इस साल औसतन 2,386 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस के साथ, सोने की कीमत में सालाना औसत आधार पर 23 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि पेशेवर विश्लेषकों ने केवल 6.1 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद की थी।
आभूषण विक्रेताओं और खुदरा विक्रेताओं की लगातार खरीदारी के कारण सोने के भाव को सपोर्ट मिला है। निवेशक 'गिरावट पर खरीद' की रणनीति अपना सकते हैं क्योंकि धातु में समय-समय पर उतार-चढ़ाव का अनुभव होने की उम्मीद है।
पिछले एक साल में सोने की कीमतों में 15,030 रुपये या 23.5 प्रतिशत की तेजी आई है और यह 78,950 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है। स्थानीय बाजार सूत्रों का कहना है कि स्टॉकिस्टों और खुदरा विक्रेताओं की कमजोर उठान के कारण सोने के भाव में गिरावट आई।
जानकारों का कहना है कि इस सप्ताह सोने की कीमतों में लगातार मजबूती देखने को मिल सकती है, क्योंकि नए ट्रिगर्स की कमी है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में नए साल की छुट्टियों के कारण प्रमुख प्रतिभागी अभी भी दूर हैं।
आभूषण विक्रेताओं की निरंतर खरीदारी और रुपये में गिरावट के कारण सोने के भाव को सपोर्ट मिला। व्यापारियों ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध और मध्य पूर्व में तनाव से उपजे भू-राजनीतिक तनाव के कारण भी सुरक्षित निवेश को मजबूती मिली है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक सौमिल गांधी के मुताबिक, क्रिसमस की छुट्टियों से पहले इस सप्ताह कारोबार की मात्रा अपेक्षाकृत शांत रही। इस बीच, गांधी ने कहा कि शुक्रवार की गिरावट के बाद अमेरिकी डॉलर में सुधार कीमती धातुओं के लिए प्रतिकूल स्थिति का काम कर रहा है।
भारत में 24 कैरेट सोने की 1964 में कीमत ₹63.25 प्रति 10 ग्राम थी। आज यह 80,575 प्रति 10 ग्राम पर जा पहुंचा है। यह चौंका देने वाला है। सोने ने बिना किसी क्रेडिट जोखिम वाली एक तरल परिसंपत्ति जिसने बेहतर प्रदर्शन किया है।
एमसीएक्स पर वायदा कारोबार में, फरवरी डिलीवरी वाले सोने के अनुबंधों की कीमत शुक्रवार को 50 रुपये या 0. 07 प्रतिशत बढ़कर 75,701 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। कॉमेक्स पर 2,600 डॉलर के स्तर पर सोने में मामूली खरीदारी देखी गई।
Gold Rate Today: फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) की बैठक के बाद सोने में भारी गिरावट आई, क्योंकि फेड ने अगले साल के लिए ब्याज दरों में कटौती की गति को पहले के अनुमान से कम बताया है।
Gold Rate Today: व्यापारियों ने कहा कि शादी के मौसम में आभूषण विक्रेताओं की खरीदारी ने सुरक्षित निवेश के रूप में कीमती धातु की मांग को फिर से बढ़ा दिया है। अमेरिका मंगलवार को खुदरा बिक्री और औद्योगिक उत्पादन के आंकड़े जारी करेगा, जिससे सोने के बाजार में अल्पकालिक अस्थिरता की संभावना है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में इस साल अबतक सोने की कीमतें 23 प्रतिशत बढ़कर 78,350 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई हैं। बजट में सरकार ने सोने के आयात पर शुल्क को 15 प्रतिशत से घटाकर छह प्रतिशत कर दिया था।
Gold Rate Today 16 December 2024: एमसीएक्स पर वायदा कारोबार में फरवरी डिलीवरी के लिए सोने के अनुबंध 143 रुपये या 0. 19 प्रतिशत बढ़कर 77,279 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गए। दिन के दौरान, सोने ने क्रमशः 76,904 रुपये प्रति 10 ग्राम के इंट्रा-डे निचले स्तर और 77,295 रुपये प्रति 10 ग्राम के उच्चतम स्तर को छुआ।
जानकार कहते हैं कि डॉलर इंडेक्स और बढ़ती ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों से कीमतों को समर्थन मिल रहा है। अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कॉमेक्स सोना वायदा 10. 20 डॉलर प्रति औंस या 0. 38 प्रतिशत बढ़कर 2,728. 60 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गया।
Gold Rate Today 4 December: कमजोर वैश्विक रुझानों के बीच स्टॉकिस्टों और खुदरा विक्रेताओं की कमजोर उठान ने सोने की कीमत पर असर डाला। मध्य पूर्व में भू-राजनीतिक तनाव के साथ-साथ दक्षिण कोरिया में अशांति ने भी कुछ सुरक्षित निवेश को बढ़ावा दिया।
अधिक गहराई पर अतिरिक्त भंडार मौजूद हैं, जो करीब 3 किलोमीटर तक पहुंच सकते हैं। यह खोज चीन की खनन और आर्थिक क्षमताओं को बढ़ावा दे सकता है।
विश्लेषकों ने कहा कि सोने ने अपनी खोई हुई जमीन वापस पा ली है और तेजी का रुझान बरकरार है तथा एमसीएक्स पर कीमती धातु के 77,000-78,300 रुपये के दायरे में कारोबार करने की संभावना है। हाजिर बाजारों में 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 1,100 रुपये बढ़कर 80,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया।
Gold Import में चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीनों में इजाफा देखने को मिला है। अप्रैल से दिसंबर के बीच ये करीब 36 अरब डॉलर रहा है।
2023-24 की पहली छमाही में सोने की कीमतें अपेक्षाकृत स्थिर थीं, हालांकि एक साल पहले की समान अवधि की औसत कीमतों की तुलना में यह 14 प्रतिशत ज्यादा थीं।
अगले दो महीनों में धनतेरस, त्योहार और शादी के सीजन का असर कीमतों पर पड़ेगा। कारोबारियों को बिक्री को लेकर काफी उम्मीदें है। आभूषणों की मांग (Gold Demand in India) सात प्रतिशत बढ़कर 146.2 टन से 155.7 टन हो गई।
सोने की कीमत में डिमांड का भी अपना रोल है। भारत जैसे देश में सोना संस्कृति का हिस्सा है। शादियां भारत में सालाना सोने की डिमांड का लगभग 50 प्रतिशत पैदा करती हैं।
संपादक की पसंद