Ghulam Nabi Azad Quits Congress: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे की निंदा करते हुए शुक्रवार को कहा कि आजाद पार्टी को जोड़ने की बात कर रहे हैं, लेकिन वह कांग्रेस को तोड़कर बाहर निकल गए।
Ghulam Nabi Azad Resigns: दिल्ली स्थित भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए रवींद्र रैना ने कहा कि गुलाम नबी आजाद बड़े नेता थे, जिन्होंने सिर्फ जम्मू-कश्मीर में ही नहीं बल्कि पूरे देश में खून-पसीना बहाकर कांग्रेस को उंचाईयों पर ले जाने के लिए काम किया।
Guwahati News: मुख्यमंत्री शरमा ने कहा कि पार्टी के लिए वफादार रहे नेता एक के बाद एक पार्टी छोड़कर जा रहे हैं। शरमा ने कहा कि मैंने 2015 में लिखा था कि ऐसा समय आएगा, जब कांग्रेस में गांधी परिवार ही रह जाएगा और बाकी सब पार्टी छोड़ जाएंगे।
Ghulam Nabi Azad Resigns: जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस से इस्तीफा देने के कुछ घंटों बाद दो पूर्व मंत्रियों सहित कांग्रेस के पांच वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
सलमान खुर्शी ने कहा, आज कांग्रेस पार्टी एक जंग के मैदान में खड़ी है, हमारा कोई सिपाही या कमांडर छोड़ कर जाता है तो उसका सीधा प्रभाव हमपर पड़ता है। पार्टी के समर्थन में खड़े रहने वाले लोगों पर भी इसका सीधा असर पड़ता है।
Ghulam Nabi Azad Resigns: गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे से ना सिर्फ कांग्रेस बल्कि पूरा विपक्ष हैरान है। इस बीच जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने आजाद के इस्तीफे पर प्रतिक्रिया दी है।
Ghulam Nabi Azad: पूर्व सांसद दीक्षित ने कहा, ‘‘आजाद के बिना कांग्रेस और कमजोर होगी, लेकिन आज त्यागपत्र लिखने वाले गुलाम नबी आजाद वह नहीं हैं जिन्होंने कभी ‘जी 23’ का पत्र लिखा था।’’
Ghulam Nabi Azad: भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक ट्वीट कर कांग्रेस नेतृत्व पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि ‘कांग्रेस दरबार’ ऐसे किसी भी व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं कर सकता जो आजाद हो, वह सिर्फ गुलाम चाहता है।
Ghulam Nabi Azad Resigns : कांग्रेस महासचिव अजय माकन ने कहा, 'यह अत्यंत दुख की बात है कि जब कांग्रेस महंगाई, बेरोजगारी और ध्रुवीकरण के खिलाफ लड़ रही है तो उस समय यह त्यागपत्र आया।
Ghulam nabi Azad: जम्मू कश्मीर के पूर्व मंत्री और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता जीएम सरूरी ने आजाद को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वह बीजेपी में शामिल नहीं होंगे बल्कि वह जल्द ही अपनी एक नई राजनीतिक पार्टी बनाएंगे।
Ghulam Nabi Azad: उन्होंने राहुल गांधी पर इस बात के लिए भी हमला बोला कि वे मीडिया में जिस तरह से या जिस टेंपरामेंट के साथ मुखातिब होते हैं, उससे पार्टी की छवि अच्छी नहीं बल्कि खराब ही होती है।
Ghulam nabi Azad: राहुल गांधी के कांग्रेस में सक्रिय होते ही जिन वरिष्ठ कांग्रेसियों को दरकिनार किया जाने लगा, उनमें से एक गुलाम नबी आजाद भी थे। उन्होंने मौके बे मौके अपना विरोध भी पार्टी आलाकमान को जताया।
Jammu-Kashmir: पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 47 वर्षीय वानी को यह अहम जिम्मेदारी देने के साथ ही वरिष्ठ नेता 73 वर्षीय आजाद को चुनाव अभियान समिति की कमान सौंपी है।
Ghulam Nabi Azad: अपने ट्वीट में गुलाब नबी आजाद ने लिखा- '' मेरी covid-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मैं होम क्वारंटीन में हूं। जो लोग पिछले कुछ दिनों में मेरे संपर्क में आए वे कृपया प्रोटोकॉल का पालन करें।''
वरिष्ठ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद अपने बयान से फिर सुर्खियों में हैं। इस बार वह जी-23 ग्रुप के कांग्रेस पार्टी से जुड़े बयानों के लिए नहीं, बल्कि राजनीति पर दिए गए बयानों से चर्चा में हैं।
‘जी 23’ समूह पार्टी में संगठनात्मक बदलाव और सामूहिक नेतृत्व की मांग कर रहा है।
पांच राज्यों के चुनाव परिणामों में कांग्रेस की हार हुई इसके बाद आनन—फानन में जी-23 ग्रुप के नेताओं ने मीटिंग की और हार पर असंतोष जाहिर किया। पार्टी में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर सवाल उठाए। जानिए क्या है जी-23 ग्रुप की अहमियत, क्यों कर रहा है गांधी परिवार का विरोध।
कांग्रेस के ‘जी 23’ समूह के नेताओं को अपनी ही पार्टी यानी कांग्रेस के विरोध का सामना करना पड़ रहा है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने इन नेताओं पर पार्टी तोड़ने का आरोप लगा डाला। वहीं जी 23 के इन नेताओं ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर एक बड़ी बात कह डाली।
सीडब्ल्यूसी द्वारा सोनिया गांधी के नेतृत्व का समर्थन किए जाने के बाद आगे की रणनीति तैयार करने के लिए जी23 समूह कहे जाने वाले कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं ने बैठक की। यह समूह पहले ही कांग्रेस पार्टी के भीतर समान विचारधारा वाले नेताओं तक अपनी पहुंच बना चुका है।
हालिया विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी के ‘जी 23’ समूह के कई नेताओं ने शुक्रवार को बैठक की। इसमें आगे की रणनीति को लेकर चर्चा की गई।
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