अमेरिका और दुनिया के कई अन्य देशों के विरोध को दरकिनार कर रफह शहर पर हमले को लेकर इजराइल का रुख साफ है। इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने रफह के अभियान को जरूरी बताया है।
बीते साल अक्टूबर में शुरू हुई इजराइल और हमास के बीच जंग को छह महीने बीते चुके हैं। इजराइल की सैन्य कार्रवाई जारी है। इस बीच इजराइल ने खान यूनुस से अपने सैनिकों को वापस बुलाया है।
गाजा में इजराइली हवाई हमलों में सहायता कर्मियों के मारे जाने के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन और इजराइल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के बीच फोन पर बातचीत हुई है।
इजरायली सेना ने मध्य गाजा पट्टी में हमास आतंकियों को निशाना बनाते हुए घातक एयरस्ट्राइक की है। इस हवाई हमले का मोसाद ने वीडियो भी जारी किया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि 3 आतंकी जाते हुए दिख रहे हैं। अचानक उनके ऊपर मिसाइल गिरती है और इसमें तीनों ही मारे जाते हैं।
व्हाइट हाउस में होने वाले इफ्तार के निमंत्रण को अमेरिकी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अस्वीकार कर दिया है। अमेरिकी-मुस्लिम गाजा की घेराबंदी को लेकर इजराइल का समर्थन करने के लिए बाइडन से खफा हैं।
इजराइल की तरफ से गाजा में किए गए हमले में सात सहायता कर्मियों की मौत हो गई है। सहायता कर्मियों की मौत पर इजराइल की प्रतिक्रिया भी सामने आई है। जराइल के सैन्य प्रमुख ने कहा है कि यह एक गलती थी।
इजराइल दक्षिणी गाजा के रफह शहर में जमीनी हमला करने की रणनीति बना रहा है। इजराइल की इस रणनीति का अमेरिका ने विरोध किया है। इस बीच दोनों देशों के उच्च अधिकारियों के बहीच अहम बैठक हुई है।
इजराइल की तरफ से हमास ठिकानों पर हमले लगातार जारी है। इन हमलों में सहायता कर्मियों की जान भी जा रही है। ऐसे ही एक हमले में सहायता कर्मियों और उनके फलस्तीनी वाहन चालक की मौत हो गई है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अल-जजीरा चैनल के इजराइल में प्रसारण पर बैन लगा दिया है। उन्होंने हाल ही में बनाए गए नए कानून का हवाला देते हुए इसकी जानकारी दी है। इसके साथ ही उन्होंने अल-जजीरा को आतंकवादी चैनल बताया है।
एक तरफ जहां इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है वहीं दूसरी तरफ इजराइल के लोग प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। लोगों की मांग है कि बंधकों को मुक्त कराया जाए।
अमेरिका और इजराइल के बीच जारी तनाव के वक्त दोनों देशों के रक्षा अधिकारियों की अहम बैठक हुई है। अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा है कि इजराइली बलों को सटीक निशाना बनाकर कार्रवाई करनी चाहिए जो गाजा में कहीं भी मौजूद हमास नेताओं के खिलाफ प्रभावी हो।
इजराइल और हमास के बीच जारी जंग को लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिक्रिया सामने आई है। ट्रंप ने इजराइल से जंग खत्म करने का आग्रह किया है।
इजराइल और हमास के बीच जंग थमने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं। हमास ने नए युद्धविराम प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। फिलहाल इजराइल रफह में जमीनी हमला शुरू करने की योजना पर काम कर रहा है।
इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। गाजा में तत्काल संघर्ष विराम की मांग वाले एक प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मतदान किया जाएगा। सुरक्षा परिषद के कई सदस्य उम्मीद कर रहे हैं कि संयुक्त राष्ट्र का सबसे शक्तिशाली निकाय युद्ध समाप्त करने की मांग करेगा।
इजराइल और हमास के बीच संघर्ष विराम को लेकर अब तक संयुक्त राष्ट्र के सभी प्रयास विफल ही साबित हुए हैं। इस बीच तमाम चेतावनियों के बावजूद इजराइल रफह में जमीनी हमला शुरू करने की योजना पर काम कर रहा है। इस लेकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने चिंता जाहिर की है।
इजराइल और हमास के बीच जंग लगातार जारी है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने एक और पहल की है। सुरक्षा परिषद मुस्लिमों के पवित्र महीने रमजान के दौरान गाजा में मानवीय संघर्ष विराम की मांग वाले प्रस्ताव पर मतदान करने के लिए तैयार है।
गाजा में इजरायल ने बीते 24 घंटे में जबरदस्त हवाई हमला किया है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार इस हमले में कम से कम 82 लोग मारे गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार गत 5 माह के युद्ध में अब तक इजरायली हमले में गाजा में कुल 32 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।
इजराइल और हमास के बीच जंग जारी है। जंग के बीचएक बार फिर अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजराइल पहुंचे हैं। ब्लिंकन का ये दौरा अहम माना जा रहा है क्योंकि मौजूदा समय में इजराइल और अमेरिका के बीच संबंध सामान्य नहीं हैं।
अमेरिका और इजराइल के बीच हाल के दिनों में रिश्तों में तनाव देखने को मिला है। ऐसे में इस बीच अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इजराइल का दौरा करने वाले हैं। ब्लिंकन के इस दौरे में दोनों देशों के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी।
इजराइल की सेना ने कहा है कि हमास के चरमपंथी एक बार फिर से अस्पताल को ठिकाना बना रहे हैं। वहीं गाजा का कहना है कि अस्पताल में रुकने वाले सभी लोग शरणार्थी हैं, जो अपनी जान बचाने के लिए शरण लिए हुए हैं।
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