अभी तक अमेरिका और चीन में एक दूसरे को चेतावनी देने का दौर जारी था। दोनों देशों में ताइवान से लेकर जासूसी गुब्बारे समेत कई अन्य मसलों पर तनाव बना हुआ है। इस बीच जर्मनी ने पहली बार ड्रैगन को कड़ी चेतावनी दी है।
अमेरिका और जर्मनी ने यूक्रेन युद्ध समेत अन्य वैश्विक समस्याओं को सुलझा लेना का दावा किया है। यूक्रेन पर हमले के विरुद्ध रूस पर दबाव बनाये रखने के लिए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज द्वारा अत्यंत गहनता से और मिलकर काम करने की घोषणा किये जाने के बाद दोनों नेताओं ने बैठक की।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन की सेना को चीन द्वारा हथियार भेजे जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। सबसे पहले अमेरिका ने इस बात का खुलासा किया था कि चीन रूस को चोरी छुपे हथियार भेज रहा है, जिसका इस्तेमाल वह यूक्रेन के खिलाफ कर रहा है। इसके लिए अमेरिका ने चीन को चेतावनी भी दी थी।
India to Germany Travel Process:अब भारत से जर्मनी जाना पहले से बेहद आसान होने वाला है। भारत दौरे पर आए जर्मनी के चांसलर ने इसको लेकर बड़ी जानकारी दी है। बता दें, इंडिया से हजारों की संख्या में आईटी प्रोफेशनल्स समेत दूसरे व्यवसाय से जुड़े लोग वहां ट्रेवल करते हैं।
लगातार गहराता जा रहा रूस-यूक्रेन युद्ध और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की दादागीरी से दुनिया त्रस्त आ गई है। इस समस्या के तत्काल समाधान के लिए जर्मनी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मांगी है। भारत ऐसा देश है, जिसकी साख पीएम मोदी के नेतृत्व में पूरी दुनिया में अलग पहचान बना चुकी है।
पश्चिमी देशों की ओर से यूक्रेन को टैंक समेत अन्य घातक हथियार दिए जाने से रूसी राष्ट्रपति पुतिन तमतमा उठे हैं। अमेरिका से लेकर ब्रिटेन और जर्मनी रूस के प्रमुख निशाने पर आ गए हैं। ऐसे में रूस अपना आपा खो सकता है, जिसका परिणाम परमाणु युद्ध में तब्दील हो जाए तो किसी को आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
लुफ्तहांसा के एक प्रवक्ता ने बताया कि आईटी सिस्टम फेल होने के चलते ऐसा हुआ है। इसकी वजह से एयरलाइन कंपनी के कई विमानों को उड़ान भरने से रोक दिया गया।
सांख्यिकी कार्यालय ने कहा कि जर्मनी का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) उपभोक्ता खर्च में कमी के कारण वर्ष 2021 की पहली तिमाही के बाद पहली बार बड़े पैमाने पर सिमट गया।
यूक्रेन युद्ध मामले में जर्मनी बार-बार अपना स्टैंड बदल रहा है। कभी वह पूरी तरह यूक्रेन के साथ खड़ा दिखता है तो कभी मदद से अपने हाथ पीछे खींच लेता है। यूक्रेन को लैपर्ड-2 टैंक देने का वादा करने के बाद भी जर्मनी काफी दिनों तक कभी हां तो कभी न करता रहा।
Hockey World Cup 2023 के फाइनल में जर्मनी की टीम ने बेल्जियम को मात दी है।
बुधवार को जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने घोषणा की कि जर्मनी यूक्रेन को अपने बुंडेसवेहर (जर्मन सशस्त्र बल) के स्टॉक से 14 लेपर्ड-2 टैंक देगा। यूक्रेन काफी समय से इस टैंक की मांग कर रहा था।
Russia-Ukraine War: यूक्रेन पर जीत की ओर बढ़ रहे रूस के कदम को देखते हुए अमेरिका समेत पश्चिमी देशों में घबराहट पैदा हो गई है। अभी एक हफ्ते पहले ही रूस ने यूक्रेन पर जीतने की भविष्यवाणी की है। इसके बाद से ही रूसी सेना ने यूक्रेन पर हमले को कई गुना तेज कर दिया है।
Russia-Ukraine War: यूक्रेन के पास जमीनी लड़ाई लड़ने के लिए टैंक नहीं हैं। जर्मनी ने वादा करने के बाद भी तेंदुआ 2 टैंक की अभी तक यूक्रेन को सप्लाई नहीं दी है। इससे युद्ध में यूक्रेनी सेना रूस के सामने पस्त होने लगी हैं। हालत यह है कि विभिन्न क्षेत्रों से अपनी जान बचाने के लिए यूक्रेनी सैनिक युद्ध का मैदान छोड़ रहे हैं।
दुनिया में सबसे पहले चीन ने अपनी वैक्सीन 'सिनोवैक' बनाने का दावा किया था, तभी से चीनी वैक्सीन पर दुनिया ने सवाल उठा दिए थे। अब चीन में कोरोना के कहर और मौतों ने एक बार फिर चीनी वैक्सीन को 'बेअसर' साबित किया है। जर्मनी ने भी चीनी वैक्सीन पर भरोसा न करके चीन में जर्मनी के प्रवासियों के लिए अपनी वैक्सीन भेजी है।
Nazi Germany Crimes: दूसरे विश्व युद्ध के समय यहूदी धर्म का पालन करने वाले लोगों का कत्लेआम किया गया था। इसी मामले में 97 साल की एक महिला को दोषी करार दिया गया है।
इस बैठक के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने जर्मनी की विदेश मंत्री एनालेना बेयरबॉक के साथ संयुक्त प्रेस संबोधन में कहा कि आवाजाही साझेदारी समझौते से एक-दूसरे देश में पढ़ाई, रिसर्च और काम करने में आसानी होगी।
India-Germany Pact: भारत और जर्मनी ने ऊर्जा, कारोबार, जलवायु परिवर्तन सहित द्विपक्षीय सहयोग को प्रगाढ़ करने एवं यूक्रेन संकट सहित वैश्विक मुद्दों पर सोमवार को विस्तृत चर्चा की। इस दौरान भारत ने रूस से तेल खरीद के मामले को लेकर फिर से जर्मनी के सामने पश्चिमी देशों को खरी-खरी सुना दी।
10 Important Agreements Between India & Germany: भारत और जर्मनी ने अपने 70 वर्षों के संबंधों को और प्रगाढ़ करते हुए 10 महत्वपूर्ण बिंदुओं पर एक साथ चलने पर सहमत हुए हैं। इसमें ऊर्जा, कारोबार और जलवायु परिवर्तन से लेकर आतंकवाद और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत के विस्तार का मुद्दा अहम है।
फीफा वर्ल्ड कप 2022 में चार बार की चैंपियन टीम को बड़ा झटका लगा है और टीम लगातार दूसरी बार फुटबॉल के इस मेगा ईवेंट के पहले राउंड से ही बाहर हो गई है।
कतर में खेले जा रहे फुटबॉल वर्ल्ड कप में जर्मनी की टीम का विरोध हो रहा है।
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