गुरप्रीत ने एआईएफएफ वेबसाइट से कहा, ‘‘मैं ऑनलाइन गोलकीपिंग कोचिंग सार्टिफिकेट कोर्स में हिस्सा लेने को लेकर उत्साहित हूं।"
एआईएफएफ टीवी से बात करते हुए गुरप्रीत ने कहा, "अपने देश के लिए खेलने जैसी भावना कोई और नहीं हो सकती। आप अपने देश के लिए जितने मैच खेल सकते हो खेलना चाहते हो। यह काफी विशेष है।
भारतीय टीम के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह, जो पहले तो क्रिकेट अकादमी में क्रिकेट सीखने गए थे मगर वर्तमान में फुटबॉल के गोलकीपर है।
पूर्व चैंपियन बंगलुरु एफसी के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू को हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के छठे सीजन के गोल्डन गोल्डन ग्लव्स अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
भारत के स्टार खिलाड़ी सुनील छेत्री ने कतर के खिलाफ मुकाबला नहीं खेला था और सभी को लगा था कि टीम का प्रदर्शन बेहद खराब होगा।
भारतीय टीम के स्टार खिलाड़ी संदेश झिंगान ने अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया और डिफेंस में टीम के लिए बड़ा योगदान दिया।
भारतीय टीम 15 अक्टूबर को कोलकाता में बांग्लादेश का सामना करेगी।
अर्जुन अवॉर्ड जीतने वाले गुरप्रीत सिंह संधू ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनके इस अवॉर्ड से प्रेरित होकर अन्य युवा भी इस खेल को अपने करियर के रूप में चुनेंगे।
इन पुरस्कारों के शुरू होने के बाद गुरप्रीत इसे पाने वाले चौथे गोलकीपर हैं। उनसे पहले सुब्रत पाल (2016), ब्रह्मानंद संखवालकर (1997) और पीटर थंगराज (1967) को अर्जुन पुरस्कार मिला है।
2017 में एआईएफएफ ने गुरप्रीत और जेजे के साथ भारतीय महिला टीम की पूर्व कप्तान बेमबेम देवी के नाम भी सिफारिश की थी जिन्हें इस पुरस्कार से नवाजा गया था।
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