लंका में इस वक्त हालात ये हैं कि राष्ट्रपति भाग चुके हैं और प्राइम मिनिस्टर के ऑफिस पर कब्जा हो चुका है.राष्ट्रपति पहले मालदीव भागे और अब खबर है कि वो सिंगापुर जा रहे हैं.स्पीकर कह रहे हैं कि प्रेसिडेंट का इस्तीफा आने वाला है,90 से ज़्यादा मुल्कों में अकेला हिंदुस्तान ही है जो लंका की मदद कर रहा है.
Sri Lanka Crisis: विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाए जाने की खबर जैसे ही सामने आई है, वैसे ही प्रदर्शनकारी और भी ज्यादा भड़क गए हैं और उन्होंने सड़कों पर आंदोलन तेज कर दिया है।
Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने एक बयान जारी करते हुए कहा कि हमने गोटाबाया राजपक्षे को श्रीलंका से बाहर निकलने में मदद नहीं की। गोटाबाया राजपक्षे देश छोड़कर मालदीव भाग गए हैं।
Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में हालात बेकाबू हो गए हैं। गोटाबाया राजपक्षे के देश छोड़ने की खबर लगते ही जनता सड़क पर उतर गई है। देश में इमरजेंसी लगा दी गई है।
Sri Lanka Crisis : जानकारी के मुताबिक श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे (Gotabaya Rajapaksa) आज सुबह-सुबह एयरफोर्स के विमान से अपनी पत्नी और दो बॉडी गार्ड के साथ मालदीव भाग गए।
सजित प्रेमदासा 2019 में हुए राष्ट्रपति चुनाव में हार गए थे। लेकिन अब वो एक बार फिर इस पद के लिए अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। इसके लिए उन्हें सत्तारूंढ़ गठबंधन के सांसदों के साथ की जरूरत होगी।
Sri Lanka Crisis: श्रीलंका के पूर्व वित्त मंत्री और विवादों में घिरे राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के छोटे भाई बेसिल राजपक्षे को मंगलवार को कोलंबो हवाई अड्डे पर तब रोक लिया गया, जब वह 'वीआईपी टर्मिनल' के जरिए देश छोड़ने की कोशिश कर रहे थे।
Sri Lanka President Gotabaya Rajapaksa Resigns: गोटाबाया के करीबियों की मानें तो वे अभी भी श्रीलंका की सीमा में ही हैं। कल इस्तीफे के सार्वजनिक ऐलान के बाद वे देश छोड़ कर चले चले जाएंगे।
श्रीलंका में आर्थिक संकट के कारण खाने और पेट्रोल समेत रोजमर्रा की जरूरत का सामान काफी महंगा हो गया है। लोग राष्ट्रपति के आवास के बाहर खड़े होकर 'गोटा गो होम' के नारे लगा रहे हैं। शनिवार को लोगों ने राष्ट्रपति भवन पर ही कब्जा कर लिया था।
Sri Lanka Crisis: राष्ट्रपति राजपक्षे ने शनिवार को संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने को भी सूचित किया था कि वह बुधवार को इस्तीफा दे देंगे। राजपक्षे अभी कहां हैं, इसकी कोई जानकारी नहीं है।
Sri Lanka Crisis: आर्थिक और राजनीतिक संकट को लेकर श्रीलंका में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच श्रीलंका के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, जनरल शैवेंद्र सिल्वा ने सैन्यकर्मियों द्वारा गाले फेस विरोध की ओर मार्च करने की सोशल मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है।
Sri Lanka Crisis: राष्ट्रपति गोटाबया राजपक्षे ने अज्ञात जगह से गैस आपूर्ति विभाग को निर्देश देते हुए कहा कि वे तत्काल प्रभाव से गैस आपूर्ति में तेजी लाएं।
Sri Lanka Crisis Protest Latest Breaking News: वंशवाद और परिवारवाद कैसे एक पूरे देश को डुबा देता है इसका सीधा प्रसारण श्रीलंका से हो रहा है. श्रीलंका में जनता की संपत्ति, देश की सत्ता सबकुछ एक परिवार की मुठ्ठी में सिमट कर रह गया था. पावरगेम पर परिवार ऐसे कुंडली मारकर बैठा था.
Sri Lanka News: श्रीलंका इस वक्त अपने सबसे बूरे आर्थिक दौर से गुजर रहा है। लेकिन इन सब के बीच जब कुछ प्रदर्शनकारियों ने श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के घर पर धावा बोला तो उन्हें वहां लाखों रुपए कैश में मिले।
Sri Lanka Crisis: रविवार को पता लगा है कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे किसी देश की सीमा में नहीं गए हैं। बल्कि वह समंदर के बीच में हैं और नेवी शिप से हालात मॉनीटर कर रहे हैं। गौरतलब है कि राजपक्षे 13 जुलाई को इस्तीफा देने की घोषणा कर चुके हैं।
Sri Lanka News: एक समय श्रीलंका के नेशनल बजट के 70 फीसदी पर इन राजपक्षे भाइयों का सीधा कंट्रोल था। राजपक्षे परिवार पर 5.31 अरब डॉलर यानी 42 हजार करोड़ रुपये अवैध तरीके से देश से बाहर ले जाने का आरोप है।
श्रीलंका की जनता पिछले कुछ महीनों से रोजमर्रा के इस्तेमाल की चीजों के लिए भी बुरी तरह जूझ रही थी।
Sri Lanka News: श्रीलंका में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के आवास में हमला कर अपने कब्जे में ले लिया था। श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे आवास छोड़कर भाग गए थे। आखिरकार अब वह प्रदर्शनकारियों के सामने झुक ही गए।
Rajapaksa family: श्रीलंका को 1948 में ब्रिटेन से आजादी मिली थी। उसके बाद से आज श्रीलंका अपने सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। पीछले कई सालों से श्रीलंका के सत्ता की चाभी 4 भाइयों के पास थी जिसे उन्होंने अपने नीजी जीवन के लिए इस्तेमाल किया।
प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने जनता के प्रदर्शन से देश में पैदा हुए संकट पर चर्चा करने के लिए राजनीतिक दल के नेताओं की बैठक बुलायी थी।
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