घोसी सीट पर 2019 में उपचुनाव कराए गए थे और भाजपा के विजय राजभर ने जीत हासिल की थी। 2017 विधानसभा चुनाव में भी यहां कमल खिला था और बीजेपी के फागू चौहान विजयी हुए थे।
Mau District की Ghosi Assembly Seat पर 2017 में BJP ने जीत दर्ज की थी. यहां की जनता ने फागु सिंह को विधायक बनाकर विधानसभा भेजा था. Fagu Singh Chauhan के राज्यपाल बनने के बाद 2019 में यहां उपचुनाव हुए. इस बार बार बीजेपी ने ही यहा जीत दर्ज की. इस क्षेत्र के जानकारों की मानें तो इस सीट पर स्थानीय मुद्दों के अलावा हिंदू-बनाम-मुस्लिम का समीकरण चुनाव में जीत-हार दिलाता है. दल कोई भी हो लेकिन परिणाम में ध्रुवीकरण स्पष्ट दिखता है. यह सीट उस वक्त काफी चर्चा में आ गई, जब Yogi सरकार के मंत्री रहे Dara Singh SP का दामन थाम लिए. सपा ने इस सीट से दारा सिंह को टिकट भी दिया है. अब 10 मार्च को पता चलेगा दारा सिंह के सपा में जाने से बीजेपी को कितना नुकसान पहुंचता है और सपा को कितना फायदा? वैसे जनता के मन में क्या चल रहा है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम घोसी विधानसभा पहुंची थी. चर्चा के दौरान यहां के लोगों ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Ghosi Assembly Seat Uttar Pradesh के Mau District के अंतर्गत आती है. घोसी विधानसभा क्षेत्र में चार लाख से अधिक मतदाता हैं. जिनमें अनुसूचित जाति के मतदाता सबसे अधिक हैं. 2017 के Assembly Election में BJP की टिकट पर Fagu Chauhan ने चुनाव लड़ा और विजयी हुए. उन्होंने चुनाव में Mukhtar Ansari के बेटे Abbas Ansari को हराया था. लेकिन बाद में पार्टी ने उन्हें राज्यपाल बना दिया. जिसके बाद 2019 में इस सीट पर उपचुनाव हुए. जिसमें भाजपा के ही Vijay Kumar Rajbhar ने जीत हासिल की थी. भाजपा ने इस बार विजय राजभर को चुनाव में अपना प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं SP ने Yogi सरकार में मंत्री रहे Dara Singh Chauhan को टिकट देकर चुनावी रण में उतारा है. इस बार घोसी विधानसभा सीट पर 7 मार्च को वोटिंग होगी. 2022 के विधानसभा चुनाव में क्षेत्र की जनता कि पार्टी के उम्मीदवार पर अपना भरोसा जताएगी. इसका जायजा लेने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने घोसी विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच पहुंचा. जहां पहुंचकर वोटरों का मिजाज जानने की कोशिश की.
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