उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ‘आप की अदालत’ में कहा कि हल्द्वानी में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जे किए और वहां जब मजारों की खुदाई की गई तो कुछ भी अवशेष नहीं निकला।
उत्तराखंड के हल्द्वानी के बनभूलपुरा में प्रशासन द्वारा कर्फ्यू में कुछ राहत दी गई है। आठ फरवरी को इलाके में हिंसा भड़क गई थी। हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई थी और पुलिस एवं पत्रकारों सहित 100 से अधिक लोग घायल हो गए थे।
हल्द्वानी में बीते दिनों हुए हिंसा के अधिकांश उपद्रवियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन अब भी इस हमले का मास्टरमाइंड और 9 अन्य लोग गायब हैं। ऐसे में पुलिस ने 9 वांछित अपराधियों के पोस्टर को जारी किया है।
सोशल मीडिया पर दावा किया जा रहा कि हल्द्वानी बच्ची के रोने का वीडियो बनभूलपुरा हिंसा से संबंधित है। हालांकि इंडिया टीवी की पड़ताल में ये दावा भ्रामक निकला है।
हलाल सर्टिफिकेट देने को लेकर अवैध वसूली करने मामले में यूपी एसटीएफ ने हलाल काउंसिल ऑफ इंडिया के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इन सभी पर हलाल सर्टिफिकेट देने को लेकर अवैध वसूली करने का आरोप है।
हल्द्वानी के बनभूलपुरा क्षेत्र में हुई हिंसा में 6 लोगों की मौत हुई थी। वहीं, 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे। पुलिस इस हिंसा के आरोपियों को पकड़ने के लिए लगातार अभियान चला रही है।
बीते रविवार को पुलिस ने 25 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है साथ ही उनके कब्जे से 07 तमन्चे, 54 जिन्दा कारतूस एवं थाने से लूटे गये 99 जिन्दा कारतूस भी बरामद किये हैं।
हल्द्वानी हिंसा के बाद पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी कड़ी में पुलिस ने अबतक 25 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि इस घटना के मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक अब भी फरार है और उसकी तलाश जारी है।
हल्द्वानी के बाहरी इलाके में आज कर्फ्यू हटा लिया गया है, लेकिन बनभूलपुरा में जारी रहेगा। पूरे हल्द्वानी में आज भी इंटरनेट पर बैन जारी रहेगा। छात्रों की प्रतियोगी परीक्षा पर रोक नहीं होगी।
Haldwani Violence Update: हल्द्वानी दंगे का मास्टरमाइंड अब्दुल मलिक
हलद्वानी में हुई हिंसा के कर्फ्यू लागू कर दिया गया था। हालांकि वनभूलपुरा इलाके को छोड़कर बाकी अन्य जगहों से कर्फ्यू को हटा लिया गया है। इस बीच पुलिस ने कार्यवाही करते हुए 5 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है।
हल्द्वानी हिंसा के मामले में पुलिस को अब्दुल मलिक नाम के एक शख्स की तलाश है जिस पर गैरकानूनी ढंग से जमीनों पर कब्जे करने और उन्हें बेचने के भी आरोप हैं।
हिंसा के बाद आज भी हल्द्वानी में कर्फ्यू जारी है। स्कूल-कॉलेज और मार्केट सब बंद रखे गए हैं। पुलिस ने 5 हजार लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। बनभूलपूरा में आज भी किसी को जाने की इजाजत नहीं है।
हलद्वानी में हुई हिंसा के बाद पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा है कि कर्फ्यू लगाने से स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में आ गई है, लेकिन फिलहाल प्रयास सामान्य स्थिति वापस लाने पर केंद्रित हैं।
हर गली..हर छत से हमला..3 घंटे तक हल्द्वानी कैसे दहला....। तोड़ दिए शीशे-दरवाजे..कैसे बाल-बाल बचे पुलिसवाले... उत्तराखंड सुलग रहा है... देवभूमि हल्द्वानी को दंगाइयों ने हिंसा की आग में झोंक दिया है.. हल्द्वानी में जो हुआ.. उसे लेकर कई सवाल उठ रहे हैं...
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुश्कर सिंह धामी हल्द्वानी पहुंचे। यहां उन्होंने हिंसाग्रस्त इलाके में स्थिति का जायजा लिया और घायलों से अस्पताल में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह हमला सुनियोजित था और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
हल्द्वानी के विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि इस मामले में कोर्ट में सुनवाई होनी थी लेकिन उससे पहले ही प्रशासन के कुछ उतावले अधिकारियों ने यह कार्रवाई कर दी। अगर थोड़ी भी सावधानी बरती जातो तो इससे बचा जा सकता था।
हल्द्वानी हिंसा पर नैनीताल की डीएम और एसएसपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कई अहम जानकारियां दी हैं। इस दौरान डीएम वंदना सिंह ने बताया कि 15 दिन से अतिक्रमण हटाने की ड्राइव चल रही थी।
हल्द्वानी हिंसा मामले को लेकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में हाई कोर्ट में 14 फरवरी को सुनवाई होनी थी। यह स्थान मुस्लिम बहुल क्षेत्र में स्थित है और 1937 से मुस्लिम पक्ष द्वारा लीज पर लिया हुआ है।
उत्तराखंड के हल्द्वानी में गुरुवार शाम को एक माजर के ध्वस्तीकरण के बाद हिंसा भड़क उठी। इस हिंसा में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं 200 पुलिसकर्मियों समेत 300 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
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