ज्ञानवापी पर मुख्यमंत्री योगी पहली बार खुलकर बोले...पूरे विवाद का समाधान बता दिया..कि मुसलमान ज्ञानवापी को मस्जिद कहना छोड़ें...मतलब ये कि विवादित ढांचे पर अपना दावा छोड़े...सीएम योगी ने ये भी कहा कि मुसलमानों को आगे आकर अपनी ऐतिहासिक भूल सुधारनी चाहिए...और इस विवाद के हल का प्रस्ताव देना चाहिए.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के ज्ञानवापी पर दिए गए बयान के बाद हड़कंप मच गया है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने योगी के बयान पर निशाना साधा है।
ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर चल रहे विवाद के बीच यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अगर हम उसको (ज्ञानवापी) मस्जिद कहेंगे तो फिर विवाद होगा। मुझे लगता है कि भगवान ने जिसको दृष्टि दी है, वो देखे।
अदालत इस बाबत 3 अगस्त को फैसला सुनाने वाली है। मुख्य न्यायधीश प्रीतिंकर दिवाकर की अदालत ने इस मामले पर कहा कि तीन अगस्त तक एएसआई सर्वेक्षण पर लगी रोक बरकरार रहेगी।
Gyanvapi Temple News: देश के सामने साढ़े तीन सौ साल से एक यक्ष प्रश्न खड़ा है..... काशी की ज्ञानवापी मंदिर है या मस्जिद.... ये भगवान शिव का स्थान है या एक हजार साल पहले बनी कोई मस्जिद.... ये सवाल कई सौ सालों से लोगों के सामने खड़ा है.
हिंदू पक्ष कुछ तस्वीरें लेकर हाईकोर्ट के जस्टिस के सामने खड़ा हो गया.... इन तस्वीरों में जो दिख रहा है..... जो मैसेज निकल कर सामने आ रहा है.... उसके बाद ये सवाल उठ रहा है कि क्या ज्ञानवापी सचमुच एक मंदिर था....
वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में एएसआई को सर्वेक्षण करना है। कोर्ट के आदेश के बाद एएसआई की टीम के साथ जीपीआर टेक्नोलॉजी के माध्यम से सर्वे करने के लिए आईआईटी कानपुर की टीम ज्ञानवापी परिसर जाएगी।
ज्ञानवापी परिसर में एएसआई सर्वे पर फिलहाल 3 अगस्त तक रोक जारी रहेगी। इलाहाबाद हाईकोर्ट 3 अगस्त को इस मामले में फैसला सुनाएगा।
ज्ञानवापी परिसर के एएसआई सर्वे को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई जारी है। हाईकोर्ट आज इस पर कोई आदेश दे सकता है।
चानक शाम को सवा पांच बजे ऐसा लगा कि ज्ञानवापी पर फैसला आ गया है..ऐसा लगा कि पांच दिन में सर्वे पूरा हो जाएगा..साढ़े पांच बजे तक फैसला फिर रुक गया..क्यों ..हाईकोर्ट ने पूछा कि 31 जुलाई तक सर्वे पूरा कर देंगे.. एएसआई ने हलफनामा भी दे दिया..
ज्ञानवापी मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने ASI सर्वे पर कल तक के लिए रोक लगा दी है। कल भी इस मामले पर सुनवाई जारी रहेगी।
ज्ञानवापी परिसर के सर्वे को लेकर आज इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई हो रही है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मुस्लिम पक्ष इस मामले को लेकर हाईकोर्ट पहुंचा है। इस सुनवाई के बाद आज साफ हो जाएगा कि ज्ञानवापी का सर्वे होगा या फिर रोक दिया जाएगा।
ज्ञानवापी मामले की सुनवाई अब इलाहाबाद हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस करेंगे। इसकी जानकारी मुस्लिम पक्ष के वकील ने दी है।
ज्ञानवापी मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट कल नए बेंच का गठन करेगी। आज हुई सुनवाई के दौरान यह फैसला लिया गया।
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने ज्ञानवापी परिसर के ASI सर्वे पर पहले ही रोक लगाई थी। आज हुई सुनवाई में इसके लिए बेंच गठन का फैसला लिया गया है। कल बेंच का गठन होगा।
24 जुलाई की ये तारीख याद रखिएगा. 24 में जब रिज़ल्ट आएगा तो 24 जुलाई का जिक्र बार-बार आएगा. वक्त भी याद रखिएगा, सुबह 7 बजे, जब ASI के 42 लोगों की टीम ज्ञानवापी के अंदर गई और सर्वे शुरू हुआ
बनारस में ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे पर बुधवार तक सुप्रीम कोर्ट ने रोक लगा दी है...और मुस्लिम पक्ष से आज ही हाईकोर्ट जाने को कहा...दरअसल कोर्ट के आदेश पर एएसआई की टीम सुबह साढ़े 6 बजे ही पहुंच गई थी...और 7 बजे से सर्वे का काम शुरु कर दिया...
ज्ञानवापी परिसर का सर्वे ASI की टीम ने शुरू किया तो अंजुमन इंतेजामिया मसाजिद कमेटी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने निर्देश दिया कि वाराणसी कोर्ट के पूरे Gyanvapi Masjid परिसर (वजूखाना को छोड़कर) के ASI Survey की अनुमति देने वाले आदेश को 26 जुलाई को शाम 5 बजे के बाद ही लागू
वाराणसी के ज्ञानवापी मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने 26 जुलाई तक ASI के सर्वे पर भी रोक लगा दी है। कोर्ट ने कहा है कि मुस्लिम पक्ष हाईकोर्ट जाए।
ASI ने यूपी के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी परिसर का सर्वे शुरू कर दिया है। इस सर्वे की रिपोर्ट ASI को 4 अगस्त तक सौंपनी है। 30 लोगों की टीम अंदर मौजूद है।
संपादक की पसंद