ग्रामीणों ने नशे में धुत शराबी हेडमास्टर का वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। आरोप है कि वह रोज शराब पीकर स्कूल में आता है। वहीं शिक्षा विभाग ने कार्रवाई की बात कही है।
बिहार के सरकारी स्कूलों में बिना इजाजत के एंट्री पर रोक लगा दी गई है। मीडिया के लोग भी इजाजत के बगैर स्कूल के अंदर नहीं जा सकते हैं।
पूर्वी चंपारण में एक छात्र स्कूल में गन लेकर पहुंच गया। इस गन से ये छात्र दूसरे छात्रों को डराने लगा। फिल्मी स्टाइल में वह दूसरे बच्चों की कनपटी पर इस गन को सटाता फिर रहा था। इससे पूरे स्कूल में हड़कंप मच गया।
उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में आए दिन कई कुछ न कुछ चर्चा का विषय बना रहता है। अब मुजफ्फरनगर में टीचर की लापरवाही सामने आई है।
अरवल्ली जिले मेढासन प्राथमिक स्कूल नंबर-1 स्कूल जर्जर हालत में है। स्कूल के कमरे में बारिश का पानी टपक रहा है। स्कूल की बिल्डिंग भी जर्जर हो गई है।
अलका शर्मा ने कहा कि पुरातन संस्कृति को धरातल पर उतारने के लिए यह कवायद शुरू की जा रही है। इस कदम से बच्चों के भीतर शिक्षकों के प्रति सम्मान बढ़ेगा।
डीएम प्रतीभा पाल ने कहा की वायरल वीडियो हमारे संज्ञान में आया है। जांच के बाद आरोपी पर कार्रवाई की जाएगी। शराब प्रिंसिपल का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
यूपी के एक सरकारी स्कूल में क्लास रूम में टीचर और बच्चों की मस्ती का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
उन्नाव में प्रधानाध्यापिका संगीता सिंह को जब छात्रों को पढ़ाना था तो वह फेशियल करवा रही थीं। शिक्षिका ने वीडियो बनाया तो उसे दांतों से काट लिया। इसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है।
कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन की अगुवाई वाली पीठ ने कहा कि जिन्होंने इन स्कूलों का दौरा किया उन्हें टूटे हुए डेस्क, कक्षा की कमी और किताबों की कमी जैसे विभिन्न मुद्दों को पाया।
उत्तर प्रदेश में पढ़ाई कर रहे बच्चों के लिए अहम सूचना है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में ने सेशन आज से शुुरू हो रहे हैं।
कर्नाटक के प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा मंत्री मधु बंगारप्पा ने घटना की निंदा की और इसे “चौंकाने वाला” और “निंदनीय” बताया। उन्होंने कहा, इसमें कोई संदेह नहीं है कि हम कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई करेंगे।
कर्नाटक हाईकोर्ट ने सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था पर राज्य सरकार को फटकार लगाई और कहा कि बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने में सरकार की विफलता ने गरीब लोगों को अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में भेजने के लिए मजबूर किया
बिहार में एजुकेशन सिस्टम का क्या हाल है। इसकी हकीकत का अंदाजा यहां के सरकारी स्कूल को देखकर लगा सकते हैं। मुख्यमंत्री आवास से चंद मिनटों की दूरी पर स्थित स्कूल में 86 बच्चे हैं। यहां एजुकेशन सिस्टम 2 कमरे और 3 टीचर के हवाले है।
अध्यापक शुक्रवार सुबह अपनी कार से घर से स्कूल के लिए निकला था। सुबह साढ़े 10 बजे के करीब लोगों ने झाड़ियों में जलती कार को देखा। लोगों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। आग बुझाने पर ड्राइविंग सीट से शव को निकाला गया।
Karnataka News: स्कूल में टीचर्स और ग्रामीणों ने 2017 में सुपारी के 628 पौधे लगाए थे। सुपारी की पैदावार पिछले साल से शुरू हुई थी। स्कूल को इससे वार्षिक 2.50 लाख रुपये की आमदनी होती है।
तिरुवनंतपुरम के चला स्थित गवर्नमेंट मॉडल हायर सेकेंडरी स्कूल अब तक सिर्फ लड़कों के लिए ही था और 11वीं कक्षा में पहली बार लड़कियों को भी एडमिशन दिया गया है। यह स्कूल पिछले 40 वर्षों से सिर्फ लड़कों के लिए था।
UP News: टीचर शिवेंद्र सिंह का हाल ही में दूसरे स्कूल में ट्रांसफर कर दिया गया।नन्हें से बच्चे अपने टीचर को जाने नहीं देना चाहते शायद ये आंसू इसी इच्छा के पर्याय हैं। अपने टीचर की विदाई पर छात्र इतने भावुक हो उठे कि उनके लिपट-लिपटकर रोने लगे।
Bihar News: लखीसराय के जिलाधिकारी का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें डीएम को एक स्कूल निरीक्षण करने के दौरान एक शिक्षक को कुर्ता-पायजामा पहनने पर जमकर फटकार लगाते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने टीचर को नेता तक बनने की सलाह दे दी थी।
दानदाताओं के योगदान से स्कूल प्रबंधन ने कक्षा 1 से 7 तक के बच्चों के लिए सभी सुविधाएं सुनिश्चित की हैं। राज्य सरकार की योजना के तहत छात्रों को मध्याह्न भोजन भी मिलता है।
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