2017 के राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सर्वाधिक 17 सीट पर जीत हासिल की थी, जबकि भारतीय जनता पार्टी को 13 सीट मिली थी।
जानकारी के मुताबिक आज शाम सभी उम्मीदवारों को मैसेज कर यह बताया जाएगा कि कहां आना है। मतगणना तक सभी को एक साथ रखा जाएगा।
इंडिया टीवी पर प्रसारित सीएनएक्स के एग्जिट पोल के पूर्वानुमानों के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में सत्ता बरकरार रख सकते हैं। वहीं पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर पर अलग-अलग अनुमान है।
गोवा में वैसे तो बीजेपी और कांग्रेस के बीच सीधी लड़ाई मानी जाती है, लेकिन इस लड़ाई में सिर्फ़ यही दो दल नहीं हैं। गोवा का चुनाव 4 कोण वाला है। सत्तारूढ़ बीजेपी यहां बिना किसी गठबंधन के लड़ी। कांग्रेस ने गोवा फॉरवर्ड पार्टी (GFP) के साथ गठबंधन किया।
CNX के EXIT POLL में पार्टियों को जो वोट शेयर मिलता दिख रहा है उसमें बीजेपी के हिस्से में 32% वोट आ रहे हैं। कांग्रेस और गोवा फॉरवर्ड पार्टी गठबंधन को 29% वोट मिलता दिख रहा है। MGF और TMC गठबंधन को 12%, आम आदमी पार्टी को 14% और अन्य को 13 % वोट शेयर मिल सकता है।
धवलीकर ने कहा कि टीएमसी की गोवा इकाई का रुख ‘राष्ट्रीय टीएमसी’ से अलग हो सकता है क्योंकि यहां के नेता गोवा के हैं, न कि पश्चिम बंगाल से।
गोवा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी कुनाल ने बताया कि गोवा में 78.94 प्रतिशत मतदान हुआ। प्रदेश में सांखालिम (उत्तरी गोवा) विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 89.61 प्रतिशत जबकि दक्षिणी गोवा की बेनौलिम सीट पर सबसे कम 70.20 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया।
दूसरे चरण में यूपी, उत्तराखंड और गोवा में मतदान हो रहा है। सुबह 7 बजे शुरू हुआ मतदान शाम 6 बजे तक चलेगा।
आप प्रवक्ता राघव चड्ढा ने कहा कि कांग्रेस को दिए गए वोट एक बार फिर भाजपा की झोली में जाएंगे। उन्होंने कहा कि 2017 में भी ‘‘ज्यादातर कांग्रेस विधायक’’ पाला बदलकर भाजपा में चले गए थे।
गोवा में इस बार मौजूदा मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के साथ पूर्व मुख्यमंत्री दिगम्बर कामत, लक्ष्मिकांत पर्सिकार, विजय सरदेसाई, मंत्री विश्वजीत राणे, स्पीकर राजेश पाटनेकर, मंत्री जेनिफर बाबुश सहित कुल 301 उम्मीदवार चुनाव मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
परंपरागत रूप से द्विध्रुवीय राजनीति वाले राज्य, गोवा में इस बार बहुकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है, जहां आम आदमी पार्टी (AAP), तृणमूल कांग्रेस (TMC) और अन्य छोटे दल राज्य के चुनावी परिदृश्य पर अपनी छाप छोड़ने की होड़ में हैं।
Assembly Election 2022: चुनावी मौसम में नारे बहुत अहमियत रखते हैं। नारों की ताकत से सत्ता सीढ़ी चढ़ने में काफी अहम भूमिका रखते हैं। नारों की ताकत कइयों को सत्ता तक पहुंचाया है तो कुछ उम्मीदवारों को पैदल भी किया है। कुछ स्लोगन ऐसे भी रहे हैं जो कि कई सालों तक जुबां में बने रहे हैं।
उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा के दूसरे चरण के लिए 14 फरवरी मतदान होगा। शनिवार शाम दूसरे चरण के लिए प्रचार का शोर थम गया है। यूपी में दूसरे चरण में कुल 586 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।
विपक्षी नेताओं द्वारा उनकी और उनकी सरकार की आलोचना करने पर मोदी ने जवाब दिया, ‘सार्वजनिक जीवन में आलोचना होना और आरोप लगने स्वाभाविक है।
गोवा में सोमवार यानी 14 फरवरी को मतदान में इन नेताओं की चुनावी किस्मत का फैसला होगा। भाजपा ने विधायक मोनसेराटे को चुनाव मैदान में उतारा है। मोनसेराटे इससे पहले कांग्रेस में थे और उन्होंने 2019में भाजपा के प्रत्याशी को पराजित किया था।
आगामी 14 फरवरी (सोमवार) को यूपी, उत्तराखंड और गोवा में मतदान होना है। उत्तराखंड और गोवा में भी एक चरण में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार थम गया है। दूसरे चरण में पश्चिमी यूपी और रूहेलखंड के 9 जिलों की 55 विधान सभा सीटों पर 14 फरवरी को मतदान होगा। इन 55 सीटों से सात सुरक्षित सीटें हैं।
2019 के महाराष्ट्र चुनाव के बाद शिवसेना बीजेपी से अलग हो गई थी और उसने वहां राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी तथा कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई।
सभी दलों ने प्रचार में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रधानमंत्री मोदी की यूपी के कन्नौज में और उत्तराखंड के रुद्रपुर में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे। अमित शाह भी उत्तराखंड में चुनाव प्रचार करेंगे।
गांधी ने मडगांव में कहा, प्रधानमंत्री उस समय के इतिहास को नहीं समझते हैं, उन्हें समझ में नहीं आता कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद क्या चल रहा था।
पणजी। गोवा में चुनावी सरगर्मियां जोरों पर है। इसी बीच AAP संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दो दिन के दौरे पर फिर गोवा पहुंचे। उन्होंने वहां अपने संबोधन में भाजपा और कांग्रेस दोनों पर प्रहार किया।
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