कुछ विपक्षी नेताओं का यह मानना है कि विपक्षी दलों के ऊपर इस बात का दबाव है कि यदि वे मिलजुल कर चुनाव नहीं लड़ेंगे तो उनके अस्तित्व पर खतरा आ सकता है इसलिए राहुल को विपक्ष की एकता कायम करने में अधिक दिक्कत नहीं आनी चाहिए...
इस मुद्दे पर आरक्षण के अगुआ हार्दिक पटेल ने विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन दिया। अपने पहले के चुनावी भाषणों में प्रधानमंत्री ने जनता से कहा था कि वह झूठे वादों के फेर में ना आएं। महिसागर जिले के लुनावाड़ा में एक रैली को संबोधित करते हुए मोदी न
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने उनके किसी भी प्रश्न का जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा, "मैंने उनसे गुजरात रिपोर्ट कार्ड के संबंध में दस प्रश्न पूछे थे, जिसका उन्होंने जवाब नहीं दिया।" राहुल द्वारा का शनिवार को पूछा गया 11 प्रश्न मोदी से चुनाव होने तक ह
‘अब कांग्रेस इतनी निराश और हताश हो गई है कि मोदी को गाली देने में उतर आई है। आपको खबर नहीं है, आपने मोदी को गाली दी है इससे पूरे गुजरात के लोगों की दिल पर चोट पहुंची है। अगर कोई गलत बोलता है तो आपको बुरा लगता है या नहीं? आपको दुख होता है या नहीं? ऐसे
राज्य विधानसभा की 89 सीटों में से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास 67 सीटें हैं , जबकि कांग्रेस के पास 16 सीटें हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और जनता दल-यूनाइटेड के पास एक-एक सीट है, जबकि दो सीटें निर्दलीयों के पास हैं।
सबसे अमीर उम्मीदवार दसकरोई सीट से कांग्रेस के पंकज पटेल हैं। उनकी कुल संपत्ति 231.93 करोड़ रूपये है। उनके बाद दूसरे नंबर पर कांग्रेस के ही राजकोट-वेस्ट सीट से इंद्रनील राजगुरू हैं। उनकी कुल संपत्ति 141.22 करोड़ रूपये है। तीसरे नंबर पर बोटाड सीट से भा
उन्होंने यहां एक सभा में कहा, ‘‘यह एक तथ्य है कि वह (सरदार पटेल) कांग्रेस के नेता थे। यदि हम सरदार पटेल को समझने के लिए गहरे तक जाएं तो हम पाएंगे कि वह गुजरात के हृदय में रची बसी एक आवाज हैं।’’ राहुल ने कहा, ‘‘सरदार पटेल न तो नरेंद्र मोदी से संबंधित
गुजरात विधानसभा चुनाव 2017 (Gujarat Assembly Election 2017) में पहले चरण की वोटिंग खत्म हो गई है। 19 ज़िलों की 89 सीटों पर आज वोट डाले गए। चुनाव आयोग के मुताबिक पहले दौर में लगभग 68 फीसदी वोटिंग हुई है, वैसे माना जा रहा है कि कुल मतदान लगभग 70 प्रतिश
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने गुजरात का विकास देखने के लिए यहां की यात्रा करने का फैसला किया...
गुजरात में पहले चरण का मतदान 9 दिसंबर को और दूसरे चरण का 14 दिसंबर को होना है। परिणाम 18 दिसंबर को आएंगे...
गुजरात चुनावों से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लिए एक ऐसी खबर आई है, जो किसी भी लिहाज से अच्छी नहीं कही जा सकती...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के कारण कांग्रेस से निलंबित हुए मणिशंकर अय्यर ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि...
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा में फर्क का पता चलता है। जब गुजरात में बाढ़ आई थी तो कांग्रेस के नेता बेंगलुरु में पूल में आराम कर रहे थे जबकि भाजपा के विधायक यहां लोगों की मदद कर रहे थे। वहीं सूरत की रैली में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मो
गांधी अपने इन सवालों के लिए “22 साल का हिसाब, गुजरात मांगे जवाब” टैगलाइन का इस्तेमाल कर रहे हैं। राहुल गुजरात में भाजपा के पिछले 22 सालों के शासन पर हर दिन ट्विटर पर एक सवाल पूछ रहे हैं। कल गुजरात में पहले चरण के मतदान होने वाले हैं और दूसरे चरण के म
मणिशंकर अय्यर जब जब सार्वजनिक रूप से व्यक्तिगत हमले करते हैं ,अपने ही पाँव पर कुल्हाड़ी मारते हैं।एक राजनयिक से नेता बने अय्यर भूल गए २०१४ में मोदी पर उनकी ‘चायवाला’ टिप्पणी ने कमज़ोर और सामान्य वर्ग की जनसंख्या को आहत करने वाली थी।
बराड ने सोमनाथ विधानसभा चुनाव 2012 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन जीतने के बाद पार्टी से इस्तीफा देकर 2014 में भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने दोबारा से सीट पर जीत हासिल की और विजय रूपाणी के मंत्रिमंडल में राज्य के पर्यटन मंत्री बने। भा
कल गुजरात में पहले चरण के लिए 89 सीटों पर वोटिंग होगी। 'खुश रहे गुजरात, खुशहाल गुजरात' का नारा देकर कांग्रेस अपना चुनावी घोषणा-पत्र पहले ही जारी कर चुकी है और भाजपा के घोषणा पत्र जारी न करने पर मन ही मन खुश भी हो रही है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि गुजरा
इन संस्थाओं ने हार्दिक से यह कहकर किनारा कर लिया कि हार्दिक का आंदोलन अब सामाजिक न रहते हुए राजनीतिक और निजी बन गया है। यहां तक कि इशारों ही इशारों में उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि कुछ समय के लिए भाजपा से नाराजगी जरूर थी लेकिन अब सब ठीक है। अब यह
सात घंटे के अंदर मणिशंकर अय्यर पर कार्रवाई करके पार्टी का प्राथमिक सदस्यता से निलंबित करते हुए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया। लेकिन इस बीच राजनीति की गंगा में बहुत पानी बह चुका था। अपने बयानों से कांग्रेस के लिए मुसीबत खड़ी करते रहने वाले म
पटेल ने ट्वीट कर कहा, मुख्य मुद्दा यह है कि भाजपा विभाजक एजेंडे के तहत राज्य में पिछले 22 वर्षो के कार्यकाल के दौरान अपने प्रदर्शन से ध्यान भटकाने के लिए काफी मेहनत कर रही है। इसलिए वे लोग झूठ और भ्रामक प्रचार पर निर्भर हैं। लेकिन, गुजरात के लोगों ने
संपादक की पसंद