इस साल 26 सितंबर से 3 अक्टूबर तक गोरक्षपीठ साप्ताहिक पुण्यतिथि समारोह का आयोजन होगा। कोरोना महामारी में भी सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हुए आयोजन हुआ था, यह इसके अहमियत का प्रमाण है।
गोरखपुर पहुंचे सीएम योगी ने आधा घंटा गोशाला में गायों के साथ गुजारने के बाद उन्होंने पालतू कुत्ते गुल्लू को बिस्किट खिलाने के साथ ही उसे दुलारा। फिर मुख्यमंत्री योगी रुद्राभिषेक के लिए अपने आवास के शक्तिपीठ में पहुंचे।
सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार रात अचानक लखनऊ से गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। यहां मंदिर का मेला परिसर का निरीक्षण करते हुए उन्होंने दर्शनार्थी श्रद्धालुओं की सहूलियत के लिए बैरिकेडिंग को देखा और जरूरी निर्देश दिए।
Gorakhnath Mandir Attack: पुलिस ने जब आरोपी अहमद मुर्तजा के सोशल मीडिया और बैंक डिटेल्स को खंगाला तो सभी लोग हैरान रह गए। अहमद मुर्तजा सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकी संगठन आईएसआईएस के आतंकी से संपर्क में था।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने सोमवार को कहा कि जहां तक गोरखनाथ मंदिर हमले की घटना की जांच का सवाल है, तो उसके स्तर पर ‘‘कुछ भी लंबित नहीं है’’ और अब यह मामला राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) पर निर्भर है।
जब मुर्तजा से शादी और फिर तलाक के बारे में सवाल किया गया तो उसने कहा- अल्लाह के घर में यानी कि जन्नत में बहुत सारी हूरें मिलेंगीं। वहां बीवी का क्या काम?
गोरखपुर मंदिर पर हमले के आरोपी मुर्तज़ा अब्बासी का कबूलनामा पहली बार सामने आया है. ATS की पूछताछ में मुर्तज़ा अब्बासी ने जो खुलासे किए हैं उसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे कि वो किस हद तक रैडिक्लाइज हो चुका था. मुर्तजा ने अपने कबूलनामे में कहा है कि मुसलमानों के साथ गलत हो रहा है.#AhmedMurtazaExclusive #AhmedMurtaza #GorakhnathTemple
इस मामले की जांच उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स और एटीएस की संयुक्त टीम कर रही है। जांचकर्ताओं को संदेह है कि अब्बासी खुद ही कट्टरपंथ की गिरफ्त में हैं।
यह पता लगना ही चाहिए कि एक इंजीनियर लड़के के दिमाग में नफरत का जहर भरने वाले कौन हैं?
गोरखपुर में एक पढ़े लिखे मुस्लिम नौजवान ने गोरखपीठ मंदिर में हमला करने की कोशिश की, हालांकि हमले को नाकाम कर दिया गया लेकिन दो पुलिस वाले गंभीर रूप से घायल हो गए.चीफ मिनिस्टर योगी आदित्यनाथ घटना के बाद खुद गोरखपुर पहुंच गए हैं. हमला करने वाले नौजवान को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने वाले शक्स की पूरी कहानी देखिए Aaj Ki Baat में Rajat Sharma के साथ
गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के दक्षिणी द्वार पर रविवार की शाम एक युवक ने धार्मिक नारे लगाते हुए मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की और सुरक्षा में तैनात दो आरक्षियों पर धारदार हथियार से हमला कर घायल कर दिया। सुरक्षाकर्मियों द्वारा पकड़ने की कोशिश में वह व्यक्ति घायल हो गया।
गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के दक्षिणी द्वार पर रविवार की शाम एक युवक ने धार्मिक नारे लगाते हुए मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश की और सुरक्षा में तैनात दो आरक्षियों पर धारदार हथियार से हमला कर घायल कर दिया।
आहार नियंत्रण, मालिश, भाप स्नान, जल चिकित्सा, उपवास, मिट्टी पट्टी, गीली पट्टी, कसरत, योगासन, सुबह-शाम टहलना आदि के माध्यम से यहां मरीजों का इलाज होता है।
Gorakhnath Temple की प्रसिद्धी काफी दूर-दूर तक है. इसकी स्थापना नाथ परंपरा के गुरु मच्छेंद्र नाथ ने की थी. गोरखनाथ मंदिर उसी स्थान पर स्थापित है जहां वो तपस्या करते थे. मुगल काल में इस मंदिर को कई बार नष्ट करने की कोशिश की गई. खिलजी ने 14वीं सदी में इस मंदिर को नष्ट कर दिया था. 18वीं सदी में औरंगजेब ने नष्ट किया. 19वीं सदी में स्वर्गीय महंत Digvijay Nath और महंत अवेद्यनाथ द्वारा इसकी अवधारणा की गई थी. अब इस मंदिर के महंत प्रदेश के Chief Minister Yogi Adityanath हैं. इस मंदिर के इतिहास और यहां की विशेषता को समझने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम गोरखनाथ मंदिर पहुंची थी. टीम को यहां के योगी ने क्या कुछ बताया? आप भी सुनिए.
भाजपा का चुनाव प्रचार करने के लिए गाजियाबाद पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रभावी मतदाता संवाद कार्यक्रम को संबोधित करने के दौरान सपा और अखिलेश यादव पर तीखा निशाना साधा।
आज करिए गोरखनाथ मंदिर के दर्शन। ये मंदिर उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर में स्थित है। इसी मंदिर की वजह से इस शहर का नाम पड़ा। यह मंदिर मुख्य रूप से गोरखनाथ जी को समर्पित है, ऐसा कहा जाता है कि ज्वाला जी से भ्रमण पर निकले गोरखनाथ जी ने इसी स्थान पर राप्ती नदी के तट पर समाधि रमाई थी।
रही बात योगीजी के गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की तो उनकी तो पूरी उम्र ही समाज को जोड़ने में गुजर गई। सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने लगातार सहभोज के आयोजन किए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 17 से 25 अक्टूबर तक गोरखनाथ मंदिर में परंपरा के अनुसार दशहरा के दौरान आयोजित होने वाले विजयादशमी के सभी महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में भाग लेंगे।
कोरोना वायरस के बढ़ रहे संकट से लोगों को उबारने को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मदद में हर संभव प्रयास शुरू किया है।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर के प्रसिद्ध मंदिर गोरखनाथ का सौंदर्यीकरण हो गया है।
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