छापेमारी के दौरान डिजिटल उपकरणों समेत विभिन्न सामग्री जब्त की गई, जिनकी जांच की जा रही है। एनआईए के बयान में कहा गया है कि मामला पन्नू द्वारा एसएफजे के अन्य सदस्यों के साथ मिलकर कथित तौर पर रची गई साजिश से संबंधित है।
खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू से जुड़े मामले में अमेरिकी अदालत ने भारत सरकार को समन भेजा गया है। समन को लेकर भारत सरकार ने कड़ी आपत्ति जताई है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इसे पूरी तरह से गलत बताया है।
अमेरिका में राहुल गांधी अपने बयानों और कुछ वायरल तस्वीरों को लेकर भाजपा के निशाने पर आ गए हैं। उन्होंने विभिन्न मुद्दों को लेकर भाजपा पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने 10 साल के भाजपा के शासन में देश के हालात खराब होने का हवाला दिया है। राहुल का कहना था कि देश का माहौल बिगड़ रहा है।
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने राहुल गांधी के बयान का समर्थन करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता का बयान खालिस्तानियों के अलग देश की मांग को जायज ठहराता है।
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के प्रयास की साजिश मामले को लेकर अमेरिका ने बड़ा बयान दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि पन्नू अमेरिकी और कनाडाई नागरिक होने के साथ ही साथ भारत द्वारा घोषित आतंकवादी भी है। इसलिए हत्या के प्रयास की साजिश का आरोप साबित नहीं होने तक हम कुछ नहीं कहेंगे।
खालिस्तानी आतंकवादी पन्नू की हत्या की साजिश मामले में अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट को भारत ने निराधार बताया है।
खालिस्तान आंदोलन की जब भी बात आती है तो एक शख्स का नाम हमेशा आता है गुरपतवंत सिंह पन्नू का। गुरपतवंत सिंह पन्नू ने एक बार फिर धमकी दी है। धमकी में उसने कहा है कि 12 मार्च को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को बम से उड़ा दिया जाएगा।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने अमेरिका की ओर से भी भारत पर ऐसे ही आरोप लगाए जाने के बाद फिर अपने कथन को दोहराया है। उन्होंने कहा कि अब उन्हें बात समझ आने लगी है। पहले से भारत का रुख नरम पड़ा है। जबकि पहले ऐसा नहीं था। ट्रूडो ने कहा कि हम हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में मामले में भारत से जांच में सहयोग चाहते हैं।
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की अमेरिका में कथित हत्या की कोशिश का आरोप भारत पर लगने के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने यह कहा कि अगर कोई इस बारे में हमें सूचना देता है तो भारत इस पर गौर करेगा। हमारी प्रतिबद्धता कानून के शासन के प्रति है।
अमेरिका में भारतीय मूल के दो व्यक्तियों को अचानक गिरफ्तार किया गया है। इन पर अमेरिकन पुलिस से पूछताछ के दौरान कुछ विशेष प्रकार की जानकारी छुपाने का आरोप है। माना जा रहा है कि यह गिरफ्तारी खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कोशिश मामले से जुड़ी हो सकती है।
अमेरिका में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह की हत्या को तथाकथित कोशिश के आरोप में गिरफ्तार निखिल गुप्ता ने प्राग अधिकारियों पर बेहद गंभीर आरोप लगाया है। सुप्रीम कोर्ट में उन्होंने याचिका दायर कर प्राग की जेल में सूअर और गाय का मांस दिए जाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तारी अवैध तरीके से की गई है।
इस जांच की घोषणा भारत ने "साजिश" के कथित भारतीय संबंध की जांच करने के लिए घोषित की थी। पिछले सप्ताह, भारत ने अमेरिका द्वारा एक भारतीय अधिकारी को पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोपी व्यक्ति से जोड़े जाने को "चिंता का विषय" बताया था। उसने कहा था कि आरोपों की जांच करने वाली जांच समिति के निष्कर्षों पर आगे कार्रवाई होगी।
अमेरिकी और कनाडाई नागरिक व खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या को कोशिश मामले ने तूल पकड़ लिया है। अमेरिका की ओर से इस घटना में भारत के एक सरकारी कर्मचारी के शामिल होने का आरोप लगाया गया है। वहीं इस घटना क्रम के बाद ट्रूडो ने हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में फिर अपने आरोपों को दोहराया है।
अमेरिकी नागरिक और खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या को कोशिश से भारत का कोई लेना देना नहीं है। मगर अभियोजकों ने भारतीय नागरिक पर आरोप लगाया है कि वह एक मुकदमा रद्द करने के लिए पन्नू की हत्या करने को तैयार हो गया था। जबकि इसके लिए अमेरिका ने ऐसा कोई सुबूत पेश नहीं किया है।
आप की अदालत में इस बार केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी पहुंचे। शो में उनसे सवाल किया गया कि पन्नू जैसे देश के दुश्मनों को क्यों खत्म नहीं करना चाहिए। जानिए उन्होंने इस सवाल का क्या जवाब दिया?
हरदीप पुरी ने कहा कि ट्रुडो जिस तरह से आंतकवादियों को पनाह दे रहे हैं, उनका समर्थन करते हैं, उससे तो लगता है कि खालिस्तान अगर कभी बने, तो कनाडा में ही बनना चाहिए।
भारत के दुश्मन और खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को लेकर अमेरिका की ओर से एक बड़ा दावा किया गया है। भारत ने अमेरिकी सूचना को गंभीरता से लेने की बात कही है। अमेरिका ने भारत को यह सूचना ऐसे वक्त में दी है, जब एक ब्रिटिश अखबार में गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या के प्रयास संबंधी खबर छपी है।
खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा भारतीय विमानन कंपनी एयर इंडिया को दी गई धमकी को लेकर कनाडा ने सफाई पेश की है। मगर इस दौरान भी कनाडा द्वारा दोहरा चरित्र का प्रदर्शन किया गया है। एक तरफ कनाडा ने गुरपतवंत की वीडियो पर कहा कि वह हर धमकी को गंभीरता से लेते हैं, तो दूसरी तरफ इसे धमकी मानने से इन्कार कर दिया।
खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत पन्नू ने भारत सरकार के लिए एक वीडियो जारी कर 19 नवंबर को एयर इंडिया की फ्लाइट को उड़ाने की धमकी दी थी। उसकी धमकी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था।
विश्व कप के उद्घाटन समारोह में बाधा पहुंचाने की धमकी देने के मामले में खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ गुजरात में FIR दर्ज की गई है।
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