राकेश टिकैत ने दावा किया कि कुछ लोग भाजपा के झंडे लेकर पिछले तीन दिनों से प्रदर्शन स्थलों पर झगड़ा करने के लिए आ रहे हैं। पुलिस फोर्स भी बैठी रहती है, कहती कुछ नहीं है। आज ये लोग नारेबाजी करते हुए मंच के पास पहुंच गए और उन्होंने पत्थरबाजी भी की।
दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर हंगामा हुआ है। ये हंगामा प्रदर्शनकारी किसानों के भाजपा कार्यकर्ताओं के काफिले पर हमले के बाद हुआ। दरअसल भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मंत्री अमित वाल्मिकी नियुक्ति के बाद पहली बार गाजियाबाद आ रहे थे। यूपी बॉर्डर पर दिल्ली से आते समय भाजपा कार्यकर्ता वहां उनके स्वागत के लिए इकट्ठा हुए थे, जैसे ही उनका काफिला वहां पहुंचा, कार्यकर्ताओं ने स्वागत करना शुरू कर दिया, तभी दूसरी तरफ से किसान वहां पर काले झंडे लेकर पहुंच गए और वहां पर भगड़द की स्थिति पैदा हो गई।
एक भाजपा कार्यकर्ता ने बताया कि वे अपने नेता का स्वागत करने के लिए खड़े हुए थे तभी वहां पर राकेश टिकैत अपने साथ अपने आदमियों को लेकर आए और उनके पास हथियार, लोहे के डंडे थे और आस पास की गाड़ियों को तोड़ दिया है।
गाजीपुर जिले में गंगा नदी में तैरते लकड़ी के बक्से से 21 दिन की बच्ची को बचाने वाले नाविक गुल्लू चौधरी को राज्य सरकार की ओर से एक नाव भेंट की जाएगी।
कोरोना संक्रमण दूसरी लहर में देश में हाहाकार मचा हुआ है। वही बिहार के बक्सर में गंगा नदी में तैरती लाशों का सिलसिला जारी है।उन्नाव जिले की बीघापुर पाटन तहसील में गंगा नदी के बक्सर घाट पर दफनाये गये कई शव कथित रूप से बरामद होने पर, जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दिये है।
बिहार सरकार ने गंगा में बहते शवों को रोकने के लिए बक्सर में महाजाल लगाया, घाटों पर निगरानी रख रहे ड्रोन। राजस्थान में निजी अस्पतालों को किराए पर दे दिए पीएम केयर्स फंड के वेंटिलेटर, पंजाब में बेकार पड़े हैं 250 वेंटिलेटर। देखिए- आज की बात, रजत शर्मा के साथ
कृषि कानून के खिलाफ हो रहे किसान आंदोलन को 134 दिन हो चुके हैं और दिल्ली में धरना दे रहे किसानों की संख्या घटती जा रही है।
राजवीर सिंह जादौन ने बताया कि तैयार हो रहे इन टेंटों को ऊंचा कर नीचे एक पारदर्शी जाली लगाई जा रही है, जो मच्छरों से बचाएगी।
किसान आंदोलन का केंद्र बने गाजीपुर बाॉर्डर से राहत की खबर है। दिल्ली से गाजियाबाद जानेवाले रास्ते को खोल दिया गया है।
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का आंदोलन चल रहा है, ऐसे में अभिनेत्री गुल पनाग रविवार को किसानों के समर्थन में गाजीपुर बॉर्डर पहुंची।
किसानों ने अब अपनी अगली रणनीति के तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर लोगों तक अपनी बात पहुंचाने की रणनीति बनाई है।
किसान आंदोलन के नाम पर दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर को बीते 28 नवंबर से प्रदर्शनकारियों ने बंधक बना रखा है | 28 जनवरी को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के आंसुओं के बाद गाजीपुर बॉर्डर पर बढ़ी भीड़ की तुलना अगर आज से करें तो अब प्रदर्शनकारियों की संख्या में काफी कमी आ चुकी है |
आज दिनभर इस बात की चर्चा रही कि गाज़ीपुर बॉर्डर खाली हो गया है। वहां से किसान अपने घरों को लौट गए हैं। इस बात की जांच करने के लिए हमारे संवाददाता जतिन शर्मा गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे।
दिल्ली-उत्तरप्रदेश सीमा पर कड़ी सुरक्षा वाले प्रदर्शन स्थल गाजीपुर बॉर्डर पर सैकड़ों किसान सर्द रात और बृहस्पतिवार सुबह हुई बूंदाबांदी के बीच केंद्र के नए कृषि कानूनों को वापस लेने की अपनी मांग को लेकर डटे रहे।
दिल्ली-उत्तर प्रदेश के गाजीपुर बॉर्डर पर आज सुबह से ही हलचल देखी जा रही है। यहां पुलिसकर्मियों द्वारा की गई मल्टीलेयर बैरिकेडिंग के तहत सड़क पर लगाई गई नुकीली कीलों को हटा लिया गया है।
दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है, जिसके तहत दिल्ली पुलिस ने अपना कड़ा पहरा बिठा दिया है।
आक्रोश में लोकल किसान.. आंदोलन से परेशान, देखिए दिल्ली के बॉर्डर की ग्राउंड जीरो रिपोर्ट
गाजीपुर बॉर्डर पर दोनों तरफ के रास्ते बंद कर दिए गए हैं, वहीं सिंघू और टीकरी बॉर्डर पर मोबाइल इंटरनेट सेवा भी फिलहाल रोक दी गई है।
राष्ट्रीय लोकदल के नेता जयंत चौधरी शुक्रवार सुबह दिल्ली से सटे गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे। यहां वह भारतीय किसान यूनियन (BKU) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत से मिलने पहुंचे।
उत्तर प्रदेश सरकार ने दिल्ली-यूपी के गाजीपुर बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों को जगह खाली करने का अल्टिमेटम दिया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरुवार रात तक गाजीपुर बॉर्डर खाली हो सकता है।
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