G-20 Group Meeting: इस बार भारत जी-20 समूह की अपनी अध्यक्षता में अगले साल नौ और 10 सितंबर को वार्षिक शिखर सम्मेलन समेत इस प्रभावशाली समूह की संभवत: 200 से अधिक बैठकों की मेजबानी करेगा।
पायलटों ने सैलरी को लेकर एक दिन की हड़ताल कर दी है। इस वजह से दुनिया भर में लुफ्थांसा एयरलाइंस की 800 फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी हैं।
जर्मनी की सरकार के अधिकारी डाइटमार नीटान ने एक बयान में कहा एक सितंबर जर्मनी के लिए शर्म का दिन है।
Tension between America and China over Taiwan: अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंनी पेलोसी की अगस्त माह में हुई ताइवान यात्रा के बाद से ही अमेरिका और चीन के बीच तनाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस बीच ताइवान स्ट्रेट में अमेरिका ने अपना सातवां बेड़ा भेज दिया है।
Germany help Ukraine in war with Russia: यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे प्रलयकारी युद्ध के करीब छह महीने गुजर गए हैं। महाशक्तिशाली रूस से अभी भी यूक्रेन पूरी ताकत से जंग लड़ रहा है। इसकी वजह है कि अमेरिका समेत तमाम यूरोपीय देश उसकी मदद कर रहे हैं।
Germany News: सिर्फ 1 किलो हाइड्रोजन लगभग 4.5 किलो डीजल के समान है। ये ट्रेन कोई प्रदूषण नहीं छोड़ती है बस थोड़ा नॉइस करती है और भाप और वाष्पित पानी का उत्सर्जन करती है।
Hitler Swastika: हिटलर की आत्मकथा 'मीन काम्फ' में स्वास्तिक जैसे दिखने वाले नाजी प्रतीक चिन्ह की पूरी कहानी समझाई गई है। ये कहानी शुरू होती है, 102 साल पहले से। यानी साल 1920 से। पहले विश्व युद्ध में करारी हार के बाद हिटलर अपनी नाजी सेना को ताकतवर बनाना चाहता था।
Australia Swastic Ban: स्वास्तिक एक बार फिर चर्चा के केंद्र में आ गया है। अंग्रेजी में 'हुक्ड क्रॉस' के नाम से पुकारे जाने वाले इस चिन्ह को ऑस्ट्रेलिया के एक और राज्य न्यू साउथ वेल्स ने बैन कर दिया है। यहां नाजी झंडे को फहराने और स्वास्तिक चिन्ह को प्रदर्शित करने पर रोक लगाई गई है।
पोलैंड और जर्मनी के ओडर नदी के किनारे बड़ी तताद में मछलियां मर रही है। अभी तक अधिकारी इसका पता नहीं लगा पाए कि आखिर किन कारणों से एक बड़े पैमाने पर मछलियां मर रही है
Hitler: द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान हिटलर की सेनाएं यूरोप और उत्तरी अफ्रीका के अधिकांश हिस्सों पर धावा बोल रही थी। उस समय अपने साथ जो भी कीमती सामान मिलता वो ले जा रही थीं। इनमें सोना, कलाकृतियां और मूल्यवान पेंटिंग शामिल थे।
German Airline Lufthansa: जर्मन एयरलाइन लुफ्थांसा के लॉजिस्टिक एवं टिकटिंग कर्मचारियों के एक दिन की हड़ताल पर चले जाने से बुधवार को एयरलाइन की 1,000 से अधिक उड़ानों को रद्द करना पड़ा। उड़ानों के इतने बड़े पैमाने पर रद्द होने से करीब 1.34 लाख यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ी है।
Germany Gas Crisis: देश जर्मनी और कुछ अन्य देशों में गैस को लेकर चिंता पैदा हो गई। इसके मद्देनजर अब जर्मनी में लोगों से गैस की किल्लत को लेकर तैयार रहने को कहा गया है।
केएल राहुल और अथिया शेट्टी फिलहाल जर्मनी में मौजूद हैं। केएल राहुल की सर्जरी हो चुकी है। जिसके बाद अथिया ने पोस्ट शेयर कर उनकी हेल्थ अपडेट दी है।
PM Modi in Germany: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी G-7 की बैठक में शामिल होने दो दिनों के लिए जर्मनी गए थे। यहां मौजूद सभी नेताओं से मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी उन्हें भारत से ले गए गिफ्ट भी दिए।
G-7 Summit: जी-7 देशों के आयोजित शिखर सम्मेलन में रविवार को ‘वैश्विक अवसंरचना एवं निवेश भागीदारी’ (PGII) योजना का उद्घाटन किया गया। यह योजना जी-7 की पिछले साल ब्रिटेन बैठक में घोषित योजना का ही संशोधित रूप है।
प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति ने श्लोस एल्माउ में जी7 सम्मेलन से इतर चाय पर चर्चा की। इससे पहले मोदी और मैक्रों ने सामूहिक फोटो खिंचने के बाद एक दूसरे को गले लगाया और चर्चा की।
एक वीडियो सामने आया है कि जिसमें देखा जा सकता है कि ग्रुप फोटो से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन खुद चलकर पीएम मोदी के पास आते हैं और उनका अभिवादन करते हैं। इस दौरान पीएम मोदी भी उनसे गर्मजोशी से मिलते हैं।
PM Modi in Germany: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज जर्मनी के बावेरिया की वादियों में स्थित श्र्लॉस एल्माऊ पैलेस में G-7 समिट में हिस्सा लेंगे। यहां यूक्रेन-रूस जंग, हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति पर भारत के स्टैंड सहित कई मुद्दों पर होगी चर्चा।
PM Modi in Germany: जी-7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए जर्मनी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को भारतीय समुदाय को संबोधित किया। यहां भारतीयों ने उनका जोरदार स्वागत किया।
PM Modi Germany Visit: दुनिया के सात ताकतवर देशों के समूह जी-7 के अध्यक्ष के रूप में जर्मनी इस शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है। मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘जी-7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए म्यूनिख पहुंचा हूं। मैं शिखर सम्मेलन के दौरान विश्व नेताओं के साथ सार्थक चर्चा होने की उम्मीद करता हूं।’’
संपादक की पसंद