधर, इजराइल की सेना गाजा बॉर्डर पर पूरी तरह से तैनात है।
इजरायल हमास युद्ध अब एक नए मोड़ पर पहुंचने वाला है। दुनिया के 3 खतरनाक उग्रवादी संगठन अब इजरायल के खिलाफ एकजुट हो गए हैं। तीनों संगठनों के टॉप लीडरों के बीच बुधवार को अहम बैठक हुई है। अब माना जा रहा है कि ये तीनों संगठन मिलकर एक साथ इजरायल पर हमला करेंगे।
इजराइल और हमास की जंग के बीच इजराइली विदेश मंत्रालय ने एक ऑडियो जारी किया है। इसमें बताया गया है कि किस तरह एक हमास के आतंकी ने बेरहमी से 10 यहूदियों का कत्लेआम कर डाला था।
इजराइल पूरी तरह बौखला गया है। गाजा पट्टी पर इजराइली सेना ने हमले और तेज कर दिए हैं। पिछले 24 घंटों में इजराइल ने जोरदार बमबारी करके 400 ठिकानों को ध्वस्त कर दिया, जो हमास ने बनाए थे। हालांकि इस बमबारी में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
हमास के बंधकों में शामिल 85 साल की योचेवेद लिफ्शिट्ज ने कैद से छूटने के बाद पहली बार चुप्पी तोड़ी और खुफिया एजेंसी शिन बेट के साथ-साथ इजरायली रक्षा बलों पर जमकर बरसीं।
इजरायल ने पिछले 24 घंटों में गाजा पर ताबड़तोड़ हवाई हमले करते हुए कम से कम 400 ठिकानों पर बमबारी की है और हमास के कई कमांडर्स और लड़ाकों को मार गिराने का दावा किया है।
उमर अब्दुल्ला ने इजरायल और हमास के बीच में चल रही जंग को लेकर कहा कि भारत ने खुलकर इजरायल का समर्थन किया और गाजा को मदद भी भेजी, लेकिन यह ऊंट के मुंह में जीरे के समान है।
इजरायल के राष्ट्रपति आइज़ैक हर्त्ज़ोर्ग ने कहा है कि हमास के आतंकवादियों के पास अल क़ायदा के मैन्युअल मिले है जिसमें उन्हें रासायनिक हथियार बनाने का तरीका बताया गया है।
इजराइल हमास में जंग के बीच आतंकी संगठन हमास ने दो इजरायली महिलाओं को अपनी कैद से रिहा कर दिया है। रिहा करने के बाद हमास ने कहा कि हमने इंसानियत की वजह से दोनों बुजुर्ग महिलाओं को छोड़ा है।
इजराइल लगातार हमास पर हमले कर रहा है। इसी बीच इजराइल गाजा में जमीनी हमले की तैयारी कर रहा है। हमले की इस आशंका पर पेंटागन ने पश्चिमी एशिया में सलाहकार भेजे हैं। जानिए इसके पीछे कारण क्या है?
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