ग्लोबल लीडर अप्रूवल रेटिंग में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर टॉप पर हैं। उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक समेत अन्य बड़े विश्व नेताओं को बहुत पीछे छोड़ दिया है। पीएम मोदी 78 फीसदी अप्रूवल रेटिंग के साथ वैश्विक लोकप्रियता में विश्व नेताओं में सबसे अव्वल हैं।
सिर्फ युद्ध को लेकर ही नहीं, बल्कि जलवायु संकट का समाधान खोजने के लिए भी दुनिया की निगाह और उम्मीदें भारत पर टिकी हैं। दुनिया को भरोसा है कि भारत का हर फैसला युद्ध और जलवायु संकट से निपटने में निर्णायक है। मगर आप सोच रहे होंगे कि आखिर ऐसा क्यों है...तो आपको बता दें कि अमेरिका जैसे देशों का भरोसा भारत और पीएम मोदी हैं।
भारत ने जापान के सापोरो में जलवायु, ऊर्जा और पर्यावरण के मुद्दे पर जी-7 मंत्रियों की बैठक में रविवार को कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि पर्यावरणीय कार्रवाई के साथ मिलकर समग्र रूप से जलवायु परिवर्तन से संबंधित मुद्दों का समाधान किया जाये। इस दौरान भारत ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए पीएम मोदी के मिशन से भी अवगत कराया।
अमेरिका ने पहली बार माना है कि वैश्विक कार्बन उत्सर्जन की कटौती में G-7 जैसे अमीर देशों की भूमिका अहम हो सकती है। अमेरिका की ऊर्जा मंत्री जेनिफर ग्रेनहोम ने ‘ग्लोबल वार्मिंग’ को रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता जताते हुए शुक्रवार को कहा कि अमीर राष्ट्र कार्बन उत्सर्जन में कटौती करने में मिसाल कायम करें।
IMF Recession: 6 अप्रैल को आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने भी कहा था कि अमेरिकी बैंक के दिवालिया होने से महंगाई पर असर पड़ा है। अब आईएमएफ ने भी मुहर लगा दी है।
Bank System Failure: अमेरिका के बैंकों में वहां के स्टार्टअप ने पैसा जमा किया हुआ था। आर्थिक अस्थिरता के बीच स्टार्टअप्स ने पैसा निकालना शुरू कर दिया। बैंक के पास पैसे नहीं थे। इसलिए डूब गए। अब उसे बचाने के लिए पैसे डाले जा रहे हैं। कितना खर्च आ रहा है। जान लीजिए।
Stock Market News: यह हफ्ता अमेरिका के साथ भारतीय शेयर बाजार के लिए भी ठीक नहीं दिख रहा है। अमेरिका में एक के बाद एक बैंक दिवालिया घोषित हो रहे हैं। आज क्रेडिट सुईस को लेकर भी बड़ी खबर आई है, जिसमें उसे तगड़ा नुकसान हुआ है। इसका असर कल भारतीय शेयर बाजार पर देखा जा सकता है। आइए मामला समझते हैं।
अधिकारियों ने कहा कि शिलान्यास समारोह के लिए तैयारियां पहले ही शुरू हो चुकी हैं। विदेशी निवेशकों की मदद के लिए जल्द ही एक कॉल सेंटर भी शुरू किया जाएगा।
दुनिया की 99 फीसदी आबादी एक बड़े खतरे की चपेट में है। यह खुलासा लैंसेट प्लैनेट हेल्थ में सोमवार को जारी एक नए अध्ययन को आधार बनाकर किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार लगभग हर कोई यानि वैश्विक आबादी के 99 प्रतिशत लोग छोटे और हानिकारक वायु प्रदूषकों के अस्वास्थ्यकर स्तर के संपर्क में है, जिसे पीएम 2.5 के रूप में जाना जाता है।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि जी-20 आर्थिक वृद्धि और विकास के संदर्भ में जिस समाधान की ओर देख रहा है, उसमें भारत के पास ‘‘15 प्रतिशत समाधान’’ है। वह यहां सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित ‘फेस्टिवल ऑफ थिंकर्स’ को संबोधित कर रहे थे।
