गूगल के मुख्य वित्तीय अधिकारी रूथ पोराट ने कहा कि फिलहाल कंपनी अभी अधिक प्रायोरिटी वाले कामों पर ध्यान दे रही है। रिपोर्ट की मानें तो भर्ती प्रक्रिया को धीमा करने संबंधी गूगल ने अपने कर्मचारियों को एक मेमो भी भेजा है।
पिछले साल नवंबर में दायर इसी तरह के मुकदमे के बाद यह इस तरह का दूसरा मुकदमा है। दावा ब्रिटेन के पूर्व संचार नियामक ऑफकॉम के निदेशक क्लाउडियो पोलाक द्वारा लाया गया था, जो गूगल से 13.6 अरब पाउंड तक का हर्जाना मांग रहा है।
इसे फीचर को इस्तेमाल करने के लिए पीसी पर ब्लूटुथ या फिर वाई-फाई इनेबल होना चाहिए। कंपनी ने बताया कि इस नियर बाय शेयर फीचर की मदद से यूजर्स करीब 16 फुट दूर तक दूसरे डिवाइस पर फोटो, वीडियो, दस्तावेज, ऑडियो फाइलें या संपूर्ण फोल्डर को तेज गति से फाइल्स को ट्रांसफर कर सकेंगे।
गूगल बहुत जल्द अपना एक नया AI टूल जारी कर सकता है। गूगल ने उन रिपोर्ट्स का खंडन किया है जिसमें बताया गया था गूगल बार्ड नामक अपने एआई चैटबॉट को बेहतर बनाने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के स्वामित्व वाले ओपनएआई के चैटजीपीटी की नकल कर रहा है।
ChatGPT की तरह काम करन वाले इस टूल की टेस्टिंग में गूगल यूजर्स को ईमेल, बर्थडे इनविटेशन और इसके साथ नोवेल लिखने की इजाजत दे रहा है। 9टू5गूगल की रिपोर्ट के अनुसार, फिलहाल इसे उन यूजर्स को ही रोलआउट किया गया है जिनकी उम्र 18 वर्ष से अधिक है।
सर्च रिजल्ट में यूजर्स को तीन डॉट मिलेंगे। इन डॉट्स पर पर टैप करने से आपको इस बारे में और जानने का एक तरीका मिल जाता है कि जो जानकारी आप देख रहे हैं वह कहां से आ रही है और हमारे सिस्टम ने कैसे प्रियॉरिटी में सेट किया कि यह आपकी क्वेरी के लिए उपयोगी हो सकती है।
क्या आप जानते हैं कि गूगल आपकी हर एक्टिविटी को ट्रैक करता है। यूट्यूब पर आप कौन सा विज्ञापन देखना पसंद करेंगे, ये भी गूगल इसी के आधार पर तय करता है। आपके इंटरेस्ट से जुड़ी हर चीज को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आपके सामने रखता है। यानी कहीं न कहीं इससे यूजर की प्राइवेसी को खतरा हो रहा है।
अपीलीय न्यायाधिकरण की दो सदस्यीय पीठ ने गूगल को निर्देशों का पालन करने और जुर्माना राशि तीस दिन के भीतर जमा करने को कहा है।
AI टूल ChatGPT सेक्टर में फिलहाल Google और Microsoft का बोलवाला है। इन दोनों ही कंपनी की मनमानी को खत्म करने के लिए सरकार जल्दी ही इंडियन ChatGPT लॉन्च करने की तैयारी में है। इससे सभी यूजर्स फ्री में AI Chatbots का इस्तेमाल कर सकेंगे।
गूगल का गूगल ग्लास एक समान्य चश्मा की ही तरह था। लेकिन इसके फीचर्स सबसे हटके थे। यह एक ऐसा चश्मा था जिससे आप फोटो भी क्लिक कर सकते थे। हाईटेक और इंप्रेसिव फीचर्स होने के बावजूद इस ग्लास को उतनी तरक्की नहीं मिल सकी जिसकी कंपनी को उम्मीद थी।
