ज्ञानवापी मामले में हिंदू पक्ष को कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। हिंदू पक्ष की ओर से पूरे परिसर की ASI सर्वे की मांग की याचिका को कोर्ट ने खारिज कर दिया है।
योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर कहा कि ज्ञानवापी एक ढांचा मात्र नहीं, बल्कि भगवान विश्वनाथ का प्रतीक है। यहां आदिशंकर को भगवान विश्वनाथ ने अछूत चंडाल के रूप में दर्शन दिया था।
Gyanvapi case: हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने सीएम योगी के उस बयान का समर्थन किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि ज्ञानवापी साक्षात 'विश्वनाथ' है।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर बड़ी बात कह दी है। सीएम योगी ने कहा कि यह मस्जिद नहीं, भगवान शिव का मंदिर है। उनके इस बयान पर सियासत शुरू हो गई है। जानिए किसने क्या कहा?
क्या गलत इतिहास पढ़ाया जा रहा है ? क्या वामपंथियों ने पूरा इतिहास बदल दिया ? क्या किताबों में जानबूझकर मुगलों को हीरो बताया ? क्या भारत का असली इतिहास छिपाया गया ?
ज्ञानवापी मामले में सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार को अगली सुनवाई होगी। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट व्यास जी के तहखाने में पूजा के खिलाफ मस्जिद पक्ष की याचिका पर ट्रायल कोर्ट के याचिकाकर्ता शैलेंद्र व्यास को नोटिस जारी कर चुका है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने दिल्ली में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि अगर बीजेपी लोकसभा में 400 सीटों के पार जाती है तो मथुरा में कृष्ण जन्मभूमि और काशी में बाबा विश्वनाथ का भव्य मंदिर बनेगा।
बाबा की नगरी वाराणसी में आज हिंदू और मुस्लिमों का पर्व मनाया गया। आज माता श्रृंगार के कपाट खुले वहीं आज मुसलमानों ने जुम्मे की नमाज पढ़ी। इसे लेकर सुरक्षा व्यवस्था काफी कड़ी की गई।
Gyanvapi Case: सर्वोच्च न्यायालय ने आज यानी 1 अप्रैल को ज्ञानवापी मस्जिद के दक्षिणी तहखाने में हिंदू प्रार्थनाओं पर रोक लगाने से इनकार कर दिया और हिंदू पक्ष को नोटिस भी जारी किया है।
महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती के बाद कपाट भक्तों के लिए खुल गए हैं। अब करीब 41 घण्टे तक लगातार विश्वनाथ के दर्शन होते रहेंगे। मंदिर प्रशासन ने भक्तो की सुविधा के लिए प्रवेश के लिए 5 द्वार बनाए हैं।
अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन चुका है। ऐसे में भाजपा नेता उमा भारती ने काशी और मथुरा को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इन मंदिरों के लिए आंदोलन करने की जरूरत नहीं होगी, कोर्ट जो फैसला देगा वो सबको मान्य होगा।
ज्ञानवापी परिसर में स्थित व्यास जी तहखाने में पूजा करने के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मुस्लिम पक्ष की याचिका ख़ारिज कर दिया। कोर्ट ने कहा कि तहखाने में पूजा जारी रहेगी।
ज्ञानवापी परिसर के व्यास जी के तहखाने में जारी पूजा के खिलाफ मस्जिद कमेटी ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। इस मामले पर सोमवार को कोर्ट अपना फैसला सुनाने जा रही है। अब सबकी निगाहें कोर्ट के ही फैसले पर टिकी हुई है।
ज्ञानवापी के व्यास तहखाने में पूजा की अनुमति के खिलाफ दाखिल याचिका पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपना फैसला सुरक्षित रखा है।
ज्ञानवापी मामले पर इलाहाबाद हाईकोर्ट में आज की सुनवाई पूरी हो गई है। मुस्लिम पक्ष ने वाराणसी कोर्ट के फैसले को चुनौती दी थी। हिन्दू पक्ष को तहखाने में पूजा का अधिकार मिलने के खिलाफ मुस्लिम पक्ष इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा है। अगली सुनवाई 15 फरवरी को होगी।
ज्ञानवापी केस में कोर्ट के फैसले के बाद राजनीतिक विवाद देखने को मिल रहा है। इस बीच बरेली की सड़कों पर हंगामा मचा हुआ है। दरअसल तौकीर रजा के समर्थकों ने बरेली की सड़कों पर हंगामा मचा रखा है और जेल भरो कर रहे हैं।
यूपी विधानसभा में सीएम योगी आदित्यनाथ द्वारा दिए गए बयान के बाद राजनीति तेज हो गई है। इस बीच अब मौलाना सिराज खान ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद के मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को योगी आदित्यनाथ को पढ़ना चाहिए।
ज्ञानवापी के मामले पर अखिलेश यादव ने आज मीडिया के सवालों का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार बाबा साहब के संविधान के तहत काम नहीं कर रही है। अदालत इसका न्याय करेगी।
Muqabla: योगी का प्रण...याचना नहीं अब रण!
अयोध्या, काशी और मथुरा, हिंदूओं के ये तीन बड़े धर्मस्थलों का मामला अब ज्यादा दिनों तक उलझा नहीं रहेगा. अयोध्या में मंदिर बन चुका है...काशी में पूजा शुरू हो चुकी है और मथुरा का मामला कोर्ट में है
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