गोवर्धन पूजा के दिन कृष्ण भगवान और गोवर्धन महाराज की पूजा की जाती है। इस बार सौभाग्य और आयुष्मान योग गोवर्धन पूजा के दिन है। ऐसे में सही समय पर पूजा करने से भक्तों को कई गुना शुभ फल इस दिन मिल सकते हैं।
गोवर्धन महाराज की पूजा के दौरान नाभि पर एक दीपक जलाया जाता है। इसके पीछे का कारण क्या है, इससे जुड़ी धार्मिक मान्यताएं क्या हैं, आइए इस बारे में जानते हैं।
गोवर्धन पूजा साल 2024 में 2 नवंबर को है। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त कब से कब तक रहेगा और इस दिन का महत्व क्या है, आइए जानते हैं।
गोवर्धन पूजा का त्योहार साल 2024 में कब मनाया जाएगा और इस दिन पूजा के लिए शुभ मुहूर्त कब से कब तक रहेगा, आइए जानते हैं।
Govardhan Puja 2023: गोवर्धन पूजा के दिन गायों की पूजा का विशेष महत्व होता है। इसके अलावा इस दिन गोवर्धन पर्वत परिक्रमा लगाने का भी विधान है। तो आइए जानते हैं कि गोवर्धन पूजा के दिन और क्या-क्या करना चाहिए।
गोवर्धन पूजा आज 13 नवंबर या कल 14 नवंबर को मनाई जाएगी। इस बार गोवर्धन पूजा को लेकर बड़ी असमंजस है। क्योंकि दीपावली के ठीक अगले दिन इस त्यौहार को मनाया जाता है। तो आइये जानते हैं कब मनाई जाएगी गोवर्धन पूजा और क्या है इसका मुहूर्त।
Govardhan Puja 2022: गोवर्धन पूजा के दिन भगवान श्री कृष्ण की पूजा की जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं ये त्यौहार क्यों मनाया जाता है?
Govardhan Puja Upay: आज गोवर्धन पूजा है। आज गाय के गोबर से गोवर्धन की मनुष्य स्वरूप आकृति बनाई जाती है और शाम के समय सोलह उपचारों के साथ उसकी पूजा की जाती है। इस दिन कुछ खास उपाय करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है।
गोवर्धन पूजा के दिन गोवर्धन परिक्रमा लगाने का विशेष महत्व होता है। भक्त दूर-दूर से यहां परिक्रमा देने आते हैं। लगभग 24 किलोमीटर की इस परिक्रमा मार्ग में कई ऐतिहासिक धार्मिक महत्व वाले स्थल विराजित हैं जहां भगवान कृष्ण ने कई प्रकार की लीलाएं की थी।
राज्य सरकार ने यात्रियों के लिए खास सुविधा पेश की है। अब यात्री पवित्र गोवर्धन परिक्रमा हेलीकॉप्टर में बैठकर भी कर सकते हैं।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में गुरु पूर्णिमा के अवसर पर लगने वाले ‘मुड़िया पूनों’ मेले में गोवर्धन के गिरिराज पर्वत की परिक्रमा हेतु वृद्ध, अशक्त एवं बीमार श्रद्धालुओं के लिए उत्तर प्रदेश पर्यटन विकास निगम ने ‘हवाई परिक्रमा सेवा’ प्रारम्भ की है।
जानें कहां है गोवर्धन वर्वत और क्यों प्रचलित है इसके शापित होने की कहानियां...
संपादक की पसंद