अगर मीट में मिलने वाले एआई फीचर्स की बात करें तो गूगल मीट में वीडियो कॉल के दौरान नए नए बैकग्राउंड को जेनेरेट किया जा सकेगा। चैट में, नई एआई विशेषताएं यूजर्स के काम को और अधिक प्रभावी बनाएंगी।
गूगल जिस देश से ऑपरेट किया जाता है वहां के कानूनी नियमों का पालन करता है इसलिए आपको गूगल का इस्तेमाल करते समय बेहद सावधान रहने की जरूरत है और यूं ही कुछ भी नहीं तलाशना चाहिए। आपको कुछ ऐसे कंटेंट के बारे में बता रहे हैं जिनसे आप खतरे मे पड़ सकते हैं।
सीबीआई के सामने G-Pay सिंडीकेट की वो मोड्स ऑपरेंडी सामने आई है जिसमें कस्टम अधिकारी पैसेंजर्स को डराने धमकाने और पासपोर्ट छीन लेने के बाद पीड़ित पैसेंजर्स को फर्जी केस में फसाने के नाम पर पहले एक्सटॉर्शन डील करते थे।
गूगल एक बेहतरीन फीचर लेकर आया है। गूगल ने गूगल ट्रांसलेट में एक बड़ा अपडेट करते हुए फोटो को ट्रांसलेट करने का ऑप्शन दे दिया है। अब आप टेक्स्ट के साथ साथ किसी भी फोटो को भी बड़ी ही आसानी से ट्रांसलेट कर सकते हैं।
गूगल ने पिछले साल Google IO 2022 ईवेंट में अपने पहले पिक्सल टैबलेट का जिक्र किया था। कंपनी ने कहा था कि वो साल 2023 में अपना पहला टैबलेट लॉन्च करेगी। इस साल यह ईवेंट 10 मई को होने जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि कंपनी इसी दिन अपना पहला पिक्सल टैबलेट लॉन्च कर सकती है या इसकी ऑफिशियल डेट अनाउंस कर सकती है।
क्रोम में कई दिनों की हिस्ट्री जमा होने से सिस्टम स्लो होने लगता है। अगर आप हिस्ट्री को डिलीट करते हैं तो इसके लिए आपको कई ऑप्शन सेलेक्ट करने पड़ते हैं लेकिन अब गूगल एक ऐसा फीचर ऐड करने वाला है जिससे आप क्रोम में एक क्लिक में पूरी हिस्ट्री डिलीट कर पाएंगे।
गूगल ने अपने ऑफिस से जिन रोबोट्स की छटनी की है उन्हें एक प्रोजेक्ट के तहत ट्रेनिंग भी दी गई थी। ये रोबोट कोरोना काल में कचरे को रिसाइकिल करने का भी काम करते थे। गूगल एक एक्सपेरिमेंटल प्रोजेक्ट के तहत इन रोबोट्स को तैयार किया था।
मोजि़ला ने गूगल प्ले स्टोर पर 20 सबसे लोकप्रिय पेड ऐप और 20 सबसे लोकप्रिय मु़फ्त ऐप की गोपनीयता नीतियों और लेबल की तुलना की। इसमें पाया गया कि 40 में से 16 ऐप या 40 प्रतिशत को खराब ग्रेड मिला, जिसमें माइनक्राफ्ट ट्विटर और फेसबुक शामिल हैं।
आजकल का जमाना डिजिटल का है। डिजिटल ने हमारे जीवन को काफी आसान बना दिया है, चाहे वो एजुकेशन हो या फिर कारोबार। गूगल ने भी ऐसे कई कोर्स फ्री में उपलब्ध करवाए हैं जो छात्रों को उनके करियर में मददगार साबित हो सकती है।
गूगल मीट में एक नया फीचर ऐड हुआ है जिसमें यूजर वीडियो कॉल के दौरान अपने बैकग्राउंड को वनक्लिक में चेंज कर सकेंगे। गूगल मीट यूजर्स पिछले काफी समय से ऐसे फीचर की तलाश में थे. इतना ही नहीं इस फीचर की मदद से आप थीम का चुनाव कर सकेंगे।
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