सिक्का निर्माताओं और औद्योगिक इकाइयों की ओर से कमजोर उठान के कारण चांदी की कीमत में गिरावट आई। भू-राजनीतिक तनाव जारी रहने से बढ़ते जोखिम ने पीली धातु के मूल सिद्धांतों को मजबूत रखा है।
व्यापारियों ने सोने की कीमतों में गिरावट के पीछे घरेलू सीमा शुल्क में कमी और वैश्विक प्रभावों को जिम्मेदार ठहराया। 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना भी 350 रुपये गिरकर 71,000 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया।
एक समय था जब सोना 113 रुपए में 11.6 ग्राम बिकता था, आज उसी सोने की कीमत 73 हजार रुपए प्रति 10 ग्राम है। सोशल मीडिया पर उस जमाने का एक पुराना बिल वायरल हो रहा है।
सोने की कीमतों में वृद्धि का श्रेय खुदरा खरीदारों के साथ हाल ही में सीमा शुल्क में कटौती के कारण आभूषण विक्रेताओं की बढ़ती मांग को दिया। घरेलू मांग बढ़ने और मजबूत वैश्विक रुख के कारण बहुमूल्य धातुओं में यह हलचल देखने को मिली।
सोने और चांदी पर सीमा शुल्क में कटौती की सरकार की बजट घोषणा के कारण हुई तीव्र गिरावट से उबरते हुए सोने में लगातार तीसरे दिन तेजी आई।
जिंस बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि भारतीय बाजारों में सोने की मांग अधिक बनी हुई है, जो हाल ही में आयात शुल्क में कटौती और आगामी त्योहारी सीजन के कारण है। बाजार विश्लेषकों ने कहा कि कारोबारियों द्वारा ताजा सौदों की लिवाली करने से चांदी वायदा कीमतों में तेजी आई।
विश्व स्वर्ण परिषद (डब्ल्यूजीसी) ने कहा कि रिकॉर्ड उच्च कीमतों के कारण जून, 2024 तिमाही के दौरान भारत की सोने की मांग पांच प्रतिशत घटकर 149.7 टन रह गई।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में सीमा शुल्क को 15 प्रतिशत से घटाकर छह प्रतिशत करने की घोषणा की थी। इसका असर घरेलू सर्राफा बाजार पर देखने को मिल रहा है। डिमांड में भी कमी के चलते बहुमूल्य धातुओं की कीमत कम हुई है।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट में सोने तथा चांदी पर मूल सीमा शुल्क 15 प्रतिशत से घटाकर छह प्रतिशत करने की घोषणा के बाद मंगलवार को दिल्ली में सोने की कीमत 3,350 रुपये की गिरावट के साथ 72,300 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई थी।
अखिल भारतीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद ने जीएसटी परिषद से आभूषणों पर कर की दर मौजूदा तीन प्रतिशत से घटाकर एक प्रतिशत करने की अपील की है।
जानकार मानते हैं कि सोने का भाव आने वाले समय में भी नरम रुख अपनाएगा। दुनिया में जारी तनाव अगर आगे कम होंगे तो सोने का भाव और भी नीचे आएगा।
सोने की कीमतों में तेजी का कारण अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मजबूती के रुख तथा स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की ताजा मांग को बताया। पिछले कारोबारी सत्र में शनिवार को सोना 75,550 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।
कर्नाटक के शहरों में भी मुंबई या दिल्ली की तुलना में सोना सस्ता है। दक्षिण के कुछ शहरों में सोने की कीमत उत्तर और पश्चिम की तुलना में बहुत सस्ती है।
इस बीच, राजधानी में सोना 250 रुपये मजबूत होकर 73,200 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया। पिछले कारोबारी सत्र में यह 72,950 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ था।
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, चांदी की कीमतें बढ़कर 31 डॉलर के स्तर को पार कर गईं, जो नरमी के दौर के अंत का संकेत है। इस बीच, एमसीएक्स के वायदा कारोबार में सोना 169 रुपये घटकर 71,840 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया।
विदेशी बाजारों में सकारात्मक रुख के बीच सोने और चांदी की कीमत में तेजी का रुझान देखा गया। पिछले सत्र में भी चांदी की कीमत में 800 रुपये की तेजी आई थी और यह 86,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) सौमिल गांधी ने कहा, ‘‘दिल्ली के बाजारों में हाजिर सोना (24 कैरेट) 73,200 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहा जो पिछले बंद भाव से 950 रुपये अधिक है।’’
इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) के मुताबिक, शुक्रवार को 24 कैरेट के 10 ग्राम सोने का भाव 72,630 रुपए है। वहीं, एक साल पहले सोने का भाव 63,000 रुपए के आसपास था। ऐसे में पिछले एक साल में सोने में निवेशकों को करीब 15 प्रतिशत का रिटर्न मिला है।
घरेलू के साथ-साथ आज अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोने की कीमत में कमी देखने को मिली है, लेकिन अभी भी 24 कैरेट का 10 ग्राम सोना 72,000 के आसपास बना हुआ है।
Investment in Gold : केडिया एडवाइजरी के अनुसार, सोने की कीमतों में 67,500 से 68,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक गिरावट आ सकती है। इसके बाद नई रैली में कीमतें 75,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकती हैं।
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