इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका के दौरे पर हैं। यहां उन्होंने अमेरिकी संसद को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि अमेरिका और इजराइल को एक दूसरे के साथ खड़ा होना चाहिए।
हमास और फतह ने आपसी मतभेदों को भुलाकर बीजिंग में संयुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए हैं। हमास के वर्ष 2007 में हिंसक संघर्ष के दौरान फतह के लड़ाकों को गाजा पट्टी से खदेड़ दिया था।
इजराइल लगातार हमास के आतंकियों को निशाना बना रहा है। इस बीच इजराइल ने बड़ा फैसला लेते हुए गाजा पट्टी में उस हिस्से को खाली करने का आदेश दिया है जिसे उसने मानवीय क्षेत्र घोषित किया था।
गाजा में इजराइल की तरफ से लगातार हमले किए जा रहे हैं। इजराइल की ओर से किए जा रहे हमलों में महिलाओं और बच्चों की भी जान जा रही है। ताजा किए गए हमलों में बच्चों और महिलाओं समेत 15 लोगों की मौत हुई है।
यूनाइटेड नेशन की शीर्ष अदालत ने इजराइल को लेकर बड़ी बात कही है। अदालत ने कहा है कि फलस्तीनी कब्जे वाले क्षेत्रों में इजराइल की मौजूदगी गैरकानूनी है, इसे समाप्त किया जाना चाहिए।
इजराइल ने हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ को निशाना बनाने के मकसद से दक्षिणी गाजा पट्टी में भीषण हमला किया है। इस हमले में कम 90 लोग मारे गए हैं। मोहम्मद दीफ इजराइल में हमले का मुख्य साजिशकर्ता था।
गाजा पर इजरायल ने हमास के एक खूंखार आतंकी को निशाना बनाकर भीषण हवाई हमला किया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार दिल दहला देने वाले इस हमले में कम से कम 71 लोग मारे गए हैं। वहीं 289 लोग घायल हुए हैं। मरने वालों का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है।
इजराइल और हमास के बीच छिड़ी जंग के दौरान अर्जेंटीना ने हमास के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। अर्जेंटीना ने हमास को आतंकी संगठन घोषित कर दिया है।
इजराइल और हमास के बीच हो रही जंग के दौरान गाजा में हालात बदतर हो गए हैं। गाजा में 70 से अधिक फलस्तीनी मारे गए हैं। फलिस्तीनियों की मौत पर हमास ने इजराइल पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
हमास आतंकियों द्वारा 7 अक्टूबर 2023 को इजरायल पर किए गए हमले को लेकर इजरायली सेना का एक बड़ा बयान सामने आया है। इजरायली सेना ने कहा है कि उस दिन हुए हमले के दौरान मारे गए बंधक इजरायली गोलीबारी में नहीं मरे थे। यानि इन्हें हमास के आतंकियों ने ही मारा था।
इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। मौजूदा समय में जंग थमने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। इस बीच जराइली सेना ने शहर में पर्चे गिराए हैं और लोगों से गाजा सिटी खाली कर देने की बात कही है।
अमेरिका के प्रयास से गाजा में इजरायल और हमास के बीच युद्ध विराम की संभावनाएं बढ़ गई हैं। हमास ने अमेरिकी प्रस्ताव को स्वीकार लिया है। इससे इजरायली बंधकों की रिहाई की उम्मीदें जाग गई हैं।
इजराइल पर बड़ा हमला हुआ है। हमला आतंकवादी संगठन हिजबुल्ला ने किया है। हिजबुल्ला ने इजराइल पर 200 से अधिक रॉकेट दागे हैं।
इजराइल की सेना ने हमास के कमांडर मोहम्मद डेफ की एक नई तस्वीर जारी की है। बता दें कि इजराइल मोहम्मद डेफ और याह्या सिनवार को 7 अक्टूबर 2023 को देश में हुए नरसंहार के लिए जिम्मेदार मानता है।
इजराइल और हमास के बीच छिड़ी जंग से सबसे ज्यादा प्रभावित बच्चे हुए हैं। गाजा में हालत भयावह हैं और इलाज के लिए अस्पताल तक नहीं बचे हैं। अब पहली बार ऐसा हुआ है जब 68 बच्चों को इलाज के लिए मिस्र और अन्य देशों में भेजा गया है।
इजरायली सेना की ओर से गाजा पर किए गए भीष हमले में गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के निदेशक की मौत हो जाने की खबर सामने आ रही है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह दावा किया है। हालांकि इजरायली सेना का कहना है कि उसका निशाना हमास का सशस्त्र कमांडर था, जो कि इस हमले में मारा गया है।
इजरायल-हमास युद्ध में अब नया मोड़ आ गया है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की ओर से ईरान समर्थित हिजबुल्ला के खिलाफ सीधी जंग के ऐलान के बाद अब इस युद्ध में तालिबान भी कूद गया है। अफगानिस्तान की ओर से 1000 से अधिक तालिबानी लड़ाके इजरायल के खिलाफ जंग में हिजबुल्ला का साथ देने रवाना हो चुके हैं।
हमास का लगभग खात्मा कर देने के बाद अब इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान समर्थित चरमपंथी संगठन हिजबुल्ला के खिलाफ फुल मोर्चा खोलने का ऐलान कर दिया है। प्रधानमंत्री के ऐलान के साथ ही इजरायली सेनाएं और टैंक भारी संख्या में हिजबुल्ला की ओर कूच कर चुके हैं। इससे लेबनान से ईरान तक खलबली मच गई है।
इजरायल हमास युद्ध के 9 महीने गुजरने को हैं। इस बीच हमास से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद की रिपोर्ट के अनुसार हमास ने उत्तरी गाजा और खान यूनिस में फिर से हमास के नए आतंकियों की फौज तैयार करना शुरू कर दिया है। 18 वर्ष के नए लड़ाकों की हमास ने भर्तियां शुरू कर दी हैं।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 'वार कैबिनेट' भंग कर दिया है। सांसद बेनी गैंट्ज की ओर से सरकार छोड़ने के बाद नेतन्या ने यह फैसला लिया है।
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