वैसे तो मथुरा स्थित गोवर्धन पर्वत की परिक्रमा लगाने का विधान है, लेकिन जो लोग वहां नहीं जा सकते, वो घर पर ही आज गोवर्धन की पूजा करके उसकी परिक्रमा कर सकते हैं।
वास्तु शास्त्र में आज हम चर्चा करेंगे बलि प्रतिपदा के दिन के खास वास्तुशास्त्र। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए दीपावली के अगले दिन को बलि प्रतिपदा कहते हैं, ये तो आप जान ही गए हैं।
दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा मनाई जाती है। इस खास दिन को और खास बना सकते हैं अपने रिश्तेदारों, दोस्तों और फैमिली को sms, facebook, WhatsApp के जरिए भेजे शुभकामना संदेश भेजकर।
कार्तिक शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि शुरु हो जाएगी। जिसके साथ ही गोवर्धन पूजा और बलि प्रतिपदा है का पर्व मनाया जाएगा।
पांच दिनों तक चलने वाले दिवाली उत्सव की शुरुआत धनतेरस के साथ होती है। जिसके बाद नरक चतुदर्शी, यम दीप, दिवाली, गोवर्द्धन पूजा और भैयादूज के साथ समाप्त हो जाता है।
गोवर्धन पूजा को अन्नकूट पूजा भी कहते हैं। हिंदू रीति-रिवाज के मुताबिक यह त्योहार भगवान श्री कृष्ण के लिए की जाती है। वहीं दूसरी तरफ अन्नकूट का मतलब होता है अनाज का पहाड़।
कार्तिक मास शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा मनाया जाता है। यह त्योहार दिवाली के अगले मनाया जाता है। इस बार 8 नवंबर को यह त्योहार मनाया जाएगा। इस पूजा का भी अपना एक विशेष महत्व है।
जानें क्यों और कैसे की जाती है गोवर्धन पूजा...
जानें कब है गोवर्धन पूजा और किस मुहूर्त में करें पूजा...
November Month Festival and Fast Celender: नवंबर माह व्रत त्योहार का माह है। इस माह सबसे बड़ा त्योहार दीवाली के साथ-साथ छठ पूजा है। जानें एक क्लिक में नवंबर माह के पूरे व्रत-त्योहारों के बारें में।
जानें, इस साल गोवर्धन पूजा कब मनाया जाएगा और क्या है इसकी पूजा विधि।
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