'जेंडर पे गैप' को खत्म करने की दिशा में BCCI का ये कदम काफी सराहनीय है। क्योंकि यह एक कड़वी सच्चाई है कि समान रूप से योग्य और अनुभवी महिलाएं अपने पुरुष समकक्ष से कम सैलरी पाती हैं।
Gender Gap: विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) द्वारा दी गई लैंगिक समानता रैंकिंग के अनुसार भारत विश्व स्तर पर (146 देशों के बीच) 135वें स्थान पर खिसक गया है। इसका मतलब यह है कि यह तालिबान शासित अफगानिस्तान से केवल 11 रैंक ऊपर है, जहां महिलाओं के स्कूलों में जाने पर प्रतिबंध है।
महिलाओं- पुरूषों के बीच वेतन अंतर काफी अधिक है। दोनों की औसत कमाई में 67% अधिक का अंतर है। पुरूषों की कमाई 167 डॉलर है, महिलाएं 100 डॉलर कमाती हैं।
ऑनलाइन अपॉइंटमेंट सर्विस प्रोवाइडर मॉन्स्टर इंडिया के ताजा सैलरी इंडेक्स के आकड़ों से पता चलता है कि भारत में महिलाओं और पुरुष की सैलरी में भारी असमानता है।
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