दिसंबर डिलिवरी वाले चांदी अनुबंध की कीमत बुधवार को 116 रुपये या 0.13 प्रतिशत की गिरावट के साथ 89,024 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई। पिछले सत्र में मंगलवार को चांदी 89,140 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
सोने की कीमत डॉलर में होती है, इसलिए अमेरिकी मुद्रा में कमजोरी इसे बाकी मुद्राओं में सस्ता बनाती है, जिससे इसकी मांग बढ़ जाती है।
व्यापारियों ने बताया कि घरेलू मांग में वृद्धि के कारण सोने की कीमतों में तेजी देखी गई। हालांकि, विदेशों में कमजोरी के रुख ने बढ़त को सीमित कर दिया। विदेशी बाजारों में कॉमेक्स सोना 2,532.10 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था।
घरेलू स्तर पर, व्यापारियों ने सोने की कीमतों में गिरावट का कारण विदेशों में कमजोर रुख के बीच स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की सुस्त मांग को बताया।
कोटक सिक्योरिटीज के एवीपी-जिंस शोध कायनात चैनवाला के अनुसार, अमेरिकी आर्थिक आंकड़े जारी होने से पहले डॉलर में मजबूती, मुनाफावसूली और समायोजन के कारण कॉमेक्स सोने में गिरावट आई।
कमजोर हाजिर मांग के बीच सटोरियों ने अपने सौदों के आकार को घटाया जिससे वायदा कारोबार में मंगलवार को सोने की कीमत 111 रुपये की गिरावट के साथ 71,490 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गयी।
चैनवाला ने कहा कि इसके अलावा मजबूत उपभोक्ता खर्च, मुद्रास्फीति में कमी और अमेरिका में बेहतर जीडीपी वृद्धि ने फेडरल रिजर्व द्वारा अधिक आक्रामक ढील की उम्मीदों को कम कर दिया है। एशियाई कारोबारी घंटों में, चांदी की कीमतें 0.52 प्रतिशत गिरकर 28.99 डॉलर प्रति औंस रह गईं।
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की वेबसाइट के अनुसार, 27 अगस्त को सोने का भाव 71,762 रुपये प्रति 10 ग्राम और चांदी कीमत 85,962 रुपये थी।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के भाषण से पहले बुलियन बाजार के व्यापारी सतर्क दिख रहे हैं। चांदी बुधवार को 87,000 रुपये प्रति किलोग्राम की कीमत पर बंद हुई थी।
सोमवार को जब बाजार खुलेगा तो सोने और चांदी की कीमत में तेजी देखने को मिल सकती है। त्योहारी सीजन शुरू होने के साथ ही मांग बढ़ेगी। इससे दोनों कीमती धातु के दाम बढ़ सकते हैं।
वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का सोने का आयात 30 फीसदी बढ़कर 45.54 अरब डॉलर हो गया। स्विटजरलैंड सोने के आयात का सबसे बड़ा स्रोत है।
कमोडिटी बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले महीनों में सोने की कीमत में बड़ा बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। सोना एक रेंज बाउंड में ट्रेड करेगा।
पिछले कारोबारी सत्र में शनिवार को सोना 72,550 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। वायदा कारोबार में सोमवार को सोने की कीमत 237 रुपये की तेजी के साथ 70,026 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई।
बजट में मोदी सरकार की ओर से सरकार की ओर से कस्टम ड्यूटी कम करने से सोने की कीमत में बड़ी गिरावट आई है। हालांकि, अब और गिरावट की उम्मीद नहीं है।
सोने की कीमतों में वृद्धि का श्रेय खुदरा खरीदारों के साथ हाल ही में सीमा शुल्क में कटौती के कारण आभूषण विक्रेताओं की बढ़ती मांग को दिया। घरेलू मांग बढ़ने और मजबूत वैश्विक रुख के कारण बहुमूल्य धातुओं में यह हलचल देखने को मिली।
कमोडिटी एक्सपर्ट का कहना है कि सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव अधिक रहने की संभावना है। पीली धातु को ₹67,000 पर सपोर्ट और ₹69,800 के स्तर पर रेजिस्टेंस देखा जा सकता है।
99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव एक बार फिर 65 से 68 हजार प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। ऐसे में अगर आप निवेशक हैं तो थोड़ा इंतजार करना सही होगा। ज्वैलरी की खरीदारी करनी है तो कुछ खरीदारी अभी कर लें और इंतजार करें।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट में सोने तथा चांदी पर मूल सीमा शुल्क 15 प्रतिशत से घटाकर छह प्रतिशत करने की घोषणा के बाद मंगलवार को दिल्ली में सोने की कीमत 3,350 रुपये की गिरावट के साथ 72,300 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई थी।
जानकारों का कहना है कि आभूषण विक्रेताओं की ताजा खरीदारी और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूत रुख के चलते सोने और चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिली।
अगर आप Gold खरीदने के शौकीन है तो यह जान लें कि घर में कितना सोना रह सकते हैं। ऐसा कर आप भविष्य में आने वाली किसी भी परेशानी से बच सकते हैं।
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