उत्तर प्रदेश अपने इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती के साथ दुनिया भर के कारोबारियों को आकर्षित कर रहा है। यूपी अपने डिफेंस कॉरिडोर, नोएडा के आईटी हब और पर्यटन की संभावनाओं के साथ दुनिया भर में निवेश का केंद्र बन रहा है।
जलवायु परिवर्तन से पैदा हुए पर्यावरण के खतरे के मद्देनजर जी-20 सम्मेलन में भूमि संरक्षण और संसाधनों का प्रभावी इस्तेमाल भारत के लिए दो अहम मुद्दे होंगे। भूमि क्षरण, जैव विविधता की हानि, समुद्री प्रदूषण, मैंग्रोव व कोरल रीफ का संरक्षण, संसाधानों का अति उपयोग और कूड़े के निस्तारण में खामी वे अहम पर्यावरण चिंताएं हैं।
राज्य में इस साल हो रहे ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए राज्य में लाखों करोड़ रुपये के निवेश की संभावना है। यह निवेश राज्य में रोजगार के कई नए अवसरों को खोलेगा। सोमवार के दिन योगी आदित्यनाथ ने इस बारे में कहा कि लाखों युवाओं के लिए उत्तर प्रदेश में नौकरियां इंतजार कर रही हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भी वैश्विक समस्याओं से जूझ रहे विश्व के लिए भारत को उम्मीद की किरण माना है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी ने कहा है कि युद्ध, आतंकवाद, महंगाई,महामारी, ऊर्जा और खाद्य संकट का सामना कर रहे दुनिया के तमाम देशों की हालत खस्ता हो चुकी है। बावजूद भारत दुनिया के लिए उम्मीद बना है
Exports Increased in India Despite Global Recession: वैश्विक मंदी से भारत के पड़ोसी श्रीलंका और पाकिस्तान कंगाल हो चुके हैं। चीन की आर्थिक हालत भी पतली चल रही है। इस वक्त चीन 40 वर्ष की सबसे बड़ी मंदी की आग में झुलस रहा है। वहीं यूरोप के धनाढ्य देश ब्रिटेन, जर्मनी इत्यादि की हालत भी बदतर है।
India on The Way to Global Manufacturer: वैश्विक निर्माताओं ने भारत में तेज औद्योगिक विकास की बड़ी भविष्यवाणी करके चीन समेत दुनिया के तमाम देशों को हैरानी में डाल दिया है। साउथ चाइन मॉर्निंग पोस्ट में सप्लाई चेन एनालिस्टों की प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार वैश्विक निर्माता भारत को बदलाव के ऐसे कगार पर खड़ा देख रहे हैं।
भारत में मुंबई हमले का मास्टर माइंड और पाकिस्तानी आतंकवादी हाफिज सईद का बहनोई अब्दुल रहमान मक्की को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया गया है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने उसे ग्लोबल आतंकियों की लिस्ट में डाल दिया है। इससे पाकिस्तान में खबलबली मच गई है।
सोमवार को डब्ल्यूईएफ के मुख्य अर्थशास्त्री पूर्वानुमान सर्वेक्षण में कहा कि 2023 में वैश्विक मंदी आने की आशंका है। हालांकि, इस दौरान खाद्य, ऊर्जा और मुद्रास्फीति का दबाव चरम पर पहुंच सकता है।
एशिया से लेकर यूरोप, अमेरिका और अफ्रीका तक मंदी की मार है। महंगाई से जनता बेहाल हो रही है। ऐसे मुश्किल वक्त में पूरी दुनिया को भारत से बड़ी उम्मीद है। जो अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आइएमएफ) पाकिस्तान की कर्ज न लौटा पाने की क्षमता को भांपकर उसे फूटी कौड़ी देने को तैयार नहीं है,वही आइएमएफ भारत को दुनिया की उम्मीद बता रहा।
Unemployment Hits 50 Year Low in US and Inflation Bent: दुनिया भर में छाई वैश्विक मंदी के बीच अमेरिका से अच्छी खबर आई है। दिसंबर के महीने में अमेरिका में बेरोजगारी दर 50 साल के सबसे निचले स्तर पर आ गई है।
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