अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने के बाद दुनिया के सबसे बड़े एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) SPDR होल्डिंग्स ने ओपन मार्केट में 7 टन सोना बेच दिया है।
वैश्विक बाजारों से कमजोरी के रुख के बीच मांग में नरमी के चलते स्थानीय सराफा बाजार में सोने के भाव आज 200 रुपए टूटकर 29,050 रुपए प्रति 10 ग्राम बंद हुए।
सोने के दाम छह महीने के निचले स्तर पर पहुंचने के बाद आभूषणों में लौटी खरीदारी के चलते दिल्ली में 10 ग्राम सोने का भाव 250 रुपए बढ़कर 29,250 रुपए हो गया है।
नोटबंदी की सबसे बड़ी मार सर्राफा बाजार पर देखने को मिल रही है। महज 7 सत्र में सोना 1500 रुपए गिरकर 29350 रुपए प्रति दस ग्राम पर आ गया है।
16 दिन के बाद खुले दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना एक दिन में करीब 1750 रुपए प्रति दस ग्राम तक सस्ता हो गया है। वहीं, चांदी 3100 रुपए प्रति किलो तक गिर गई है।
अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ाने की आशंका के चलते दुनिया के सबसे बड़े एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) SPDR होल्डिंग्स ने ओपन मार्केट में 16 टन सोना बेच दिया है।
अगर आप इस धनतेरस अपने Gold के निवेश पर ज्यादा रिटर्न पाना चाहते हैं तो नि:संदेह Sovereign Gold Bond सबसे अच्छा विकल्प साबित होगा।
Gold में निवेश करने का सबसे बेहतर जरिया है Gold Bond। न केवल इसमें निवेश करना आसान है बल्कि इसके खर्च भी Gold ETF से हैं कम।
चालू वित्त वर्ष के शुरुआती छह माह में निवेशक Gold ETF से कुल मिलाकर 539 करोड़ रुपए की निकासी कर चुके हैं। सिर्फ सितंबर में 77 करोड़ रुपए की हुई निकासी।
जून में सोने के एक्सचेंज ट्रेडेड कोष (गोल्ड ईटीएफ) पर निवेशकों का रूख नरमी का रहा और उन्होंने इस निवेश साधन की बिकवाली कर 80 करोड़ रुपए निकाल लिए।
Investment in gold can be done both online and offline. Here is the list of five ways in which you can make investment.
ईटीएफ में जोरदार निवेश और अनिश्चित वित्तीय स्थिति के मद्देनजर सोने की मांग इस साल पहली तिमाही के दौरान 21 फीसदी बढ़कर 1,290 टन हो गई।
गोल्ड ETF (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) निवेशकों को आकर्षित करने में लगातार विफल रहे हैं। इसके कारण निवेशकों ने 2015-16 में 903 करोड़ रुपए निकाले।
सोने में निवेश के दो सुरक्षित विकल्प बचते हैं गोल्ड फंड और ईटीएफ। इलेक्ट्रॉनिक या पेपर के रूप में होने के चलते इनके चोरी होने का खतरा भी नहीं होता।
सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) ने एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) को गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम में निवेश करने की मंजूरी दे दी है।
निवेशक लगातार गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ईटीएफ) से अपना पैसा बाहर निकाल रहे हैं। 2015 में निवेशकों ने 845 करोड़ रुपए गोल्ड ईटीएफ से बाहर निकाले हैं।
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