लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पहले चरण की वोटिंग से पहले खबर आई है कि गुलाम नबी आजाद लोकसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। उनकी पार्टी ने उन्हें जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया था। हालांकि, अब उन्होंने अपना नामांकन वापस ले लिया है।
लोकसभा चुनाव में जम्मू कश्मीर की अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट हॉट सीट बन गई है। इसके पीछे मुख्य वजह ये है कि राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्री इस लोकसभा क्षेत्र से चुनावी मैदान में आमने-सामने हैं। ऐसे में इस चुनावी क्षेत्र में आम लोगों का क्या मूड है और पॉलिटिकल एक्सपर्ट इसे लेकर क्या कहते हैं, ये जानने के लिये देखें रिपोर्ट।
डीपीएपी के मुख्य प्रवक्ता सलमान निजामी ने कहा कि समान विचारधारा वाली पार्टियों से चर्चा अभी शुरुआती स्तर पर है। उन्होंने कहा, ‘‘अंतिम फैसला आने वाले दिनों में डीपीएपी अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद लेंगे।
देश भर में लोकसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इसे लेकर चुनाव आयोग ने तारीखों का ऐलान भी कर दिया है। वहीं जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव
उन्होंने ट्वीट कर लिखा, ' आज सुबह डीएप (डिसअपीयरिंग आजाद पार्टी) के 21 नेता फिर से कांग्रेस पार्टी में वापस आ गए। इनमें गुलाम नबी आजाद की तरफ से मुझपर मानहानि का केस करने वाले एक नेता भी शामिल हैं।
गुलाम नबी आजाद ने कहा, "मैंने उनके साथ जो किया, उसके लिए मुझे मोदी को श्रेय देना चाहिए। वह बहुत उदार हैं। विपक्ष के नेता के रूप में मैंने उन्हें किसी भी मुद्दे पर नहीं बख्शा, चाहे वह धारा 370 हो या सीएए या हिजाब।"
Ghulam Nabi Azad: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि उन्होंने कभी अनुच्छेद 370 की बहाली की संभावना से इनकार नहीं किया, लेकिन कहा कि यह एक समय लेने वाली प्रक्रिया हो सकती है और केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही ऐसा तुरंत कर सकते हैं।
Ghulam Nabi Azad: कांग्रेस के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने अपने पुरानी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राजनीतिक विरोधियों से मिलने और बातचीत करने से किसी का डीएनए बदल नहीं जाता है।
Ghulam Nabi Azad: आजाद कह चुके हैं कि उनका त्यागपत्र बस शुरुआत है। यह इस बात का संकेत है कि वह आने वाले दिनों में गांधी परिवार पर अपना प्रहार तेज करेंगे।
Congress Target Ghulam Nabi Azad: जयराम रमेश ने ट्वीट किया, आजाद वर्षों तक जिस पार्टी में रहे, जहां उन्हें सब कुछ मिला, उन्हें उसी पार्टी को बदनाम करने का काम सौंपा गया है, यह उनके स्तर को और गिरा रहा है।
UP News: कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस (Congress) के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। वे लंबे अर्से से पार्टी से नाराज चल रहे थे। वे पार्टी के अंदर बदलाव की मुहिम चलाने के समर्थक माने जाते थे।
Ghulam Nabi Azad: गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस छोड़ने के बाद से ही ट्विटर पर फनी मीम्स और चुटकुलों की बाढ़ आ गयी।
Congress Leader leaving Party: देश में करीब 60 वर्षों तक सत्ता के शीर्ष पर रही कांग्रेस पार्टी से एक के बाद दिग्गज नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। इससे पीएम मोदी का कांग्रेस मुक्त भारत बनाने का नारा सच साबित होता दिख रहा है।
Ghulam Nabi Azad resigns: वे लंबे अर्से से पार्टी से नाराज चल रहे थे। वे पार्टी के अंदर बदलाव की मुहिम चलाने के समर्थक थे।
Ghulam Nabi Azad News: मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आजाद इस बात से नाराज हैं कि पार्टी में उनकी सिफारिशों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है , इसीलिए उन्होंने नई जिम्मेदारी से इस्तीफा दे दिया है।
Congress: गुलाम नबी आजाद और आनंद शर्मा कांग्रेस पार्टी के दो ऐसे नेता हैं जो बीते कई दिनों से गांधी परिवार के विरोध में बोलने को लेकर चर्चा में रहे हैं। हालांकि आज जब गांधी परिवार पर मुसीबत आई है तो ये नेता सोनिया गांधी के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं।
दुनियाभर में धूमधाम से मनाया जा रहा ईद-उल-फितर त्योहार, पीएम मोदी समेत कई हस्तियों ने दी बधाई
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद आज राष्ट्रपति भवन में आयोजित होने वाले नागरिक अलंकरण समारोह- 1(Civil Investiture Ceremony-1) में वर्ष 2022 के लिए दो पद्म विभूषण, आठ पद्म भूषण और 54 पद्म श्री पुरस्कार प्रदान करेंगे।
कांग्रेस के दिग्गज नेता गुलाम नबी आजाद और पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता बुद्धदेव भट्टाचार्य को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। लेकिन पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने पद्म भूषण का पुरस्कार ठुकरा दिया है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने शनिवार को कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव जब भी हों, सभी को उसमें हिस्सा लेना चाहिए और कांग्रेस को इसकी तैयारी शुरू कर देनी चाहिए।
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