Hyderabad News: केंद्रीय मंत्री रामदास आठवले ने सोमवार को कहा कि हाल ही में कांग्रेस छोड़ने वाले गुलाम नबी आजाद को केंद्र में सत्तारूढ़ NDA के साथ मिलकर काम करना चाहिए।
Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष समेत कांग्रेस के तीन और नेताओं ने वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद के समर्थन में पार्टी से अपने इस्तीफे की घोषणा की।
Ghulam Nabi Azad: कांग्रेस को ‘बीमार’ करार देते हुए आजाद ने कहा, ‘‘मैं तो दुआ ही कर सकता हूं। मेरी दुआ से तो कांग्रेस ठीक नहीं हो सकती। उसके लिए दवा चाहिए, उसके लिए जो डॉक्टर हैं वह असल में डॉक्टर नहीं बल्कि कम्पाउडर हैं।’’
Ghulam Nabi Azad: गुलाम नबी ने कहा, 'मोदी तो सिर्फ एक बहाना है। इनकी (कांग्रेस) आंखों में जी-20 के लेटर के बाद से मैं खटक रहा था। ये लोग चाहते थे कि हमको कोई लेटर नहीं लिखे क्योंकि हम कानून से परे हैं।
Ghulam Nabi Azad: गुलाम नबी आजाद के बाद कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले सैकड़ों नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रविवार को यहां जम्मू कश्मीर के पूर्व मंत्री जी एम सरूरी के नेतृत्व में बैठक की।
Congress Crisis: कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई को रविवार को एक और बड़ा झटका लगा। पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री ताज मोहिउद्दीन ने कांग्रेस छोड़ दी और गुलाम नबी आजाद के नेतृत्व वाले मोर्चे में शामिल हो गए।
Jammu-kashmir: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को कहा कि वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद का कांग्रेस से इस्तीफा उनकी पार्टी का आंतरिक मामला है, हालांकि यह पार्टी में 'आंतरिक लोकतंत्र की कमी' को दर्शाता है।
रामदास अठावले ने गुलाम नबी आजाद के इस्तीफे के बाद ट्विटर पर अपने चिर-परिचित अंदाज में एक कविता लिखी है।
Political News: मोदी सरकार के मंत्री और भाजपा के सहयोगी रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदास आठवले ने आजाद को NDA में शामिल होने का न्योता दिया है।
Fadnavis on Congress: भारतीय जनता पार्टी(BJP) के वरिष्ठ नेता फडणवीस ने कहा, ‘‘मेरा मानना है कि आजाद द्वारा उठाए गए कुछ सवाल वाजिब हैं। हालांकि, यह उनका अंदरुनी मामला है और मैं उनपर टिप्पणी नहीं करूंगा।’’
जब शुक्रवार को उन्होंने इस्तीफा दिया तो मुझे एक शेर याद आ गया 'कुछ तो मजबूरियां रही होंगी...यूं ही कोई बेवफा नहीं होता।' आज़ाद साहब के इस कदम से कांग्रेस को जम्मू-कश्मीर में बहुत नुकसान होगा।
race to leave the Congress party: कांग्रेस पार्टी का ताउम्र हाथ पकड़कर चलने वाले एक के बाद एक वरिष्ठ नेता लगातार पार्टी को अलविदा कह रहे हैं। कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से नाराज जी-23 नेताओं में अब एक के बाद एक में पार्टी को छोड़ने की होड़ लगी है।
Congress Political Crisis: आनंद शर्मा गुलाम नबी आजाद के घर उनसे मुलाकात करने पहुंचे। उनके इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। कांग्रेस खेमे में दिग्गज नेताओं की नराजगी साफ झलक रही है। हाल ही में आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया है।
Sachin Pilot on Ghulam Nabi Ajad: कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार के लिए किसी एक व्यक्ति को जिम्मेदार ठहराना गलत है। पायलट ने यह भी कहा कि आजाद के त्यागपत्र का समय बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
कर्रा ने कहा कि आखिर आजाद ने पार्टी छोड़ने के लए वही वक्त क्यों चुना जब सोनिया गांधी की तबीयत ठीक नहीं है और वह देश में नहीं हैं।
Manish Tewari: मनीष तिवारी ने कहा, 2 साल पहले हम में से 23 नेताओं ने सोनिया गांधी को एक पत्र लिखा था और कहा था कि पार्टी की स्थिति चिंताजनक है। इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए। उस पत्र के बाद कांग्रेस सभी विधानसभा चुनाव हार गई।
Ghulam Nabi Azad: आजाद ने पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के लिए राहुल गांधी और उनकी मंडली की आलोचना की और पूरी संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया को एक 'मजाक और दिखावा' करार दिया।
Ghulam Nabi Azad Quits Congress: नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि अगर आजाद ने उस समय पार्टी छोड़ी होती जब वह पटरी पर लौट चुकी होती तो ठीक था, लेकिन भंवर के वक्त उसे छोड़ना अच्छी बात नहीं है।
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने एक पैर डूबते जहाज पर रखा और दूसरा उस पर जो उनकी छोटी नाव को कभी भी डुबो सकता है। उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री कितने दिन रहेंगे, इसका ठिकाना नहीं, लेकिन सपने 2024 में पीएम बनने के देख रहे हैं।
गुलाम नबी आजाद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पर्सनल केमेस्ट्री पॉलिटिकल लाइन से एकदम अलग रही है। राज्यसभा में जब गुलाम नबी आजाद का कार्यकाल खत्म हो रहा था तो उनके विदाई भाषण में प्रधानमंत्री भावुक हो गए थे।
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