पिछली 18 अप्रैल को जारी रिपोर्ट के मुताबिक, कफील खान वारदात के वक्त इन्सैफेलाइटिस वार्ड के नोडल मेडिकल प्रभारी नहीं थे और ना ही ऑक्सीजन सप्लाई के टेंडर आवंटन प्रक्रिया में वह किसी भी तरह शामिल थे।
कफील बेगूसराय में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के प्रत्याशी कन्हैया कुमार के पक्ष में प्रचार करने के बाद मंगलवार को पटना आए थे।
योगी ने कहा, उस घटना के बाद से मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर मरीज नहीं देखते थे। कहते थे कि यह फिर इशू बनेगा। हमें वहां पर चिकित्सकों की काउंसिलिंग करनी पड़ी कि आप कार्य करिए, बाकी चिंता मत करिए।
Gorakhpur BRD hospital Horror: 61 children dead in past three days. | 2017-08-30 15:12:55
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