बयान में कहा गया है कि राज्यपाल ने चार अहम कारणों से तत्काल प्रभाव से विधानसभा भंग करने का निर्णय लिया जिनमें ‘‘व्यापक खरीद फरोख्त’’ की आशंका और ‘‘विरोधी राजनीतिक विचारधाराओं वाली पार्टियों के साथ आने से स्थिर सरकार बनना असंभव’’ जैसी बातें शामिल हैं।
पीडीपी की तरफ से महबूबा मुफ्ती की तरफ से चिट्ठी भेजकर सरकार बनाने का दावा पेश किया था इसके कुछ देर बाद ही सज्जाद लोन ने भी राज्यपाल को एक चिट्ठी भेजकर सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया।
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जम्मू-कश्मीर विधानसभा को भंग कर दिया है। इससे पहले महबूबा मुफ्ती की तरफ से नेशनल कांफ्रेस और कांग्रेस की मदद से सरकार बनाने के लिए राज्यपाल को चिट्ठी भेजी गई थी।
गौरतलब है कि कोलोरेडो को उस वक्त ‘‘नफरती राज्य’’ करार दिया गया था जब 1992 में वोटरों ने समलैंगिकों को भेदभाव से बचाने वाले कानून पर पाबंदी को मंजूरी दे दी थी।
राज्यपाल ने संतोष प्रकट करते हुए कहा, यह बहुत अच्छा रहा। चार चरणों में मतदान संपन्न हुआ और एक चिड़िया तक को नुकसान नहीं पहुंचा। यह शांतिपूर्ण मतदान रहा।
प्रवक्ता का कहना है कि राज्यपाल के प्रशासन ने एक स्वर में यह स्पष्ट कर दिया है कि राज्य में चल रहे शहरी तथा ग्रामीण स्थानीय निकाय चुनाव स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हो रहे हैं और उनका परिणाम जनता के हाथों में है।
वोहरा कश्मीर के संबंध में कई प्रधानमंत्रियों- अटल बिहारी वाजपेयी, मनमोहन सिंह और फिर नरेंद्र मोदी के लिए भरोसेमंद रहे।
सत्य पाल मलिक ने आज जम्मू-कश्मीर के 13वें राज्यपाल के तौर पर शपथ ली। यहां राज भवन में एक कार्यक्रम में जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल ने मलिक को पद की शपथ दिलाई।
इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी सहित कई अन्य नेता मौजूद थे। इस समारोह में टंडन की पत्नी कृष्णा टंडन और उनके बेटे और उत्तर प्रदेश के मंत्री आशुतोष टंडन भी मौजूद रहे।
सत्यपाल मलिक करीब-करीब सभी राजनीतिक विचारधाराओं से जुड़े रहे हैं। जम्मू कश्मीर में कर्ण सिंह के बाद इस पद पर काबिज होने वाले वह प्रथम राजनीतिज्ञ होंगे।
बीजेपी के सीनियर नेता लालजी टंडन को बिहार का राज्यपाल नियुक्त किया गया है। वे सत्यपाल मलिक की जगह लेंगे। जबकि बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक का तबादला जम्मू-कश्मीर कर दिया गया है।
16 अगस्त को राजकीय शोक के दौरान हरियाणा में झंडा आधा झुका रहेगा और मनोरंजन का आधिकारिक कार्यक्रम नहीं होगा।
अपने लंबे राजनीतिक करियर में टंडन पंजाब के उपमुख्यमंत्री सहित कई पदों पर रहे। छह बार के विधायक टंडन आपातकाल के दौरान 1975 से 1977 के बीच जेल में भी बंद रहे थे।
केरल के राज्यपाल पी सदाशिवम ने एक उदाहरण पेश करते हुये अपने कार्यालय से दो महीने पहले उनके सरकारी वाहन द्वारा रफ्तार सीमा का उल्लंघन करने के मामले में लगे जुर्माने की राशि का भुगतान करने के लिए कहा है।
सिंह ने पिछड़े वर्ग के लोगों को कामयाबी का मंत्र देते हुए कहा कि वे राजनीति में सक्रिय हों और ग्राम सभा के चुनावों से शुरुआत करके विधानसभा और लोकसभा तक का चुनाव लड़ें। पार्टियों से टिकट मांगें और उन्हें अपनी जीत की योजना के बारे में बताएं, लेकिन अगर टिकट ना मिले तो भी एकजुट रहें...
गौरतलब है कि भाजपा द्वारा पीडीपी नीत गठबंधन सरकार से समर्थन वापस लेने के बाद राज्य में कल राज्यपाल शासन लागू हुआ है...
छत्तीसगढ़ के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) बीवीआर सुब्रमण्यम को कश्मीर में लाया गया है।
बीते चार दशक में यह आठवीं बार है जब राज्य में राज्यपाल शासन लगाया गया है।
भाजपा द्वारा आज पीडीपी से समर्थन वापस ले लिए जाने के बाद जम्मू - कश्मीर में तीन साल पुरानी महबूबा मुफ्ती सरकार गिर गई। सरकार से भाजपा के समर्थन वापसी के बाद महबूबा मुफ्ती ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया
राज्यपाल को इस्तीफा सौंपने के बाद मीडिया के सामने आई जम्मू-कश्मीर की सीएम महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमने जम्मू-कश्मीर में अमन-शांति बहाली की दिशा में काफी कोशिश की।
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