ऑस्ट्रेलियाई टीम मौजूदा भारत के दौरे पर पहले दो टेस्ट मैच हारकर सीरीज जीतना का मौका और लगातार चौथी बार बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी गंवा चुकी है। ग्रेग चैपल ने इसको लेकर जमकर कंगारू टीम को लताड़ा है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 9 फरवरी से बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2023 का आगाज होने जा रहा है। उससे पूर्व बयानबाजियों का भी दौर अब शुरू हो चुका है। दोनों तरफ से शब्दों की जंग अब शुरू होती नजर आ रही है।
क्रिकेट में तेजी से बढ़ रही तकनीकों के दखल से भविष्य में इसका रूप आज से पूरी तरह अलग हो जाएगा। ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्रेग चैपल के मुताबिक आने वाले वक्त में क्रिकेट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और रोबोट का उपयोग एक आम बात हो जाएगी।
T20 World Cup 2022: विराट कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ अपनी पारी से आलोचकों को भी अपना मुरीद बना लिया है। अब उन्हें क्रिकेट इतिहास का सबसे संपूर्ण भारतीय बल्लेबाज बताया जा रहा है।
Sourav Ganguly: टीचर्स डे के मौके पर सौरव गांगुली ने टीम इंडिया के पूर्व कोच ग्रेग चैपल याद करते हुए उन्हें शुभकामनाएं दी हैं। चैपल ने ही गांगुली के हाथों से कप्तानी छीनी थी।
Chappell Backs Warner: ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज ग्रेग चैपल ने डेविड वॉर्नर की कप्तानी से बैन हटाने की मांग की।
चैपल ने अपनी किताब ‘नॉट आउट’ में लिखा, ‘‘न्यूजीलैंड जो अब टेस्ट क्रिकेट का मौजूदा विश्व चैम्पियन है, उसने साबित कर दिया कि सफलता हासिल करने के लिये आपको इसकी (छींटाकशी) की जरूरत नहीं है।’’
भारतीय कोच के रूप में ग्रेग चैपल का कार्यकाल काफी विवादित रहा था। वह साल 2005 से 2007 के लिए कोच पर नियुक्त हुए थे।
उन्होंने कहा, "हम सभी उस वक्त अच्छा खेल रहे थे लेकिन मुझे याद है कि उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए बल्लेबाजी लड़खड़ाने के बारे में अवगत कराया।"
चैपल ने कहा कि राहुल द्रविड़ भारतीय टीम को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टीम बनाना चाहते थे, लेकिन टीम के अन्य सीनियर खिलाड़ियों को कुछ और ही मंजूर था।
चैपल 2005 से 2007 तक टीम इंडिया के मुख्य कोच रहे थे। इस दौरान उनके टीम के कई सीनियर खिलाड़ियों से रिश्ते खराब हुए, विशेषकर सौरभ गांगुली से जिन्हें कप्तानी पद से हटा दिया गया था और टीम से बाहर किया गया था।
चैपल ने कहा कि युवा प्रतिभा की पहचान में भारत और इंग्लैंड दोनों ने ऑस्ट्रेलिया को पीछे छोड़ दिया है और उन्हें सफल होने के लिए मंच मुहैया करा रहे हैं।
पूर्व कोच ग्रेग चैपल ने गैर-ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों में विराट कोहली के अंदाज को ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों वाला करार देते हुए ‘पूरी आक्रामकता के साथ’ टेस्ट क्रिकेट खेलने की उनकी शैली की तारीफ की।
भारत ने ऑस्ट्रेलिया में जब 1981 में पहली टेस्ट सीरीज ड्रॉ कराई थी तब किस्मत ने भी उसका साथ दिया था। 142 रनों का बचाव करने में विकेट ने अहम रोल निभाया था और मेलबर्न टेस्ट जीता था।
चैपल ने कहा कि धोनी प्रतिस्पर्धा करना पसंद करते थे। उन्होंने बताया कि उन्होंन धोनी को काफी चुनौती दी और भारतीय खिलाड़ी ने उनका जमकर सामना किया। चैपल ने कहा कि उन्हें धोनी का ह्यूमर काफी पसंद आया।
गांगुली ने कहा “दूसरे भी निर्दोष नहीं हैं। एक विदेशी कोच, जिसके चयन में कोई बात नहीं है, वह भारतीय कप्तान को टीम से बाहर नहीं कर सकता था।"
इरफान पठान ने कहा "मेरा करियर खत्म होने में ग्रेग चैपल का कोई हाथ नहीं था। जहां तक मुझे नंबर तीन पर बल्लेबाजी के लिए प्रमोट करने की बात थी तो वह आइडिया चैपल का नहीं सचिन पाजी का था।”
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच 8 जुलाई से टेस्ट सीरीज का आगाज होने जा रहा है जिसमें गेंदबाज गेंद को चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
भारत के स्पिनर हरभजन सिंह ने खुलासा किया है कि 2007 विश्व कप उनके करियर का सबसे खराब दौर था और यह वह समय था जब हमने खेल को एक साथ छोड़ने का विचार बनाया था।
भारत के पूर्व बल्लेबाज मोहम्मद कैफ ने भारतीय क्रिकेट टीम के पहले दो विदेशी कोच जॉन राइट और ग्रेग चैपल की कोचिंग तरीकों के बारें में बयान दिया है।
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