नेपाल में हिमस्खलन की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं। ताजा मामले में नेपाल के मुगु जिले में हिमस्खलन की एक और घटना में तीन लोगों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए। एक स्थानीय अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी। यह घटना ऐसे वक्त में हुई जब जुमला जिले के कुल 15 लोग कैटरपिलर फंगस यार्सागुम्बा की तलाश में मुगु गए थे।
ग्लेशियर झीलों के फटने से एक बड़ी तबाही सामने आ सकती है। एक अध्ययन के मुताबिक ग्लेशियर झीलों के चलते देश की 30 लाख और दुनिया भर में 1.5 करोड़ लोगों का जीवन खतरे में है।
Global Warming: विश्व भर में क्लाइमेट चेंज का असर अब सीधा असर दिखने लगा है। यूरोप में भीषण गर्मी यह बताती है कि मौसम कैसे तेजी से बदल रहे हैं। इस साल यूरोप 40 से 45 डिग्री तापमान चला गया था।
उत्तराखंड में चीन की सीमा से लगते जोशीमठ के पास ग्लेशियर टूटने के बाद भारी बर्फबारी हुई। इस घटना पर बॉर्डर रोड टास्क फोर्स के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने बताया कि भारत-चीन सीमा के पास उत्तराखंड के जोशीमठ के नजदीक एक ग्लेशियर फट गया है।
उत्तराखंड के वैज्ञानिकों को ऋषिगंगा नदी के छह किलोमीटर उपर एक कृत्रिम झील मिली जिसके बारे में अभी यह नहीं मालूम हो सका है कि इस झील से निचले इलाकों में रहने वाली जनसंख्या को कोई खतरा है या नहीं। यह पता लगाने के लिए आईटीबीपी और डीआरडीओ की एक संयुक्त टीम उस स्थान तक पहुंच गयी है।
उत्तराखंड के चमोली जिले में 10 दिन पहले आई विकराल बाढ़ के बाद तपोवन-विष्णुगाड जल विद्युत परियोजना की सुरंग में फंसे कर्मियों को सुरक्षित बाहर निकालने की हर क्षण के साथ और धूमिल होती उम्मीदों के बीच कीचड़ से भरी इस सुरंग में बचाव कार्य लगातार जारी है।
उत्तराखंड के चमोली में आपदा आने के बाद एनटीपीसी के प्रोजेक्ट को भी क्षति हुई। वहीं, एनटीपीसी के कर्मचारी भी लापता हैं, जिनकी तलाश के लिए चल रहे अभियान में एनटीपीसी, सीआईएसएफ, यूपीएनएल सहित विभिन्न संस्थाओं के 325 इंजीनियर, अधिकारी और वैज्ञानिक जुटे हुए हैं।
तपोवन टनल में फंसे मजदूरों को निकालने का काम युद्धस्तर पर जारी है। आईटीबीपी ने एक बयान जारी कर रहा कि सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर टनल को साफ करने का काम जारी है जिससे अंदर फंसे मजदूरों को निकाला जा सके।
इंडिया टीवी के साथ एक विशेष साक्षात्कार में उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ग्लेशियर के फटने के बाद चमोली में वर्तमान बचाव मिशन के बारे में बात की। साक्षात्कार के दौरान सीएम रावत ने इस त्रासदी के पीछे विकास को मुद्दा बनाने वालों को फटकार लगाई और कहा कि इस तरह की टिप्पणी करने वाले लोग अपने एसी कमरों से बाहर निकलें और वास्तविकता देखें।
उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने के बाद आए सैलाब से हुई भारी तबाही के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। अब तक 26 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं जबिक 180 लोग अब भी लापता हैं।
चमोली हादसे को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बयान दिया है जिसमें उन्होंने बताया है कि सैलाब के बाद अब तक 203 लोग लापता है जिनकी तलाश लगातार जारी है।
पीएम ने हल्दिया में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए सबसे पहले उत्तराखंड में हुई त्रासदी का जिक्र करते हुए वहां की जानकारी साझा की। पीएम मोदी ने कहा कि मां गंगा का उद्गम स्थल उत्तराखंड इस समय आपदा का सामना कर रहा है। ग्लेशियर टूटने से वहां नदी का जलस्तर बढ़ गया है। मैं उत्तारखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्र सरकार के गृह मंत्री से लगातार संपर्क में हूं। राहत व बचाव का कार्य चल रहा है। लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। मेडिकल सुविधाओं में कमी न हो, इस पर जोर दिया जा रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि बंगाल के साथ पूरा देश उत्तराखंड के साथ है। उत्तराखंड के लोगों के हौसले से त्रासदी हारेगी।
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