नीति आयोग के उपाध्यक्ष अरविंद पनगढि़या के मुताबिक नोटबंदी के कदम से देश में आर्थिक गतिविधियां व वृद्धि दर प्रभावित होगी, क्योंकि प्रणाली में नकदी की कमी है।
फिच ने कहा कि नोटबंदी का लघु अवधि में भारत की वृद्धि दर पर नकारात्मक असर होगा, पर पूरे वित्त वर्ष में इसकी वजह से जीडीपी में मामूली कमी ही आएगी।
देश का मोबाइल वॉलेट बाजार सालाना 141 प्रतिशत की दर से बढ़कर 2021-22 तक 30,000 करोड़ रुपए पर पहुंच जाएगा। एक अध्ययन में यह अनुमान लगाया गया है।
नोटबंदी का आर्थिक गतिविधियों पर फौरी असर होने के बीच क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ICRA ने GDP ग्रोथ रेट संबंधी अपना अनुमान 0.40% घटाकर 7.5 प्रतिशत कर दिया है।
सिंगापुर की ब्रोकरेज कंपनी DBS ने कहा कि नोटबंदी के कारण वृद्धि दर के नीचे जाने का बड़ा जोखिम है। कंपनी का अनुमान है कि GDP में 0.80% तक की कमी आ सकती है।
केयर रेटिंग्स ने कहा है कि 500 और 1,000 रुपए के नोट को बंद करने से चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर 0.3 से 0.5 प्रतिशत तक घटेगी।
देश का निर्यात लगातार सुधर रहा है। लगातार दूसरे महीने अक्टूबर में एक्सपोर्ट 9.59 प्रतिशत बढ़ोतरी के साथ 23.51 अरब डॉलर रहा।
चालू वित्त्त वर्ष की दूसरी छमाही में रोजमर्रा के काम आने वाले उपभोग के सामान (FMCG ) की खपत दूसरी छमाही में बेहतर रहने की उम्मीद की जा रही है।
इस बार धनतेरस पर रत्न एवं आभूषणों की बिक्री में करीब 25 प्रतिशत बढ़ोतरी की उम्मीद है। बेहतर मानसून तथा उपभोक्ता मांग बढ़ने की वजह से बढ़ोतरी होगी।
पतंजलि समूह ने वस्त्र निर्माण क्षेत्र में उतरने की घोषणा की है। योग गुरु रामदेव ने कहा कि अगले वित्त वर्ष में समूह के कारोबार में 200% की भारी वृद्धि होगी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने दूसरी तिमाही में सालाना आधार पर अपने शुद्ध मुनाफे में 17.90 फीसदी की ग्रोथ हासिल की है। को 7,704 करोड़ रुपए का लाभ हुआ
बढ़ते बैड लोन की समस्या एक गंभीर चिंंता बनी हुई है। इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन घट रहा है और बेरोजगारी पिछले पांच साल के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है।
Arun Jaitley ने कहा है कि भारत आज दुनिया में खास अहमियत रखता है जिसका कारण विपरीत माहौल में बेहतर करने की आकांक्षा है और यह पहले से कहीं अधिक है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) ने कहा कि गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (GST) के लागू होने से मीडियम टर्म में देश की आर्थिक वृद्धि को गति मिलेगी।
निक्की इंडिया सर्विसेज परचेसिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) सितंबर में 52 रहा जो अगस्त में 54.7 पर था। PMI में कमी ग्रोथ की धीमी रफ्तार को प्रदर्शित करता है।
RBI ने कहा है कि भारत का आर्थिक वृद्धि परिदृश्य पिछले वर्ष के मुकाबले बेहतर नजर आता है और 2016-17 में अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.6% रहने की उम्मीद है।
भारत की पिछले 12 साल की औसतन 7.5 प्रतिशत की वृद्धि दर आम आदमी के जीवन में महत्वपूर्ण सुधार लाने में नाकाम रही है। यह बात जाने-माने विकास अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज ने कही है।
अरविंद सुब्रमणियन ने कहा, अगर वैश्विक आर्थिक माहौल का समर्थन मिले तो भारतीय अर्थव्यवस्था अगले दस साल तक 8 फीसदी से अधिक वृद्धि दर हासिल कर सकती है।
ADB ने 2016 के लिए एशिया क्षेत्र के वृद्धि दर के अनुमान को मामूली घटा दिया है। हालांकि, भारत इस साल 7.4 फीसदी वृद्धि दर हासिल करेगा।
रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने कहा, भारत में अब आर्थिक वृद्धि बेहतर तरीके से हो रही है और वृद्धि चक्र की तेजी के लिए रोजगार वृद्धी की जरुरत है।
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