पश्चिम बंगाल के उत्तरी इलाके में एक नए राज्य की मांग को मजबूती देने के लिए 8 अलग-अलग क्षेत्रीय दलों ने ‘यूनाइटेड फ्रंट ऑफ सेपरेट स्टेट’ नाम से एक नए संगठन का एलान किया है।
बीजेपी विधायक बिष्णु प्रसाद शर्मा ने पश्चिम बंगाल से अलग गोरखालैंड राज्य की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि इस मामले के स्थायी राजनीतिक समाधान को लेकर केंद्रीय नेतृत्व की ओर से पर्याप्त पहल नहीं की गयी है।
GJM और हमरो पार्टी ने पश्चिम बंगाल को बांटने के प्रयासों के विरोध में राज्य विधानसभा में पारित एक प्रस्ताव के खिलाफ गुरुवार को इन पहाड़ियों में बंद का आह्वान किया था, लेकिन कक्षा-10 की बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर इसे वापस ले लिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ‘विभाजन और ध्रुवीकरण’ की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हम बंगाल को विभाजित करने की सभी योजना और साजिशों को नाकाम कर देंगे।’’
अलग गोरखालैंड की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहा जीजेएम लंबा सशस्त्र भूमिगत आंदोलन चलाने की तैयारी कर रहा है और उसने अपने कैडरों को प्रशिक्षण देने के लिए पड़ोसी मुल्कों से माओवादियों को भाड़े पर लिया है।
उन्होंने कानून व्यवस्था बिगड़ने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि राज्य के खाद्य आपूर्त मंत्री कह रहे हैं कि इलाके में राशन रोक देंगे। सलीम ने कहा कि इतने संवेदनशील विषय पर केंद्र सरकार चुप नहीं रह सकती। उन्होंने कहा कि
दार्जिलिंग में जारी आंदोलन का नेतृत्व कर रहे संगठन ने दावा किया है कि अनेक लोग, अधिकतर युवा अलग गोरखालैंड राज्य के लिए अपनी जान न्यौछावर करने को तैयार हैं।
गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (GJM) अध्यक्ष बिमल गुरुंग ने एक बार फिर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सरकार को चुनौती देते हुए ऐलान किया कि पृथक गोरखालैंड राज्य आंदोलन 'किसी भी कीमत पर' जारी रहेगा।
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