रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ यानी CDS जनरल बिपिन रावत और तीनों सेना प्रमुखों से बातचीत की है। बताया जा रहा है कि रक्षा मंत्री ने लद्दाख की सिचुएशन के बारे में भी पूरी जानकारी ली है।
प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार सुबह अपने ट्वीट संदेश में कहा कि चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ का पद 130 करोड़ भारतीयों की आशाओं और आकांक्षाओं को प्रतिबिंबित करता है।
दिखने में तो ये भले ही 1400 फीट की लंबाई वाला एक सामान्य सा पुल लगता है लेकिन इस छोटे से पुल ने चीन जैसी महाशक्ति को चिंता में डाल दिया है। सबसे ख़ास बात ये है कि चीन की तमाम धमकियों के बाद भी भारतीय सैनिकों ने चीन की आंखों में आंखें डालकर इस पुल का निर्माण किया है।
ये वो कड़वा सच है जिसे पाकिस्तान हमेशा से छिपाता आया है लेकिन अब ये खौफनाक साज़िश पूरी दुनिया के सामने आ चुकी है। ये शर्मिंदगी भरा कबूलनामा पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने उसी अमेरिका में किया है जहां वो आतंक के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाते दिखाई देते हैं।
बिपिन रावत का ये दौरा पाकिस्तान में फिर सुर्खियों में होगा। पाकिस्तान चाहता है कि भारत भी उसकी भाषा बोले लेकिन ये तो हिंदुस्तान है जो तनाव के माहौल को हर बार बातचीत से हलका करना चाहता है।
उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीर को दोबारा जन्नत बनाने के लिए सरकार से लेकर सेना तक साभी कोशिश कर रहे हैं। आर्मी चीफ बिपिन रावत ने कहा कि कश्मीर के लोगों से रिश्ते अब 70 के दशक जैसे मजबूत होंगे।
सेना सूत्रों के मुताबिक सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत इसी साल दिसंबर में रिटायर हो रहे हैं और उनके उत्तराधिकारी के लिए नरावने तथा सेना के उत्तरी कमांड के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल रनबीर सिंह को रेस में सबसे आगे चल रहे हैं
जनरल रावत ने अफगानिस्तान की शांति प्रक्रिया पर कहा कि तालिबान से बातचीत होनी चाहिए, लेकिन यह बिना किसी शर्त के होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आतंकवाद तालिबान का हमेशा छिपकर साथ देता रहा है और उसे इस बारे में चिंता करनी चाहिए।
आर्मी चीफ ने कहा कि पाकिस्तान ने अपने स्टेट को इस्लामिक स्टेट बना दिया है। पहले पाकिस्तान को हमारी तरह धर्मनिरपेक्ष होना होगा। जब वह अपनी कट्टर सोच से बाहर आकर एक सेकुलर स्टेट बनेगा तब हम उससे किसी भी तरह की बातचीत करेंगे।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत इन तोपों को आधिकारिक तौर पर सेना में शामिल किया। आधुनिक तकनीक से लैस ये हॉवित्जर तोप रासायनिक-जैविक खतरे को भांपने में सक्षम है।
आर्मी चीफ ने कहा कि अगर पाकिस्तान नहीं सुधरा और आंतकवादियों को पनाह देना बंद नहीं किया तो भारतीय सेना एक बार फिर पाकिस्तान को उसके घर में घुस कर सबक सिखाएगी।
आर्मी चीफ बिपीन रावत ने भारत द्वारा एक और सर्जिकल स्ट्राइक के खिलाफ परवेज मुशर्रफ की चेतावनी का दिया जवाब
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सोमवार को कहा था कि जम्मू-कश्मीर में मौजूदा हालात को देखते हुए उनका मानना है कि नियंत्रण रेखा के पार स्थित आतंकी ठिकानों पर एक और सर्जिकल स्ट्राइक किए जाने की जरूरत है।
सूत्रों ने बताया कि कोर्ट आफ इंक्वायरी ने पाया कि मेजर गोगोई ने एक संघर्ष वाले क्षेत्र में एक स्थानीय महिला से संबंध बनाकर इस संबंध में सेना के नियम का उल्लंघन किया और उन्होंने ड्यूटी के स्थान से दूर रहकर मानक संचालक प्रक्रिया का उल्लंघन किया।
यह घटना मेजर नितिन लीतुल गोगोई से जुड़ी है जिन्होंने पिछले साल सेना की टीम को पथराव से बचाने के लिए एक व्यक्ति को गाड़ी के बोनट पर बांध दिया था। होटल में बुधवार हुई घटना के संबंध में जम्मू कश्मीर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
जनरल रावत ने कश्मीरियों को सीरिया और पाकिस्तान का आईना भी दिखाया और कहा कि इन देशों में ऐसे ही हालात में सेना टैंकों तक का इस्तेमाल करती है, जबकि यहां की सेना इस बात का पूरा ख्याल रखने की कोशिश करती है कि मुठभेड़ों के दौरान आम लोग हताहत न हों।
सेनाध्यक्ष ने कहा कि देश की सेना के पास हथियारों की कोई कमी नहीं है। रावत ने कहा, "हमें अपने हथियारों को बदलती तकनीक के साथ बेहतर करते रहना होगा और सेना को इस नई तकनीक से लैस करना होगा, जिससे हम दुश्मनों से लोहा ले सकें।"
जानकार जिनपिंग के ‘प्लान ए जंग’ को भारत के नज़रिये से अहम मान रहे हैं। सवाल ये है कि क्या हिंदुस्तान से युद्ध चाहता है चीन? चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग के आदेश के फौरन बाद आर्मी चीफ बिपिन रावत ने भी इशारों-इशारों में बड़ी जानकारी दी। सेना प्रमुख ने कहा
यह पूछे जाने पर कि इंटेलिजेन्स ब्यूरो के पूर्व प्रमुख दिनेश्वर शर्मा को वार्ताकार नियुक्त करने से क्या राज्य में सेना के अभियान प्रभावित होंगे, रावत ने कहा, मेरा एक शब्द में उत्तर है, नहीं, ऐसा नहीं होगा। सरकार ने जम्मू-कश्मीर में सभी पक्षों के साथ स
सितंबर 2016 में पाया गया कि सिर्फ 20 फीसदी गोला-बारूद ही 40 दिन के मानक पर खरे उतरे। 55 फीसदी गोला बारूद 20 दिन के न्यूनतम स्तर से भी कम थे। हालांकि इसमें बेहतरी आई है, लेकिन बेहतर फायर पावर को बनाए रखने के लिए बख्तरबंद वाहन और उच्च क्षमता वाले गोला-
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