गौरतलब है कि हाल ही में सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के कई प्रावधान हटाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों को बांटने का कदम उठाया।
अगर ऐसा हुआ तो गुलाम नबी आजाद और सचिन पायलट समेत कई बड़े पार्टी नेताओं से कुछ पद छिन सकते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सोनिया गांधी इस सिलसिले में पार्टी के रणनीतिकारों से चर्चा कर रही हैं और जल्द इसपर फैसला हो सकता है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस पार्टी के सीनियर नेता गुलाम नबी आजाद श्रीनगर से दिल्ली वापस लौटने के बाद मीडिया से बात करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर बरसे और कहा कि चुल्लू भर पानी में डूबकर मर जाना चाहिए इन्हें, पूरे देश को बीजेपी ने खत्म किया है।
श्रीनगर एयरपोर्ट से वापस लौटे कांग्रेस नेता गुलाम नबी आज़ाद, केंद्र सरकार पर जमकर बरसे
गुलाम नबी आजाद जम्मू-कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद आज श्रीनगर के दौरे पर जा रहे थे। आजाद का श्रीनगर में कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक और सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी लेने का कार्यक्रम था
जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने व सूबे को 2 केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के मोदी सरकार के फैसले का कांग्रेस लगातार विरोध कर रही है।
जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने व सूबे को 2 केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के मोदी सरकार के फैसले का कांग्रेस लगातार विरोध कर रही है।
जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 को हटाने व सूबे को 2 केंद्र शासित प्रदेशों में बांटने के मोदी सरकार के फैसले का कांग्रेस लगातार विरोध कर रही है।
कांग्रेस पार्टी के कई नेता अनुच्छेद 370 पर सरकार के कदम का खुलकर समर्थन कर चुके हैं। इसमें नया और प्रमुख नाम वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का है।
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद कल श्रीनगर जाएंगे जहां वे प्रदेश कांग्रेस कमिटी के नेताओं के साथ मीटिंग करेंगे।
गुलाम नबी आजाद ने मंगलवार को बयान दिया कि जिन लोगों को जम्मू-कश्मीर का इतिहास नहीं पता, जिन लोगों को कांग्रेस का इतिहास नहीं पता वे पहले इतिहास पढ़ें और फिर कांग्रेस पार्टी में रहें।
स्पीकर के इस रूख से भले ही कुमारस्वामी सरकार को राहत मिली हो लेकिन कांग्रेस जानती है कि ये राहत अस्थाई है लिहाजा दिल्ली से लेकर बेंगलुरू तक कांग्रेस पूरे एक्शन में है। सरकार को संकट से उबारने के लिए खुद सोनिया गांधी ने पहल की और हालात को संभालने के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद और कपिल सिब्बल को बेंगलुरु भेजा।
राज्य की 224 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ गठबंधन के 118 विधायक हैं। अगर त्यागपत्रों को स्वीकार कर लिया जाता है तो सरकार के बहुमत खो सकती है।
गुलाम नबी आजाद ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में भाजपा या राजग की सरकार नहीं बनेगी। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद नीतीश कुमार सरीखे नेता केंद्र में गैर भाजपा सरकार बनवा सकते हैं।
गुलाम नबी आजाद ने जम्मू-कश्मीर के खराब हालात के लिए प्रधानमंत्री को जिम्मेदार बताया। आजाद ने कहा ‘’क्या वजह है कि 2014 तक हालात ठीक हो गए थे? क्या वजह है कि 2014 से लेकर आज तक हालात फिर 1990-91 की तरह हुए? उसके लिए अगर कोई एक आदमी जिम्मेदार है, इस देश का प्रधानमंत्री जिम्मेदार है।’’
लंदन की पुलिस ने मंगलवार को नीरव मोदी को गिरफ्तार कर लिया गया है और आज बुधवार को लंदन की अदालत में नीरव मोदी की पेशी हो सकती है
फरवरी के पहले हफ्ते में राहुल की रैली की शुरुआत राजधानी लखनऊ से होगी। कांग्रेस ने रैली में भीड़ जुटाने के लिए अन्य राज्यों के बड़े चेहरों को भी जिम्मेदारी सौंपने का फैसला किया है।
शनिवार को सपा-बसपा गठबंधन से बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद कांग्रेस आलाकमान यूपी फॉर्मूले को लेकर हरकत में आ गई है।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (एआईएमपीएलबी) की महिला शाखा ने तीन तलाक से संबंधित विधेयक के महिला विरोधी होने का आरोप लगाया और राज्यसभा सदस्यों से इसे कानूनी जांच के लिए प्रवर समिति को भेजने को आह्वान किया।
इंडिया टीवी के चेयरमैन व एडिटर इन चीफ रजत शर्मा ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फणनवीस से पूछा कि क्या अहंकार तो बीजेपी की हार की वजह नही था जैसा उसके सहयोगी भी आरोप लगा रहे हैं।
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