मुख्यमंत्री योगी ने बैंकिंग जगत के प्रतिनिधियों से कहा कि 2017 में जब हमारी सरकार बनी तब प्रदेश की माली हालत बहुत खराब थी।
आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन से पहले राज्य सरकार को अमेरिका और कनाडा के निवेशकों से कई सहमति पत्र मिले हैं।
इस साल मंदी आने जा रही है, जिसके चपेट में दुनिया के अधिकतर देश आएंगे। IMF ने इसको लेकर चेतावनी भी दी है। भारत के लिए चिंता करने वाली बात है।
ये साल भी अब खत्म होने वाला है। 2022 इतिहास के पन्नों पर कुछ अच्छे तो कुछ बूरे बातों को लेकर हमेशा याद किया जाएगा, लेकिन नया साल देश और दुनिया में खुशियों की जगह कितना गम लाने जा रहा है, क्या इसके बारे में आपने कभी अंदाजा लगाया है? यहां पढ़िए डिटेल स्टोरी।
India's Economy Crossed & Global Forum: देश में नोटबंदी के बाद शुरू हुए डिजिटल लेन-देन की रफ्तार अब अमेरिका को अचरज में डाल रही है और चीन को चौंका रही है। भारत के शहरों से लेकर गांवों तक डिजिटल इकोनॉमी का पहिया तेजी से भाग रहा है।
Recession: मंदी ने अब धीरे-धीरे अपना विकराल रूप लेना शुरू कर दिया है। हजारों की संख्या में कंपनियां अपने यहां काम करने वाले कर्मचारियों को निकाल रही हैं। कुछ एक्सपर्टRecession: मंदी ने अब धीरे-धीरे अपना विकराल रूप लेना शुरू कर दिया आने वाले समय को और खराब बता रहे हैं। आइए जानते हैं कि भारत पर इसका क्या असर पड़ रहा है?
जब दुनिया मंदी के चपेट में होगी तब भारत विकास की नई लकीर खींच रहा होगा। दुनिया भारत को सलाम ठोकेगी, क्योंकि भारत अकेला ऐसा देश होगा जो वैश्विक मंदी के बीच पूरे एशिया में सबसे तेज तरक्की करेगा।
Climate change compensation approved at COP 27:ग्लोबल वार्मिंग के चलते होने वाले जलवायु परिवर्तन पर अब प्रभावित देशों को हर्जाना दिया जाएगा। ग्लोबल वार्मिंग बढ़ाने के जिम्मेदार देश यह हर्जाना मिलकर देंगे।
PM Modi Speech at 'No Money for Terror' Conference Delhi:दिल्ली में 'No Money for Terror' फंडिंग को लेकर शुरू हुई अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ललकार से चीन और पाकिस्तान के कान के पर्दे हिल गए होंगे।
'No Money For Terror' Global Congrence In New Delhi:दिल्ली में आज से शुरू हो रही दो दिवसीय 'No Money For Terror Funding' ग्लोबल कॉन्फ्रेंस से पहले ही चीन और पाकिस्तान बेनकाब हो गए हैं। जबकि दुनिया भर से 72 प्रमुख देश इस ग्लोबल कॉन्फ्रेंस में हिस्सा ले रहे हैं।
India @ COP-27: मिस्र में चल रहे संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन में ‘शमन कार्य कार्यक्रम’ (मिटिगेशन वर्क प्रोग्राम या एमडब्ल्यूपी) पर चर्चा के दौरान भारत विकासशील देशों के अगुवा के तौर पर अपनी भूमिका निभाई। भारत ने कार्बन उत्सर्जन के लिए विकासशील देशों को जिम्मेदार ठहराने की विकसित देशों की योजना पर पानी फेर दिया।
UNSC meeting in Delhi on Terrorism:संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने आतंकवादी समूहों द्वारा दुष्प्रचार के लिए नयी तकनीकियों का इस्तेमाल करने की चुनौती से निपटने के लिए ठोस वैश्विक प्रयासों का शनिवार को आह्वान किया।
Climate Change-Virus Spillover: जलवायु परिवर्तन के कारण जो बर्फ पिघल रही है, उससे उसमें जमे वायरस और बैक्टीरिया बाहर निकल सकते हैं। इससे कोरोना वायरस जैसी बीमारी फैल सकती है।
Global Recession & India: ब्रिटेन से लेकर रूस और जर्मनी तक, चीन से जापान तक की खस्ताहाल होती अर्थव्यवस्था विश्व की सबसे बड़ी आर्थिक मंदी का संकेत दे रही है। पश्चिमी देशों को बूस्टर डोज देते-देते अमेरिका भी अर्थव्यवस्था की रफ्तार में थकने लगा है। वैश्विक री-सेशन के इस दौर में फिर भारत अछूता कहां रह सकता था।
वैश्विक अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति में भारत कहीं अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। जहां तक मुद्रास्फीति का सवाल है तो यह मांग से नहीं बल्कि आपूर्ति से जुड़ा हुआ पहलू है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक से पहले यहां एक प्रमुख नीतिगत भाषण में आईएमएफ की प्रबंध निदेशक जॉर्जिवा ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगले सप्ताह जारी होने वाले विश्व आर्थिक परिदृश्य में वैश्विक वृद्धि अनुमानों को और घटाया जाएगा।
IMF वैश्विक आर्थिक वृद्धि के अनुमान को पहले ही तीन बार कम कर चुका है। अब इसके वर्ष 2022 में घटकर 3.2 प्रतिशत और वर्ष 2023 के लिए 2.9 प्रतिशत ही रहने की स्थिति बनती दिख रही है।
Global Temperature:कीड़े अगर संघर्ष करेंगे तो मानवों का जीवन खतरे में पड़ सकता है। मगर यह कैसे?...आपको सोचकर हैरानी हो रही होगी।
Recession: आईडीसी (IDC) की एक रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक स्तर पर दो में से एक वरिष्ठ व्यावसायिक अधिकारियों (59 प्रतिशत) का मानना है कि आने वाले वर्ष में मंदी होगी।
India Will Lead G-20 Summit: क्वाड सम्मेलन से लेकर एससीओ और संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में नए ग्लोबल लीडर के तौर पर उभरते भारत का दमखम अब जी-20 सम्मेलन के दौरान भी दिखेगा। इस बार भारत ही जी-20 देशों की मेजबानी और अध्यक्षता कर रहा है।
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