सोने के आयात में लगातार चौथे महीने गिरावट आई है। मई में सोने का आयात 39.14 फीसदी घटकर 1.47 अरब डॉलर पर आ गया।
सोने का इंपोर्ट अप्रैल में 60.4 फीसदी घटकर 1.23 अरब डॉलर रहा। यह लगातार तीसरा महीना है, जब सोने का इंपोर्ट घटा है।
ईटीएफ में जोरदार निवेश और अनिश्चित वित्तीय स्थिति के मद्देनजर सोने की मांग इस साल पहली तिमाही के दौरान 21 फीसदी बढ़कर 1,290 टन हो गई।
आभूषण निर्माताओं की हड़ताल तथा वैश्विक कीमत समरूपता के अभाव में वित्त वर्ष 2015-16 में सोने का आयात करीब 10 फीसदी घटकर 950 टन रहा।
देश में सोने का आयात अप्रैल माह में 67.33 फीसदी घटकर 19.6 टन रह गया। आयात में आई इस भारी गिरावट के पीछे आभूषण विक्रेताओं की हड़ताल मुख्य वजह है।
वैश्विक स्तर पर कीमतों में गिरावट से सोने का आयात 2015-16 में करीब आठ फीसदी गिरकर 31.72 अरब डॉलर रह गया। इससे देश के कैड पर नियंत्रण में मदद मिलेगी।
मार्च में सोने के आयात में लगातार दूसरे महीने गिरावट आई है। माह के दौरान सोने का आयात 80.48 फीसदी घटकर 97.29 करोड़ डॉलर रहा। पिछले साल 4.98 अरब डॉलर था।
फरवरी में सोने का आयात 29.49 फीसदी घटकर 1.39 अरब डॉलर रह गया। इससे पहले जनवरी में इसमें तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई थी। आयात कम होने से कैड पर अंकुश लगेगा है।
बजट में प्रस्तावित एक फीसदी एक्साइज ड्यूटी और दो लाख रुपए से ज्यादा के ट्रांजैक्शन पर पैन कार्ड की अनिवार्यता से नाराज ज्वैलर्स आज से हड़ताल पर चले गए हैं।
डब्ल्यूजीसी की रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल सोने की डिमांड 848.9 रही, जबकि 2014 में यह 828.5 टन रही थी। हालांकि, लोगों का ज्वैलरी के प्रति आकर्षण बढ़ा है।
मोदी सरकार की गोल्ड बॉन्ड लोगों को पसंद आने लगी है। दूसरे चरण 18 से 22 जनवरी के दौरान 2,790 किलो सोने के लिए 3.16 लाख आवेदन मिले हैं।
सरकार गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम के तहत सोने का स्टोरेज करने के लिए बैंकों को ढ़ाई फीसदी कमीशन दिया जाएगा। लोगों ने 900 किलो सोना जमा किया है।
सरकार की कोशिशों के बावजूद देश में सोने का इंपोर्ट कम नहीं हो रहा है। इसके बाद अटकलें लगाई जा रही थी कि सरकार इसको देखते हुए ड्यूटी में बढ़ोतरी कर सकती है।
निर्यात के मोर्चे पर सरकार को भारी झटका। दिसंबर में लगातार 13वें महीने भी गिरा निर्यात। दिसंबर में निर्यात 14.75 फीसदी घट कर 22.2 अरब डॉलर रह गया।
सरकार सोवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम का दूसरा चरण 18 जनवरी को शुरू करने जा रही है। वहीं, मोनेटाइजेशन में लोगों ने अब तक 500 किलो सोना सरकार के पास जमा कराया है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गोल्ड की कीमतों में गिरावट के चलते इस साल भारत में गोल्ड इंपोर्ट 11 फीसदी बढ़कर 1,000 टन पर पहुंच सकता है।
सोने के आयात को कम करने के लिए मोदी सरकारी की गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम पर श्रद्धालुओं की भावना भारी पड़ रही है। मंदिर सोना जमा कराने से बच रहे हैं।
केंद्र सरकार ने बुधवार को सोने की इंपोर्ट टैरिफ वैल्यू में मामूली इजाफा किया है। सोने की नई इंपोर्ट टैरिफ वैल्यू 347 डॉलर प्रति 10 ग्राम होगी।
नवंबर का महीना आयात-निर्यात के लिहाज से सरकार के लिए राहत और आफत दोनों लेकर आया है। पिछले महीने निर्यात में 24.43 फीसदी घटकर 20.01 अरब डॉलर रहा।
गोल्ड स्कीम को सफल बनाने के लिए सरकार को इसे सरल बनाना चाहिए। इसके अलावा सरकार गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम में जमा कराए जाने वाले सोने का सोर्स ना पूछे।
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