Gyanvapi Masjid Case: वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर से जुड़े मां श्रृंगार गौरी को लेकर दाखिल केस में 35 दिन बाद आज फिर सुनवाई हो रही। जून महीने में कोर्ट गर्मी की छुट्ठी के कारण बंद था इसलिए सुनवाई नहीं हो पाई। बीती 30 मई को मामले में आखिरी बार सुनवाई हुई थी।
मोहन भागवत के इस आश्वासन पर कि किसी मस्जिद पर कब्जा नहीं होगा, औवैसी ने कहा कि उन्हें RSS सुप्रीमो की बात पर यकीन नहीं है।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि जबरन धर्मांतरण एक झूठ है और भागवत व उनके जैसे लोग यह स्वीकार नहीं कर सकते कि आधुनिक भारत में पैदा हुए लोग भारतीय नागरिक हैं। भागवत ने कहा था कि यह अप्रासंगिक है कि उनके पूर्वज कहां से आए, या वे कौन थे या उन्होंने क्या किया।
ज्ञानवापी विवाद को लेकर सपा नेता अबू आजमी ने कहा कि यह विवाद होना ही नहीं चाहिए था लेकिन अब जब बात कोर्ट में गई है तो उसके फैसले का इंतजार करते हैं। मुस्लिमों ने इन सब विवाद में बहुत धैर्य रखा।
Gyanvapi survey video leak: ज्ञानवापी मस्जिद परिसर के सर्वेक्षण का वीडियो लीक होने के बाद चार महिला याचिकाकर्ता मंगलवार को जिला न्यायाधीश की अदालत में सर्वेक्षण रिपोर्ट, वीडियोग्राफी और फोटोग्राफ की कॉपी सीलबंद लिफाफे में जमा कराने पहुंचीं। हालांकि जिला न्यायाधीश एके विश्वेश ने महिलाओं को सामग्री वापस कर दी।
Gyanvapi Case: रिपोर्ट सौंपे जाने के कुछ देर बाद ही रिपोर्ट लीक लीक हो गई और सर्वे के वीडियो वायरल हो गए। ये लिफाफे हिंदू पक्ष को सौंपे गए हैं।
PM Narendra Modi govt 8 years: इंडिया टीवी संवाद महासम्मेलन के मंच पर संबित पात्रा ने कहा, ''आप सड़क पर नमाज पढ़ेंगे और कोई एम्बुलेंस जाना चाहे तो आप (मुसलमान) कहेंगे कि अरे यह तो हमें डरा रहा है। आर्टिकल 370 हटा दो तो मुसलमान डर जाता है। ट्रिपल तलाक हटा दो तो मुसलमान डर जाता है।''
Gyanvapi case: वाराणसी कोर्ट में ज्ञानवापी मस्जिद मामले पर सुवाई हो रही है ।विष्णु जैन समेत सारे पक्षकार कोर्ट में रहे मौजूद हैं। इससे पहले 26 मई को इस मामले पर हिंदू पक्ष और मुस्लिम पक्ष में 2 घंटे तक बहस हुई जिसके बाद सोमवार को दोपहर 2 बजे तक सुनवाई टल गई थी।
नूपुर शर्मा ने कथित तौर पर कहा था कि यदि लोग लगातार हिंदू आस्था का मजाक उड़ा रहे हैं, तो वह भी इस्लाम को लेकर ऐसा सकती हैं।
ज्ञानवापी मस्जिद विवाद को लेकर दुनियाभर के इस्लामिक देशों की नजरें भी भारत पर टिकी हैं। पाकिस्तान, बांग्लादेश और तुर्की जैसे इस्लामिक देशों की मीडिया इस खबर को प्रमुखता से चला रही है।
PFI : पीएफआई का मानना है कि ज्ञानवापी और मथुरा मस्जिद के खिलाफ कोर्ट में दायर की गई याचिका गलत है।
हिंदू पक्ष के आरोपों ने ज्ञानवापी मस्जिद मामले में नया ट्विस्ट लिया दिया है। याचिकाकर्ता विष्णु जैन का दावा है उनके इल्जाम एकदम सही हैं और इसके सबूत है मुस्लिम पक्ष ने महापाप किया है। महादेव का अपमान किया है। वो कोर्ट में अपनी बात को साबित कर देंगे कि शिवलिंग के साथ छेड़छाड़ की गई है
Gyanvapi Masjid Case : अदालत केस की मेंटेनेबिलिटी पर फैसला सुनाएगी। सबसे पहले मुस्लिम पक्ष के प्रार्थना पत्र पर ही सुनवाई होगी और इसके बाद आगे की कार्यवाही तय की जाएगी।
Mangalore Controversy after Gyanvapi: कर्नाटक के मंगलौर में एक पुरानी मस्जिद के नीचे कथित तौर पर हिंदू मंदिर जैसा वास्तुशिल्प डिजाइन मिलने का दावा किया जा रहा है। इसको लेकर विश्व हिंदू परिषद एक अनुष्ठान करने जा रहा है। इस वजह से बुधवार रात 8 बजे से इलाके में धारा 144 लगा दी गई है।
Gyanvapi Masjid Case: ज्ञानवापी मस्जिद से जुड़ी नई याचिका पर आज सिविल कोर्ट में सुनवाई हुई। मस्जिद में मिले कथित शिवलिंग की पूजा की इजाजत मांगने वाली याचिका फास्ट ट्रैक कोर्ट को ट्रांसफर कर दी गई है । अब 30 मई को सुनवाई होगी।
Gyanvapi Masjid Case : सोमवार को करीब 45 मिनट तक दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद अदालत ने फैसला सुरक्षित रख लिया था।
वाराणसी के ज्ञानवापी-श्रृंगार गौरी मामले में जिला जज ए.के. विश्वेश की अदालत ने सोमवार को इस बात को लेकर अपना फैसला मंगलवार तक के लिए सुरक्षित रखा कि किस मामले पर पहले सुनवाई होगी।
दरअसल, ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे मामले में आज का दिन बेहद अहम था, क्योंकि आज सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पहली बार वाराणसी जिला जज ने मामले की सुनवाई की।
Tariq Fateh on Gyanvapi: ज्ञानवापी विवाद पर पाकिस्तान मूल के कनाडाई लेखक तारिक फतह ने एक टीवी चैनल से बातचीत के दौरान कहा कि- 'ज्ञानवापी मस्जिद नहीं है, बल्की वह मंदिर था। इसलिए जो जिसका है वह उसे सौंप देना चाहिए।'
Gyanvapi Masjid Case: ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे मामले में आज का दिन बेहद अहम है, क्योंकि आज सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पहली वाराणसी जिला जज मामले की सुनवाई करेंगे। इस दौरान जिला जज तमाम लंबित याचिकाओं और नई याचिकाओं पर भी विचार करेंगे।
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