Shaheedi Diwas 2023: आज गुरु तेग बहादुर जी का शहीदी दिवस है। आज ही के दिन मुगल शासक औरंगजेब ने उनका सिर कटवा दिया था।
सिखों के 9वे गुरू की कहानी बेहद दिलचस्प है। गुरू तेग बहादुर ने कैसे मुगलों से सीधी लड़ाई कैसे। भारत का हर बच्चा इस नाम से आज के समय में वाकिफ है। गुरू तेग बहादुर ने तलवार की नोक पर थे लेकिन उन्होंने कभी भी इस्लाम धर्म को स्वीकार नहीं किया।
पीएम मोदी ने कहा कि यह लाल किला कितने ही अहम कालखण्डों का साक्षी रहा है, जिसने गुरु तेग बहादुर की शहादत को भी देखा है।
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, भारत को अपनी पहचान बचाने के लिए एक बड़ी उम्मीद गुरु तेगबहादुर जी के रूप में दिखी थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रात को सिख गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व के मौके पर लाल किले पर आयोजित एक समारोह को संबोधित किया।
सिख गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व के मौके पर इस कार्यक्रम का आयोजन ‘‘आजादी का अमृत महोत्सव’’ के तहत किया जा रहा है। इस कार्यक्रम का आयोजन संस्कृति मंत्रालय द्वारा दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सहयोग से किया जाएगा।
इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गुरुद्वारा लखपत साहिब समय की हर गति का साक्षी रहा है। आज जब मैं इस पवित्र स्थान से जुड़ रहा हूं तो मुझे याद आ रहा है कि अतीत में लखपत साहब ने कैसे कैसे झंझावतों को देखा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को दिल्ली के शीश गंज गुरुद्वारा साहिब पहुंचे। पीएम मोदी ने गुरुतेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर गुरुद्वारे में माथा टेका। पीएम मोदी यहां गुरुद्वारा प्रबंधन के लोगों के साथ भी मुलाकात की। पीएम जिस समय गुरुद्वारे में पहुंचे उस समय गुरुद्वारे में करीब 100 से अधिक लोग मौजूद थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सुबह दिल्ली के गुरुद्वारा सिस गंज साहिब का दौरा किया और गुरु तेग बहादुर के 400वें प्रकाश पर्व पर माथा टेका।
औरंगजेब ने गुरु तेग बहादुर पर भी इस्लाम स्वीकार करने का दबाव बनाया था लेकिन जब वे झुके नहीं तो औरंगजेब ने उनकी हत्या कर दी
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