10 अक्टूबर को नवरात्र का पहला दिन है और किसी भी नवरात्र के पहले दिन देवी मां के निमित्त घट स्थापना या कलश स्थापना की जाती है। अतः इस दिन घट स्थापना का सही समय क्या होगा, उसकी सही विधि क्या होगी और नवरात्र के पहले दिन देवी मां के किस स्वरूप की उपासना की जायेगी। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
अश्विन माह में पड़ने वाले नवरात्र को शारदीय नवरात्रि के नाम से जाना जाता है। हर साल 2 मुख्य नवरात्र के अलावा गुप्त नवरात्रि भी होती है। जिसके बारें में शास्त्रों में उल्लेख किया गया है। इस बार शारदीय नवरात्रि 10 अक्टूबर से शुरु हो रहे है।
आज के दिन जो व्यक्ति मां दुर्गा के निमित्त व्रत रखता है, उसे जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और सफलता मिलती है, उसके जीवन में सब कुछ अच्छा ही अच्छा होता है, तो अपने जीवन में सब कुछ अच्छा बनाये रखने के लिये विभिन्न राशि वालों को क्या उपाय करने चाहिए। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से।
नौ दिनों में करना मान्यता के अनुसार अशुभ माना जाता है। आपके साथ ऐसा न हो इसके लिए हम आपको बता रहें है वो काम जिन्हें नवरात्र के नौ दिनों के दौरान करने से बचना चाहिए। जानइए ऐसे कैन से काम है जो मंदिर में जाकर नहीं करना चाहिए।
परिवार में खुशहाली के लिये, अच्छे स्वास्थ्य के लिये और यश, बल तथा आयु की वृद्धि के लिये आज के दिन मां कुष्माण्डा का ध्यान करके इस शुभ मुहूर्त में करें पूजा।
18 मार्च चैत्र नवरात्र की शुरूआत हो रही है और 25 मार्च को नवरात्र समाप्त होंगे। इस बार अष्टमी तिथि के क्षय होने से अष्टमी और नवमी तिथि, दोनों 25 मार्च को पड़ रही हैं। जानिए कलश स्थापना करने की सही विधि के बारें में...
त्र शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के साथ ही 18 मार्च से नवरात्र शुरू हो रहे हैं। इसके साथ ही सर्वार्थसिद्ध योग बन रहा है। वहीं राजा सूर्य और मंत्री शनि होगे। जानिए कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त...
इस बार चैत्र नवरात्र की शुरुआत में ही सिद्धियोग लग रहा है। जो कि बहुत ही शुभ माना जा रहा है। इसके साथ ही सप्तमी और अष्टमी एक ही दिन पड़ रहे है। जानिए किस दिन किस देवी को पूजा जाता है। साथ ही जाने घटस्थापना का शुभ मुहूर्त।
चूडीदार परिधान वाली देवी की मूर्ति की तस्वीर सोशल मीडिया में वायरल हो गई...
रुवार, 5 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा है। इस पूर्णिमा की रात में चंद्र अपनी 16 कलाओं के साथ दिखाई देगा। शास्त्रों में शरद पूर्णिमा का काफी अधिक महत्व बताया गया है। जानिए मां लक्ष्मी की पूजा करने की विधि और कथा के बारें में...
नवरात्र के आखिरी दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा करने का विधान है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन विधि-विधान के साथ पूजा करने से हर साधना पूरी होती है। साथ ही हर काम में सफलता मिलती है। जानिए पूजा विधि के बारें में....
नवरात्र के आठवें दिन मां दुर्गा के रुप महागौरी की पूजा की जाती है। मां का ध्यान करने से व्यक्ति को आत्मिक ज्ञान की अनुभूति होती है उसके भीतर श्रद्धा विश्वास व निष्ठ की भावना बढ़ाता है। जानिए पूजा विधि...
कोलकाता में दुर्गा पूजा का अपना ही एक अलग रुप है। जो कि पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। दुर्गा पूजा के दौरान कई ऐसी परंपराएं निभाई जाती है। जो इसे और कास बना देती है। जानिए क्या है वो...
दिल्ली विश्वविद्यालय के एक असिस्टेंट प्रोफेसर ने अपने एक फेसबुक पोस्ट में देवी दुर्गा के बारे में कथित रूप से आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया।
महालक्ष्मी व्रत 29 अगस्त को शुरु हुआ था जो कि 12 सितंबर को समाप्त हो रहे है। जिस तरह लगातार 16 दिन हम विधि-विधान के साथ लक्ष्मी पूजा करते है। उसी तरह विधि-विधान के साथ समापन भी करना चाहिए। जानइए समापन की पूरी विधि...
महालक्ष्मी व्रत में सोलह श्रृंगार की चीजे दान करना का बहुत अधिक महत्व है। सोलह दिनों तक भी अलग-अलग सोलह सामग्रियों का सोलह की गिनती में दान कर सकते हैं। तो वो कौन-सी सोलह चीज़ें हैं, जिनका इस दौरान दान किया जा सकता है। जानिए इन चीजों के बारें में।
राधाष्टमी के दिन मां लक्ष्मी की विधि-विधान के साथ राशिनुसार इन चीजों का चढ़ाने से आपको कभी भी धन की कमी नहीं होगी। इसके साथ ही आपको मनचाहा फल मिलेगा। जानिए आचार्य इंदु प्रकाश से किन चीजों को चढ़ाएं।
इस व्रत को करने से घर में कभी भी दरिद्रता का वास नहीं होता है। साथ ही घर पर सुख-शांति भी आती है। आज ये व्रत रखा जाता है। अगर आप ये व्रत नहीं कर पाएं है, तो कोई बात नहीं आप ये चीजे चढ़ा कर मां वरद लक्ष्मी को प्रसन्न कर सकते है।
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