अमेरिका व्यापार विवाद में चीन के साथ आगे और बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन किसी भी तरह के संभावित करार के लिए दोनों देशों के शीर्ष नेताओं को इस माह के अंत में होने वाली बैठक तक इंतजार करना होगा।
विश्व बैंक ने वैश्विक अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति को आसमान पर धुंध छाना बताते हुए इस साल के लिए वैश्विक आर्थिक वृद्धि का पूर्वानुमान पिछले साल के तीन प्रतिशत के मुकाबले 2.9 प्रतिशत कर दिया है। हालांकि, विश्व बैंक के मुताबिक भारत की GDP वित्त वर्ष 2018-19 में 7.3 फीसदी की दर से बढ़ सकती है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने चौथी तिमाही में GDP की ग्रोथ रेट में गिरावट के पीछे नोटबंदी का प्रभाव होने की बात को नकारते हुए कहा कि इसके कई अन्य कारण भी हैं।
ADB ने कहा कि अमेरिका और यूरोप में व्यापार को लेकर संरक्षणवाद का उभार चिंताजनक है, हालांकि यह इतना वास्तविक नहीं कि वैश्विक अर्थव्यवस्था को अलग अलग कर दे।
डॉलर के मुकाबले बुधवार को लगातार तीसरे दिन रुपए में तेजी रही। रुपए की विनिमय दर 15 पैसे और सुधर कर 21 माह के उच्च स्तर 64.11 रुपए प्रति डॉलर पर बंद हुई।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को नोटबंदी के मुद्दे पर कहा कि यह अब तक का सबसे कठिन सुधार रहा जिसके लिये सरकार को असाधारण कदम उठाने पड़े।
भारत में चाइनीज प्रोडक्ट के खिलाफ हो रहे जोरदार विरोध के बीच चौंकाने वाली खबर सामने आई है। चीनी कंपनियां कीमतों में बढ़ोतरी करने की तैयारी में हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था को मजबूती देने में बड़ी भूमिका निभा सकता है जो कि नरमी का सामना कर रही है।
अरविंद सुब्रमणियम ने कहा, वैश्विक स्तर पर कच्चे तेल के दाम कम रहने से वर्ष 2016-17 में चालू खाते का घाटा जीडीपी के एक फीसदी से नीचे रह सकता है।
चीन के प्रधानमंत्री ली क्यांग ने कहा कि ब्रेक्जिट जनमत संग्रह की मार से वैश्विक वित्तीय बाजार बुरी तरह प्रभावित हुए हैं।
अरुण जेटली ने कहा, भारत कठिन वैश्विक स्थितियों के बावजूद लगातार अपनी उच्च आर्थिक वृद्धि बरकरार रखे हुए है और बुनियादी ढांचा सृजित करने पर कायम है।
मोदी ने यूएसआईबीसी के सालाना समारोह में अमेरिकी कारोबारी समुदाय को संबोधित करते हुए कहा, अब समय आ गया है जबकि विश्व को वृद्धि के नए इंजन की जरूरत है।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि ग्लोबल इकोनॉमी की हालात गंभीर और चिंताजनक है। इसके कारण विभिन्न देश अपनी प्रणालियों के लिए सुरक्षात्मक उपाय कर रहे हैं।
जेटली ने विकसित देशों से कहा है कि वे अपनी आर्थिक नीतियों से अन्य देशों पर पड़ने वाले प्रभावों पर ध्यान रखें और IMF को संसाधनों की स्थिति मजबूत करना चाहिए।
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने वैश्विक आर्थिक उथल-पुथल से निपटने के लिए ग्लोबल स्तर पर समन्वित नीतिगत फैसले पर जोर दिया। ठोस नीति को बताया जरूरी।
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